उमेश यादव ने कहा कि कुलदीप को प्लेइंग इलेवन में नहीं रखने का टीम मैनेजमेंट का फैसला पिछले मैच के नायक रहे कुलदीप यादव को बांग्लादेश के खिलाफ चल रहे दूसरे टेस्ट के लिये भारतीय अंतिम एकादश से बाहर रखने के फैसले ने भले ही कईयों को निराश किया हो लेकिन सीनियर तेज गेंदबाज उमेश यादव ने गुरूवार को कहा कि यह ‘टीम प्रबंधन का फैसला है’ जिसका सामना हर क्रिकेटर को करना पड़ता है। कुलदीप बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में मिली 188 रन की जीत में ‘मैन ऑफ द मैच’ रहे थे और इस बायें हाथ के कलाई के स्पिनर ने आठ विकेट झटकने के अलावा पहली पारी में 40 रन का उपयोगी योगदान किया था। लेकिन कुलदीप को दूसरे और अंतिम टेस्ट के लिये बाहर रखने के फैसले ने सभी को हैरान कर दिया। और राहुल द्रविड़ की कोचिंग वाली टीम ने जयदेव उनादकट के रूप में एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को शामिल करने का फैसला किया। उमेश ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘यह आपकी यात्रा का हिस्सा है। यह मेरे साथ भी हुआ है। कभी कभार आप अपने प्रदर्शन की वजह से टीम से बाहर होते हो और कभी कभार यह टीम प्रबंधन का फैसला होता है। आपको टीम की जरूरतों के हिसाब से चलना होता है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह उसके लिये (कुलदीप) के लिये अच्छा है कि उसने वापसी की और अच्छा प्रदर्शन किया। ’’ मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में तेज गेंदबाजी की अगुआई कर रहे उमेश ने 15 ओवर में 25 रन देकर चार विकेट झटके जबकि अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी चार विकेट हासिल किये जिससे भारत ने बांग्लादेश को पहली पारी में 227 रन पर समेट दिया। जवाब में भारत ने स्टंप तक बिना विकेट गंवाये 19 रन बना लिये थे। बायें हाथ के तेज गेंदबाज उनादकट एक दशक से भी ज्यादा समय बाद टेस्ट मैच खेल रहे थे, उन्होंने पिछले मैच के शतकवीर जाकिर हसन को आउट कर टीम में शामिल करने के फैसले को सही साबित किया। उमेश ने कहा, ‘‘जब उसने (उनादकट) ने पदार्पण किया था, मैं उसके साथ दक्षिण अफ्रीका में था। इसलिये मैं उसके लिये काफी खुश हूं कि उसे आखिरकार मौका मिला। उसने घरेलू सत्र में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है।
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