
Gyan Ganga: भगवान इंद्र की पूजा की तैयारियों को देखकर हैरान क्यों थे भगवान श्रीकृष्ण?
read moreGyan Ganga: भगवान इंद्र की पूजा की तैयारियों को देखकर हैरान क्यों थे भगवान श्रीकृष्ण?
read moreShaniDev Mantras: शनिदोष से मुक्ति के लिए करें शनिदेव की आराधना, जानें सम्पूर्ण आरती और सिद्ध मंत्र यदि किसी के ऊपर शनिदोष हो तो उसे शनिवार को शनिदेव की आराधना करनी चाहिए। अगर शनिदेव को प्रसन्न कर लिया जाए तो हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त हो सकती है। शनिदेव की शुभ दृष्टि रंक को भी राजा बना सकती हैं लेकिन अगर शनिदेव कुपित हो जाए तो राजा को भी भिखारी बनते देर नहीं लगती है। सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए शनि देव की पूर्ण श्रद्धा और विधि-विधान से पूजा आवश्यक है। शनिवार को शनि मंत्रों का जाप करें और पूजा के अंत में विधिवत आरती करें। आइये जानते हैं शनि देव के प्रिय सिद्ध मन्त्रों के विषय में-
read moreBullet Baba Temple: देश का अनोखा मंदिर जहां होती है रॉयल एनफील्ड बाइक की पूजा, चढ़ता है शराब का चढ़ावा हमारा देश चमत्कारों और आस्थाओं के लिए जाना जाता है। यहां आपको थोड़ी-थोड़ी दुरी पर प्राचीन मंदिर स्थापित मिलेंगे। इनमें कुछ तो नेता-अभिनेताओं के भी है। आज हम जिस मंदिर का जिक्र कर रहें हैं वह ना तो देवी- देवता का है और ना किसी नेता या अभिनेता का। इस मंदिर में एक मोटरसाइकिल विराजमान है जिसकी पूजा और दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। राजस्थान में स्थित इस मंदिर का नाम ओम बन्ना धाम है। आइये जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातें-
read moreBodh Mahotsav: 27 जनवरी से कालचक्र मैदान में आयोजित होगा बौद्ध महोत्सव, जानें क्या होगी खासियत बोधगया वह स्थान है जहां महात्मा बुद्ध को बोध या ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। यहां महाबोधि मंदिर के दर्शन करने के लिए देश- विदेश से श्रद्धालु आते हैं। यह पावन स्थान बिहार में स्थित है, बोधगया जाने के लिए सोच रहे हैं तो 27 से 29 जनवरी के बीच में जा सकते हैं। इस समय बोधगया महोत्सव की शुरुआत होने वाली है। इस तीन दिवसीय आयोजन में शामिल होने के लिए दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं। पूरी दुनिया में बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायी मौजूद है जो बहुत ही उत्साह के साथ इस महोत्सव में हिस्सा लेते हैं। आइये जानते हैं इस महोत्सव की कुछ खास बातें- बौद्ध महोत्सव
read moreGyan Ganga: श्रीराम के दूतों को देखकर आखिर क्यों उतावला हो रहा था रावण?
read moreShree Ganesha: इन उपायों को अपनाकर प्राप्त करें विघ्नहर्ता गणेश की कृपा भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा गया है, जो विवेक शक्ति और बुद्धि के देवता माने जाते हैं। सभी देवताओं में भगवान गणेश को प्रथम स्थान दिया गया है इनका वाहन चूहा है और मोदक गणपति को विशेष प्रिय है। आइये जानते हैं कैसे भगवान गणेश की आराधना करके आप गणपति जल्दी प्रसन्न कर सकते हैं।
read moreसपने में मिलता है संतान का आशीर्वाद, मंदिर के फर्श पर सोने से महिलाएं हो जाती हैं प्रेग्नेंट जिन महिलाओं को संतान सुख प्राप्त नहीं होता है वो कई देवी-देवताओं के दरबार में हाजिरी लगाती हैं जिससे उनके घर में भी किलकारियां गुंजने लगे। हिमाचल की पहाड़ियों में बसा है सिमस गांव, जहां माता सिमसा का मंदिर है, माता सिमसा निःसंतान लोगों को संतान का वरदान देती हैं। हर वर्ष यहां हजारों की संख्या में निःसंतान दम्पति माता के दर्शनों के लिए आते हैं और माता सिमसा से संतान का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यहां पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से श्रद्धालु संतान की कामना से आते हैं।
read moreGyan Ganga: सुग्रीव के आदेश पर राक्षसों को क्यों मार रही थी वानर सेना?
read moreMallikarjuna: ऐसा ज्योतिर्लिंग जहां संयुक्तरूप में विराजमान हैं शिव-पार्वती 12 ज्योतिर्लिंग देश के विभिन्न हिस्सों में स्थापित है, इनमें मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग का विशेष महत्व है जिससे शिवभक्तों की आस्था जुड़ी हुई है, मल्लिका अर्थात माँ पार्वती और अर्जुन यानि भगवान शिव दोनों के संयुक्त रूप को मल्लिकार्जुन कहा गया। मल्लिकार्जुन से जुड़ी पौराणिक कथा
read moreSpiritual Life: संसार के व्यसनों और इन्द्रियों पर संयम ही सच्ची विजय है अहंकार से मुक्त संयमी हृदय को मनुष्य का सहज स्वभाव माना गया है। संयमी व्यक्ति आध्यात्मिक, विवेकशील, ईमानदार और समाज का भला करने वाला होता है। ऐसे लोग ही विजयी कहलाते हैं। संयम के अभाव में व्यक्ति में क्रोध, हिंसा और मानसिक अशांति बनी रहती है। इसका प्रभाव उनके जीवन पर भी देखने को मिलता है, जिसके फलस्वरूप असंयमी व्यक्ति उद्दंड और सभी को कष्ट देने लगता है। उनके विचार सात्विक नहीं रह जाते। जिस मनुष्य में इन सब गुणों का अभाव होता है वह इन्द्रियों का दास बन जाता है। यदि मनुष्य जीवन में किसी पूजा आचमन या योग ध्यान का अभ्यास नहीं करता है लेकिन जीवन संयमित है तो वह सदा दुर्गुणों से दूर रहेगा और सभी सांसारिक सुखों से पूर्ण जीवन व्यतीत करेगा।
read moreGyan Ganga: विभीषण का परामर्श सुन लक्ष्मणजी को क्यों क्रोध आया?
read moreHanuman Chalisa: हनुमान चालीसा पढ़ने से पहले जान लें इसके नियम, होंगे सभी संकट दूर हिन्दू मान्यता के अनुसार मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है, इस दिन हनुमान चालीसा के पाठ का विशेष महत्व है। महिलाएं और पुरुष दोनों समान रूप से हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं। यह आपके जीवन में आने वाली सभी विपत्तियों को दूर करने में सहायक है। यदि आप भी नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो इससे जुड़े कुछ नियम जान लीजिये जिसकी सहायता से आप बजरंग बली को जल्दी प्रसन्न कर पाएंगे-
read moreSheshnag Temple: उत्तराखंड का मंदिर जहां शराबबंदी का कारण हैं नागदेवता हिन्दू धर्म में नाग देवता की पूजा का विशेष रूप से महत्व है, खासकर उत्तराखंड में नागों के प्रति विशेष श्रद्धा भाव देखा जाता है। यहां लगभग सभी स्थानों पर नाग देवता के मंदिर स्थापित है जिनमें नाग देवता की विधिवत पूजा की जाती है। यहां नाग को लोक कल्याण करने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है। उत्तराखंड में शेषनाग के समस्त परिवार और कालिया नाग परिवार की पूजा की जाती है। नागदेवता के प्रति आस्था है शराब ना पीने की वजह कुपड़ा गांव की कुल आबादी लगभग 600 है। यहां के निवासियों की मान्यता है, यदि वो शराब को हाथ लगाएंगे तो नाग देवता उनसे नाराज हो जायेंगे और गांव का अनिष्ट कर देंगे। 30 साल पहले यहां के लोगों ने नाग देवता को साक्षी मानकर शराब ना पीने की कसम ली थी और आज भी इस पर कायम है। इस गांव के आस-पास के गांव भी शराब के नशे से मुक्त हैं। कुपड़ा गांव में और आस-पास के सभी गावों जैसे त्रिखली, ओजली, और कुंसला में अतिथियों का स्वागत दूध, छांछ और दही से किया जाता है। शादी विवाह जैसे समारोह में भी शराब का प्रयोग नहीं किया जाता है।
read moreGyan Ganga: लक्ष्मणजी से सलाह ना लेकर विभीषण से क्यों सागर पार करने का हल पूछ रहे थे भगवान?
read moreSun worship:किन पुष्पों से करें सूर्य देव की आराधना, जानें सूर्य की आराधना से सभी मनोवांछित कामनाएं पूरी होती हैं, सूर्य देव की आराधना से स्वास्थ्य, यश और मान-सम्मान में वृद्धि होती है। अगर सूर्य देव की पूजा में उनके प्रिय पुष्प अर्पित किये जाएं तो सूर्य देव आप पर प्रसन्न होंगे और आपको आरोग्य, ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी।
read moreShani Chalisa: शनि देव होंगे प्रसन्न, करेंगे सभी मनोकामनाएं पूरी कुंडली में अगर शनि खराब हो तो लाख कोशिशों के बाद भी मुश्किलें पीछा नहीं छोड़ती हैं। शनि के दुष्प्रभाव के कारण व्यक्ति को कमजोर स्वास्थ्य कर्ज और शत्रु बाधा और विवाह में विलम्ब जैसी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जीवन के हर क्षेत्र में सफलता के लिए संघर्ष करने के बाद भी असफलता मिलती हैं। अगर आप शनि के प्रभाव को कम करना चाहते हैं तो शनि के मंत्र का जप कर सकते हैं या शनि चालीसा का नियमित पाठ कर सकते हैं। कैसे करें शनि चालीसा का पाठ
read moreमिल सकती है भगवान की कृपा, जानें क्या है मानस पूजा और इसकी विधि धार्मिक ग्रंथों में मानस पूजा को सबसे उत्तम बताया है। शास्त्रों के अनुसार यह पूजा सबसे अच्छी विधि है। आइये जानते है क्या है मानस पूजा और इसकी विधि-
read moreकामरूप कामाख्या देवी मंदिर: जहां काले जादू के प्रभाव को दूर किया जाता है हिन्दू मान्यता के अनुसार माता सती के शरीर के टुकड़े जिन स्थानों पर गिरे उनकी पूजा शक्ति पीठ के रूप में की जाती हैं। यहां माता सती की योनि वाला हिस्सा गिरा था अतः यहां माता की आराधना योनि के रूप में ही की जाती है। यह मंदिर तंत्र क्रियाओं के लिए भी जाना जाता है। कामाख्या मंदिर नीलांचल पर्वत पर स्थित है, मान्यता है माता की योनि यहां पर विग्रह के रूप में परिवर्तित हो गयी थी यह विग्रह आज भी रजस्वला होती है। लोग यहां काले जादू का प्रभाव दूर करने के लिए आतें हैं।
read moreLord Shivas 108 name: प्रसन्न होंगे भोले बाबा, पूरी होंगी मनोकामनाएं शिव के इन नामों का जप आप किसी भी दिन प्रातः स्नान के बाद कर सकते हैं। अगर किसी शिवालय में जप किया जाये तो उसका फल सहस्त्र गुना और अति शीघ्र प्राप्त होता है। जप शिवरात्रि के अवसर पर ही किया जाता है लेकिन यदि आप अपने दैनिक जीवन में भोले भंडारी के यह नाम जपते हैं तो आपकी सारी मुसीबतें दूर होंगी और आपको भोले बाबा की कृपा प्राप्त होगी। शिव सभी का कल्याण करने वाले हैं।
read moreGyan Ganga: भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के वस्त्र लौटाते समय उनसे क्या कहा था?
read moreEnergetic Temple of Kasar Devi: चुंबकीय शक्ति का केंद्र है यह मंदिर कसारदेवी मंदिर के निकट बहुत से बौद्ध आश्रम है जो ध्यान और योग साधना का केंद्र हैं। इस जगह की अलौकिक शक्तियों के चलते बौद्ध विद्वान लामा आंगरिक गोविन्दा ने इसको अपना निवास बनाया था। उत्तराखंड के पहाड़ो में कसार देवी का मंदिर है। यहां पृथ्वी के नीचे चुंबकीय शक्ति का भंडार है। नासा ने भी इस क्षेत्र को जीपीएस 8 स्थापित किया है। यहां कई वैज्ञानिक अनुसंधान भी किये गए है। यहां आपको पाषाण काल के भी अवशेष देखने को मिलेंगे। यह कात्यायनी देवी का मंदिर है। यह मंदिर हिप्पी आंदोलन के दौरान बहुत प्रसिद्द हुआ।
read moreGyan Ganga: सिंहासन की बजाय प्रभु श्रीराम की अखण्ड भक्ति ही क्यों चाहते थे विभीषण भगवान श्रीराम जी ने श्रीविभीषण जी को इतना प्रेम व आदर दिया, कि श्रीविभीषण जी तो मानो बैकुण्ठ में जा बिराजे। श्रीराम जी ने उन्हें लंका का राज्य तो दे दिया, लेकिन श्रीविभीषण जी के नम्रता भावों को देख कर, व माया के लोभ-लालच व अन्य समस्त अवगुणों से उन्हें रहित जानकर, प्रभु का मन उन्हें अब एक और पदवी देने का होने लगा। यहाँ श्रीराम जी समाज को भी एक संदेश देना चाहते थे, कि मेरी शरण में आने पर किस पर मेरी कृपा तत्काल प्रभाव से होती है, यह आप देख लो। श्रीविभीषण जी ने स्वयं को सचमुच हमारे श्रीचरणों में समर्पित किया, मन में कुछ भी भेद, कपट अथवा छल नहीं रखा। जिस कारण हमने वह माया अथवा वह लंका का साम्राज्य, जिसे पाने हेतु रावण को अपने दस सिरों की बलि देनी पड़ी, वही लंका का साम्रराज्य हमने, श्रीविभीषण जी को सहज ही प्रदान कर दिया। लेकिन ध्यान देने योग्य बात यह है, कि हमने राज पद उन्हें ही शीघ्रता पूर्वक प्रदान किया है, जो पूर्ण रूप से हमारी भक्ति व प्रेम में डूब चुके हैं। भविष्य में भी अगर कोई जीव, अगर यह रुष्ट भाव रखता है, कि हम श्रीराम जी की शरण में गए, और हमें तो श्रीराम जी ने कोई राजपद नहीं दिया, तो उसे स्वयं को यह प्रश्न अवश्य पूछना चाहिए होगा, कि क्या उसका प्रेम व समर्पण श्रीविभीषण जी एवं श्रीभरत जी की मानिंद है?
read moreGyan Ganga: भगवान श्रीराम ने अचानक से विभीषण को लंकेश कह कर क्यों पुकारा था?
read moreबेरोजगारी और कर्जमुक्ति के लिए करें गणपति के इन मंत्रों का जाप भगवान श्री गणेश प्रथम पूजनीय देवता हैं। किसी भी शुभ कार्य या पूजा पाठ में गणेश जी की पूजा सबसे पहले की जाती है। गणपति को विघ्न हर्ता कहा जाता है क्योकि यह हर तरह की परेशानियों और विघ्नों को दूर करने वाले है। इनकी पूजा से विद्या, बुद्धि, आरोग्य, और सुख, समृद्धि की प्राप्ति होती है। भगवान गणेश के कुछ विशेष मंत्रों के जप से आप जीवन में आने वाली सभी परेशानियों को दूर कर सकते हैं। आइये जानते हैं कौन से है वह मन्त्र
read moreLorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero