South China Sea के ऊपर अमेरिकी विमान के सामने आया चीनी विमान, दुर्घटना टली : अमेरिका
International South China Sea के ऊपर अमेरिकी विमान के सामने आया चीनी विमान, दुर्घटना टली : अमेरिका

South China Sea के ऊपर अमेरिकी विमान के सामने आया चीनी विमान, दुर्घटना टली : अमेरिका बीजिंग। अमेरिकी सेना ने कहा है कि चीनी नौसेना के लड़ाकू विमान ने इस महीने दक्षिण चीन सागर पर अमेरिकी वायुसेना के एक टोही विमान के पास खतरनाक तरीके से उड़ान भरी थी, लेकिन अमेरिकी पायलट ने अपनी कुशलता से दोनों विमान को भिड़ने से बचा लिया। अमेरिकी सेना की हिंद-प्रशांत कमान ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा घटना 21 दिसंबर को हुई थी, जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का जे-11 विमान अमेरिकी वायुसेना द्वारा संचालित विशाल टोही विमान आरसी-135 के सामने छह मीटर की दूरी से गुजर गया। बयान में कहा गया है कि अमेरिकी विमान ‘कानून के अनुसार अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में दक्षिण चीन सागर पर नियमित अभियान पर था।’ इसके मुताबिक, अमेरिकी विमान के पायलट ने अपनी कुशलता के जरिये दोनों विमान को भिड़ने से बचा लिया। चीन दक्षिण चीन सागर को अपना क्षेत्र बताता है और उसमें उड़ान भरने वाले अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के विमानों का पीछा भी करता है।

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America : Helicopter crashes होकर मेक्सिको की खाड़ी में गिरा, चार लोगों की तलाश जारी
International America : Helicopter crashes होकर मेक्सिको की खाड़ी में गिरा, चार लोगों की तलाश जारी

America : Helicopter crashes होकर मेक्सिको की खाड़ी में गिरा, चार लोगों की तलाश जारी बेटन रूज। अमेरिका में मेक्सिको की खाड़ी में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें चार लोग सवार थे। अमेरिकी तटरक्षकों ने लुईसियाना के जलीय क्षेत्र में इन यात्रियों की बृहस्पतिवार को घंटों तलाश की। न्यू ओरलियांस में तटरक्षक के आठवें जिला मुख्यालय के प्रवक्ता पेटी ऑफिसर जोस हर्नांडेज ने बताया कि हेलीकॉप्टर ने स्थानीय समयानुसार सुबह करीब आठ बजकर 40 मिनट पर एक ऑयल प्लेटफॉर्म से उड़ान भरी थी जिसके बाद वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

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विश्व ब्लिट्ज चैंपियनशिप: भारतीय ग्रैंडमास्टर सधवानी नौवें स्थान पर
International विश्व ब्लिट्ज चैंपियनशिप: भारतीय ग्रैंडमास्टर सधवानी नौवें स्थान पर

विश्व ब्लिट्ज चैंपियनशिप: भारतीय ग्रैंडमास्टर सधवानी नौवें स्थान पर भारत के किशोर ग्रैंडमास्टर रौनक सधवानी गुरुवार को यहां फिडे विश्व ब्लिट्ज चैंपियनशिप के ओपन वर्ग में 12 दौर के बाद 8.

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चीन में कोविड के हालात को लेकर कम जानकारी होने से वैश्विक चिंताएं बढ़ीं
International चीन में कोविड के हालात को लेकर कम जानकारी होने से वैश्विक चिंताएं बढ़ीं

चीन में कोविड के हालात को लेकर कम जानकारी होने से वैश्विक चिंताएं बढ़ीं अनेक देशों में चीन से आने वाले यात्रियों की कोविड-19 जांच अनिवार्य करने के कदम से यह वैश्विक चिंता साफ नजर आती है कि वायरस के प्रकोप के दौरान इसके नये स्वरूप सामने आ सकते हैं और इसे लेकर जानकारी का अभाव हो सकता है। अभी तक वायरस के किसी नये स्वरूप की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन चीन पर 2019 के आखिर में उसके यहां सबसे पहले सामने आये वायरस के बारे में तभी से आगे आकर जानकारी नहीं देने का आरोप है। अब भी इस तरह की आशंका है कि चीन वायरस के ऐसे उभरते स्वरूपों के किसी भी संकेत पर जानकारी साझा नहीं करेगा जिनसे दुनिया में संक्रमण के अत्यधिक मामले आ सकते हैं। अमेरिका, जापान, भारत, दक्षिण कोरिया, ताइवान और इटली ने चीन से आने वाले यात्रियों का कोविड परीक्षण अनिवार्य करने की घोषणा कर दी है। अमेरिका ने संक्रमण के मामले बढ़ने औरवायरस के स्वरूपों के संबंध में जीनोम अनुक्रमण समेत अन्य जानकारी नहीं होने का हवाला दिया है। ताइवान और जापान के अधिकारियों ने भी इसी तरह की चिंता जाहिर की है। ताइवान के महामारी नियंत्रण केंद्र के प्रमुख वांग पी-शेंग ने कहा, ‘‘चीन में इस समय महामारी की स्थिति पारदर्शी नहीं है। हमारे पास बहुत सीमित जानकारी है और वह भी सटीक नहीं है।’’ ताइवान में एक जनवरी से चीन से आने वाले प्रत्येक यात्री की कोविड जांच अनिवार्य होगी। ताइवान में चंद्र नव वर्ष के लिए करीब 30,000 ताइवानी नागरिकों के चीन से लौटने की संभावना है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भी इस सप्ताह की शुरुआत में चीन से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच को अनिवार्य करने की घोषणा की थी और इस बारे में अधिक जानकारी नहीं होने पर चिंता जताई थी। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने बृहस्पतिवार को कहा कि कई देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों के लिए अपनी नीति नहीं बदली है। उन्होंने कहा कि किसी भी कदम को उठाते समय सभी देशों के लोगों के साथ समान व्यवहार होना चाहिए। संक्रमण के प्रत्येक मामले में वायरस के उत्परिवर्तन की आशंका होती है और यह चीन में तेजी से पैर पसार रहा है। वैज्ञानिक अभी यह नहीं बता पा रहे कि क्या इसका मतलब दुनिया में वायरस के नये स्वरूप का प्रकोप होना है, लेकिन उन्हें आशंका है कि ऐसा हो सकता है। चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि मौजूदा प्रकोप ओमीक्रोन वायरस के कारण है जिसे अन्य देशों में भी देखा गया है। उसने कहा कि वायरस के नये चिंताजनक स्वरूपों का पता लगाने के लिए एक निगरानी तंत्र स्थापित किया गया है। चीन के रोग नियंत्रण केंद्र के मुख्य महामारी विज्ञानी वू जून्यू ने बृहस्पतिवार को कहा कि चीन को वायरस के किसी भी स्वरूप का पता चला है तो उसने समय पर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा, ‘‘हम कुछ भी छिपाकर नहीं रखते। सारी जानकारी दुनिया के साथ साझा की जाती है।’’ जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता सेबेस्टियन गुएल्दे ने कहा कि अधिकारियों को इस तरह का कोई संकेत नहीं है कि चीन में इस लहर में वायरस का कोई अधिक खतरनाक स्वरूप विकसित हुआ है, लेकिन वे हालात पर नजर रख रहे हैं। यूरोपीय संघ भी हालात का आकलन कर रहा है और उसने कहा है कि चीन में व्याप्त वायरस का स्वरूप यूरोप में पहले से सक्रिय है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस ने कहा है कि संगठन को चीन में संक्रमण के मामलों की गंभीरता को लेकर और विशेष रूप से वहां अस्पतालों तथा आईसीयू में रोगियों के भर्ती होने के संबंध में और अधिक जानकारी चाहिए होगी ताकि जमीनी स्थिति के समग्र जोखिम का आकलन किया जा सके। वाशिंगटन में हडसन इंस्टीट्यूट नामक संस्थान में चीनी केंद्र के निदेशक माइल्स यू ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जो संशय और आक्रोश है, उसका चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सख्त पाबंदियों में अचानक ढील के फैसले से सीधा संबंध है। यू ने एक ईमेल में कहा, ‘‘आप इतने लंबे समय तक शून्य-कोविड लॉकडाउन की बेवकूफी नहीं कर सकते जो विफल साबित हुआ हो.

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कोसोवो ने सर्बिया से लगती अपनी सीमा फिर खोली
International कोसोवो ने सर्बिया से लगती अपनी सीमा फिर खोली

कोसोवो ने सर्बिया से लगती अपनी सीमा फिर खोली कोसोवो ने सर्बिया जाने की मुख्य सीमा चौकी को बृहस्पतिवार को फिर से खोल दिया। वहीं, सर्बिया के राष्ट्रपति एलेक्सेंदर वुसिक ने कहा कि उत्तरी कोसोवो में प्रवेश करने वाले एक दर्जन से अधिक रास्तों पर लगे अवरोधकों को भी हटाये जाएंगे। एलेक्सेंदर ने कहा कि सर्बियाई लोगों ने बृहस्पतिवार को अवरोधकों को हटाने का कार्य शुरू कर दिया। इससे कोसोवो और सर्बिया के बीच हफ्तों से चल रहे तनाव के कम होने की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे बालकन देशों में नए सिरे से संघर्ष का खतरा पैदा हो गया था। कोसोवो ने मांग की थी कि नाटो नीत शांतिरक्षक अवरोधकों को हटाएं या ऐसा नहीं होने पर उसके सैनिक यह काम करेंगे। सर्बिया ने भी कोसोवा की सीमा पर अपने सैनिकों को युद्ध के लिए तैयार अवस्था में तैनात किया था और कोसोवो में रहने वाले सर्बियाई लोगों पर हमले रोकने की मांग की थी। वुसिक ने कहा कि सीमा पर से अवरोधक हटाने का समझौता देर रात दोनों देशों के नेताओं की हुई में बैठक में हुआ। गौरतलब है वर्ष 1998-99 में कोसोवे के अल्बानियाई नीत अलगाववादी विद्रोहियों ने युद्ध छेड़ा था और उस समय सर्बियाई लोगों के खिलाफ नृशंस कार्रवाई थी। उस दौरान सर्बिया उसका एक प्रांत था। वर्ष 1999 में नाटो के हस्तक्षेप से रक्तपात रूका और सर्बिया, कोसोवो से अलग हुआ।

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कंबोडिया के होटल में लगी भीषण आग, कम से कम 19 लोगों की मौत
International कंबोडिया के होटल में लगी भीषण आग, कम से कम 19 लोगों की मौत

कंबोडिया के होटल में लगी भीषण आग, कम से कम 19 लोगों की मौत कंबोडिया के एक कसीनो होटल में 12 घंटे से अधिक समय से लगी भीषण आग में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गयी है और 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं। अभी कई पीड़ितों का पता नहीं चल पाया है। पड़ोसी देश थाईलैंड ने सीमावर्ती क्षेत्र में आग बुझाने के लिए कई दमकल वाहनों को भेजा है। बंटये मीनचे प्रांत के सूचना विभाग के प्रमुख सेक सोकहोम ने बताया कि ऐसी आशंका है कि कई लोग मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं या बंद कमरों में फंसे हो सकते हैं जहां तक बचाव दल अभी नहीं पहुंच पाए हैं। इसे देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। उन्होंने बताया कि 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि मृतकों और घायलों में थाईलैंड, चीन, मलेशिया, वियतनाम और कंबोडिया समेत कई देशों के नागरिक शामिल हैं। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में सीमावर्ती शहर पोईपेट के ग्रैंड डायमंड सिटी कसीनो एंड होटल में आग में घिरे लोगों को छतों से कूदते देखा जा सकता है। होटल के अंदर कर्मचारी और ग्राहक दोनों फंसे हुए हैं जिनमें अधिकतर पड़ोसी देश थाईलैंड से हैं। कंबोडिया की दमकल एजेंसी द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में राहगीरों को होटल परिसर की छत पर फंसे लोगों को बचाने की अपील करते देखा जा सकता है। वीडियो में एक व्यक्ति को छत को आग की लपटों से घिरते देख नीचे कूदते देखा जा सकता है। एक राहगीर चिल्लाया, ‘‘ओह, कृपया उसे बचाओ। पानी डालो.

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पुतिन ने रूसी नौसेना में शामिल होने वाले युद्धपोतों का निरीक्षण किया
International पुतिन ने रूसी नौसेना में शामिल होने वाले युद्धपोतों का निरीक्षण किया

पुतिन ने रूसी नौसेना में शामिल होने वाले युद्धपोतों का निरीक्षण किया रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी नौसना में शामिल किए जा रहे नए युद्ध पोतों का बृहस्पतिवार को निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने देश की नौसेना को और ताकतवर बनाने का संकल्प लिया। पुतिन ने गत 10 महीने से यूक्रेन के खिलाफ जारी सैन्य कार्रवाई का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘हम विभिन्न परियोजनाओं के तहत पोतों के निर्माण की गति और उनकी संख्या को बढ़ाएंगे और उन्हें सबसे अधिक आधुनिक हथियारों से सुसज्जित करेंगे तथा विशेष सैन्य अभियान से मिले अनुभवों के आधार पर परिचालन और युद्ध प्रशिक्षण सत्र आयोजित करेंगे।’’ उल्लेखनीय है कि नौसेना में शामिल नए पोतों में एक कार्वेट, एक माइनस्वीपर और जनरलिस्सिमस सुवोरोव परमाणु पनडुब्बी शामिल हैं।बुलावा परमाणु मुखास्त्र युक्त अंतर महाद्विपीय बैलिस्टिक मिसाइल से लैस यह पनडुब्बी रूसी नैसेना की नयी बोरेई श्रेणी की छठी पनडुब्बी है। पुतिन ने कहा, ‘‘हम आने वाले दशकों तक के लिए रूस की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।’’ इसी तरह की एक और पनडुब्बी एंपरर एलेक्सजेंदर तृतीय को भी बृहस्पतिवार के समारोह में लांच किया गया। नौसेना की योजना परीक्षण के बाद इसे बेड़े में शामिल करने की है।

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इमरान खान ने पाकिस्तान में ‘टेक्नोक्रेट’ सरकार के गठन का विरोध किया
International इमरान खान ने पाकिस्तान में ‘टेक्नोक्रेट’ सरकार के गठन का विरोध किया

इमरान खान ने पाकिस्तान में ‘टेक्नोक्रेट’ सरकार के गठन का विरोध किया नकदी संकट झेल रहे पाकिस्तान में ‘टेक्नोक्रेट’ की कार्यवाहक सरकार गठित करने की अफवाहों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसपर चिंता जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ऐसा प्रस्ताव पर विचार कर रही है। टेक्नोक्रेट सरकार से आशय प्राय: ऐसे पेशेवर लोगों की सदस्यता वाली सरकार से रहता है जिन्हें तकनीकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम का अनुभव है। संघीय राजस्व ब्यूरो (एफबीआर) के पूर्व अध्यक्ष शब्बार जैदी ने मंगलवार को एक निजी टीवी समाचार चैनल के साथ एक साक्षात्कार में कहा था कि वर्तमान सरकार को विशेषज्ञों से युक्त एक कार्यवाहक व्यवस्था के साथ बदलने के लिए चर्चा चल रही थी। ऐसा माना जाता है कि ऐसी सरकार लगभग ढाई साल तक शासन करेगी और अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए ऐसे कठोर निर्णय लेगी जिन्हें निर्वाचित सरकार जनता का समर्थन खोने के डर से नहीं ले पा रही है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के 70 वर्षीय अध्यक्ष इमरान खान ने बुधवार शाम को वरिष्ठ पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कहा, ‘‘ढाई साल के लिए पाकिस्तान में एक टेक्नोक्रेट सरकार गठित करने के बारे में अफवाह है और यह मुझे ये मानने के लिए मजबूर करता है कि शहबाज शरीफ सरकार जल्द ही आम चुनाव कराने में दिलचस्पी नहीं रखती है।’’ खान ने टेक्नोक्रेट सरकार गठित करने के खिलाफ आगाह करते हुए कहा कि मध्यावधि चुनाव कराने में केवल सैन्य प्रतिष्ठान की भूमिका होती है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिष्ठान का अर्थ है सेना प्रमुख। आर्थिक और आतंकवाद सहित देश की अन्य समस्याओं के समाधान के रूप में शहबाज शरीफ की सरकार की तुलना में प्रतिष्ठान को जल्द चुनाव कराने के लिए राजी करना अधिक महत्वपूर्ण है।

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वेटिकन: बेनेडिक्ट 16वें की हालत स्थिर, लेकिन “गंभीर”
International वेटिकन: बेनेडिक्ट 16वें की हालत स्थिर, लेकिन “गंभीर”

वेटिकन: बेनेडिक्ट 16वें की हालत स्थिर, लेकिन “गंभीर” वेटिकन ने बृहस्पतिवार को कहा कि पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट सोलहवें अपने होश-ओ-हवास में हैं, हालांकि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। एक दिन पहले अधिकारियों ने खुलासा किया था कि 95-वर्षीय पोप का स्वास्थ्य हाल में बिगड़ गया था। वेटिकन के प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी के एक बयान में कहा गया है कि पोप फ्रांसिस ने “इस मुश्किल वक्त में उनका (पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट सोलहवें का) साथ देने के लिए” निरंतर प्रार्थना करने के लिए कहा है। फ्रांसिस ने बुधवार को खुलासा किया कि बेनेडिक्ट “बहुत बीमार” हैं और वह वेटिकन गार्डन स्थित उनके घर पर उनसे मिलने गए, जहां वह 2013 में सेवामुक्त होने के बाद से रह रहे हैं। वेटिकन ने बाद में कहा कि बेनेडिक्ट का स्वास्थ्य हाल के घंटों में बिगड़ गया था, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है, क्योंकि चिकित्सक लगातार उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रहे हैं। बीते 600 वर्षों में बेनेडिक्ट सेवानिवृत्त होने वाले पहले पोप बने। उन्होंने 2013 में अपना पद छोड़ दिया था और वेटिकन गार्डन में एक परिवर्तित मठ में एकांत में अपनी जीवन जीने का विकल्प चुना। कुछ ही लोगों ने उनकी सेवानिवृत्ति की उम्मीद की थी। उन्हें सेवानिवृत्त हुए नौ साल बीत चुके हैं और वह आठ साल तक पोप के पद पर रहे थे।

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ब्रिटेन की शाही टकसाल ने किंग्स चार्ल्स-तृतीय की तस्वीर वाला सिक्का जारी किया
International ब्रिटेन की शाही टकसाल ने किंग्स चार्ल्स-तृतीय की तस्वीर वाला सिक्का जारी किया

ब्रिटेन की शाही टकसाल ने किंग्स चार्ल्स-तृतीय की तस्वीर वाला सिक्का जारी किया ब्रिटेन की शाही टकसाल ने बृहस्पतिवार को सम्राट किंग्स चार्ल्स तृतीय की आधिकारिक तस्वीर वाला पहला सिक्का जारी किया, जिससे संग्रहकर्ताओं को तीन जनवरी, 2023 से नये राजा की तस्वीर वाले सिक्के हासिल करने का मौका मिलेगा। इस सिक्के की डिजाइन इस साल के प्रारंभ में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की स्मृति वाले सिक्कों की श्रृंखला के तहत जारी की गयी थी। एक जनवरी 2023 से नये सिक्के आने लगेंगे, जिनपर अब 74-साल के सम्राट किंग्स चार्ल्स की तस्वीर होगी। यह ब्रिटेन के सिक्कों में बहुत बड़े बदलाव का संकेत है।

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नेतन्याहू ने इजराइल के नए प्रधानमंत्री पद की शपथ ली
International नेतन्याहू ने इजराइल के नए प्रधानमंत्री पद की शपथ ली

नेतन्याहू ने इजराइल के नए प्रधानमंत्री पद की शपथ ली बेंजामिन नेतन्याहू ने बृहस्पतिवार को इजराइल के नये प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। इजराइल में सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले 73 वर्षीय नेतन्याहू ने अपने नेतृत्व वाली छठी सरकार का गठन किया है जिसमेंकई धुर दक्षिणपंथी घटक दल शामिल हैं। नेतन्याहू को इजराइली संसद ‘नेसेट’ के 120 सदस्यों में से 63 का समर्थन प्राप्त है जो सभी दक्षिणपंथी हैं। सदन में नेतन्याहू के खिलाफ 54 सांसदों ने मतदान किया। उनको समर्थन करने वालों में अति कट्टरपंथी शास द्वारा समर्थित उनकी लिकुद पार्टी, यूनाइटेड तोरा जुदैज्म, दक्षिणपंथी ओत्ज्मा येहुदित, रिलिजियस जियोनिस्ट पार्टी और नोआम शामिल हैं। अनेक लोगों ने आशंका जताई है कि नेतन्याहू के नेतृत्व में बने इस समीकरण से देश की आबादी के बड़े हिस्से की सरकार के साथ असहमति हो सकती है। इजराइल की 37वीं सरकार के विश्वासमत प्राप्त करने से महज कुछ समय पहले नेसेट ने लिकुद पार्टी के सांसद अमीर ओहाना को नया अध्यक्ष (स्पीकर) चुना। पिछली सरकारोंमें न्यायमंत्री और जन सुरक्षा मंत्री रह चुके ओहाना नेसेट के पहले घोषित समलैंगिक स्पीकर हैं। नयी सरकार के शपथ-ग्रहण से पहले नेसेट में अपने संबोधन में नेतन्याहू ने कहा कि उनकी सरकार के तीन ‘राष्ट्रीय लक्ष्य’ ईरान को परमाणु आयुधों की ओर बढ़ने से रोकना, पूरे देश में बुलेट ट्रेन चलाना और अब्राहम समझौतों के दायरे में और अधिक अरब देशों को लाना हैं। नेतन्याहू के भाषण के दौरान विपक्षी सदस्य बार-बार टोका-टोकी कर रहे थे और उन्हें ‘कमजोर’ तथा ‘नस्लवादी’ कह रहे थे। हंगामे के बीच नेतन्याहू ने कहा, ‘‘मतदाताओं के जनादेश का सम्मान कीजिए। यह लोकतंत्र का या देश का अंत नहीं है।’’ उन्होंने देश के नागरिकों की निजी सुरक्षा में सुधार करने और जीवनस्तर के बढ़ते खर्च को कम करने का वादा किया। इस दौरान अनेक विपक्षी सांसदों को सदन से निष्कासित कर दिया गया। नेतन्याहू ने 31 मंत्रियों और तीन उप मंत्रियों की नियुक्ति की घोषणा की है। रक्षा, शिक्षा और कल्याण मंत्रालय में दो-दो मंत्री एक साथ काम करेंगे। मंत्रियों के रूप में केवल पांच महिलाए हैं। नेतन्याहू के सरकार बनाने की घोषणा करने के बाद निवर्तमान प्रधानमंत्री येर लापिद ने अपने संबोधन में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती और गठबंधन सहयोगी नाफ्ताली बेनेट की भी उपलब्धियां गिनाईं। लापिद ने कहा, ‘‘हम आपको अच्छी हालत में सरकार सौंप रहे हैं। इसे बर्बाद करने की कोशिश मत कीजिए। हम जल्द ही लौटेंगे।’’ उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में पहले कहा था कि आने वाली सरकार को गिराने के लिए संघर्ष करते रहेंगे और वापसी करेंगे। उन्होंने कहा कि यह अंत नहीं, हमारे प्यारे देश के लिए संघर्ष की शुरुआत है।

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जयशंकर ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार साइप्रस मुद्दे के समाधान का समर्थन करता है
International जयशंकर ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार साइप्रस मुद्दे के समाधान का समर्थन करता है

जयशंकर ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार साइप्रस मुद्दे के समाधान का समर्थन करता है विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साइप्रस मुद्दे के समाधान के तौर पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों पर आधारित द्वि-साम्प्रदायिक, द्वि-क्षेत्रीय संघ की ओर भारत की प्रतिबद्धता बृहस्पतिवार को दोहरायी। जयशंकर 29 से 31 दिसंबर तक साइप्रस की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उन्होंने साइप्रस के अपने समकक्ष लोआनिस कासोउलिडेस के साथ सार्थक चर्चा करने के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणियां कीं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत साइप्रस मुद्दे के समाधान के तौर पर संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों पर आधारित द्वि-साम्प्रदायिक, द्वि-क्षेत्रीय संघ की ओर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है।’’ वहीं, कासोउलिडेस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और अंतरराष्ट्रीय कानून के संबंध में साइप्रस की एक व्यवहार्य तथा व्यापक समझौते पर पहुंचने का समर्थन करने के लिए भारत का आभार जताया। उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि हमने भारत के मामले में देखा है, देश का विभाजन एक खतरनाक यात्रा की शुरुआत थी और निश्चित तौर पर अंत नहीं था इसलिए साइप्रस तथा उसके लोगों के लिए दो राज्य के समाधान को स्वीकार नहीं किया जा सकता।’’ गौरतलब है कि साइप्रस के विदेश मंत्रालय के अनुसार, तुर्किये ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर समेत अंतरराष्ट्रीय कानून के सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए 1974 में साइप्रस पर आक्रमण किया था। उसका दावा है कि आक्रमण के दौरान तुर्किये ने ‘‘फामागुस्ता शहर को अपने कब्जे में ले लिया था तथा तब से साइप्रस गणराज्य के 36 प्रतिशत क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर रखा है।’’ पाकिस्तान के करीबी सहयोगी तुर्किये के राष्ट्रपति रज्जब तैय्यब एर्दोआन बार-बार संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्रों में अपने संबोधन में कश्मीर मुद्दे का जिक्र करते है। भारत ने पहले भी उनकी टिप्पणियों को ‘‘पूरी तरह अस्वीकार्य’’ बताते हुए कहा था कि तुर्किये को दूसरे देशों की संप्रभुत्ता का सम्मान करना सीखना चाहिए।

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पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन भारत को बातचीत के लिए गंभीरता दिखानी चाहिए
International पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन भारत को बातचीत के लिए गंभीरता दिखानी चाहिए

पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन भारत को बातचीत के लिए गंभीरता दिखानी चाहिए पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह भारत के साथ अच्छे संबंध चाहता है, लेकिन नयी दिल्ली को कश्मीर सहित लंबित मुद्दों का संवाद के जरिये समाधान हेतु गंभीरता दिखानी चाहिए। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुम्ताज जहरा बलोच ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि पाकिस्तान दक्षिण एशिया के सभी देशों के साथ आपसी सम्मान और संप्रभु समानता के आधार पर पड़ोसियों के साथ शांति की नीति को जारी रखेगा। उन्होंने कहा, ‘‘ पाकिस्तान की रुचि शांति और संवाद में है और यह भारतीय प्राधिकारियों पर है कि वे रिश्ते को सुधारने के लिए जिम्मेदार रुख अपनाएं। बलोच ने कहा, ‘‘पाकिस्तान का मानना है कि द्विपक्षीय संबंध तब तक पूरी तरह सामान्य नहीं हो सकते, जबतक कि लंबित विवादों का समाधान न हो जाए, खासतौर पर जम्मू-कश्मीर का मुख्य मुद्दा।’’ उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद कश्मीर विवाद का संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के तहत समाधान की कोशिश करता रहेगा। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान-भारत रिश्तों में कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण हैं। दोनों देशों के संबंध उस समय अपने निचले स्तर पर आ गए जब भारत ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले भारतीय संविधान के प्रावधान अनुच्छेद-370 को समाप्त कर दिया। भारत के इस फैसले के बाद पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया दी और भारतीय राजदूत को वापस भेजने के साथ कूटनीतिक संबंधों को सीमित कर दिया। वर्ष 2019 के बाद से दोनों देशों के व्यापारिक संबंध लगभग ठप है। भारत ने पाकिस्तान से कहा कि पूरा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश देश का अखंड और अविभाज्य हिस्सा था, है और रहेगा। बलोच ने कहा कि पाकिस्तान, श्रीलंका, मालदीव, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश सहित अन्य दक्षिण एशियाई देशों से बेहतर संबंध चाहता है।

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पूर्व पोप बेनेडिक्ट की जन्मभूमि बवेरिया में उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना को लेकर प्रार्थना
International पूर्व पोप बेनेडिक्ट की जन्मभूमि बवेरिया में उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना को लेकर प्रार्थना

पूर्व पोप बेनेडिक्ट की जन्मभूमि बवेरिया में उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना को लेकर प्रार्थना पोप बेनेडिक्ट सोलहवें की मातृभूमि बवेरिया में लोगों ने बृहस्पतिवार को सेवानिवृत्त बिशप के लिए प्रार्थना की। वह वेटिकन के लिए जर्मनी छोड़ने के 40 साल बाद और उनके इस्तीफे के लगभग एक दशक बाद भी इस क्षेत्र के लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। जर्मनी के छोटे से शहर मार्कटल ऐम इन के सेंट ओसवाल्ड चर्च में, 95 साल से अधिक समय पहले जोसेफ रैत्जिंगर नाम के एक भविष्य के पोप का बपतिस्मा (ईसाई चर्च का विधिवत सदस्‍य बनने का संस्‍कार) हुआ था। यहां स्थानीय चर्च की प्रमुख सैंड्रा मेयर ने बेनेडिक्ट की एक मढ़ी हुई तस्वीर लगाई और उसके सामने लाल मोमबत्ती जलाकर ग्रामवासियों की प्रार्थना सभा का बंदोबस्त किया। मेयर का बपतिस्मा भी इसी गिरजाघर में हुआ था। उन्होंने कहा कि वह बुधवार को बेनेडिक्ट का स्वास्थ्य बिगड़ने की वेटिकन से आई “खबर से हिल गईं”। उन्होंने कहा, “मैं चाहती हूं कि उनके (बेनेडिक्ट सोलहवें के) लिए अब समय आसान हो और उन्हें कष्ट न हो।” मेयर (50) ने व्यक्तिगत रूप से उनसे दो बार मुलाकात को याद करते हुए कहा, “हमें यहां मार्कटल में गर्व है कि हमारे पास एक बवेरियन पोप है।” उन्होंने कहा, “वह एक अच्छे आदमी हैं और अच्छे पोप थे।” वेटिकन ने बृहस्पतिवार को कहा कि पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट सोलहवें अपने होश-ओ-हवास में हैं, हालांकि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। एक दिन पहले अधिकारियों ने खुलासा किया था कि 95-वर्षीय पोप का स्वास्थ्य हाल में बिगड़ गया था। वेटिकन के प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी के एक बयान में कहा गया है कि पोप फ्रांसिस ने “इस मुश्किल वक्त में उनका (पोप एमेरिटस बेनेडिक्ट सोलहवें का) साथ देने के लिए” निरंतर प्रार्थना करने के लिए कहा है।

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नेतन्याहू की सत्ता में वापसी से भारत-इजराइल रणनीतिक संबंधों में गति आने की उम्मीद
International नेतन्याहू की सत्ता में वापसी से भारत-इजराइल रणनीतिक संबंधों में गति आने की उम्मीद

नेतन्याहू की सत्ता में वापसी से भारत-इजराइल रणनीतिक संबंधों में गति आने की उम्मीद संक्षिप्त अंतराल के बाद बेंजामिन नेतन्याहू के दोबारा इजराइल के प्रधानमंत्री बनने पर भारत-इजराइल रणनीतिक संबंधों को और बढ़ावा मिलनेकी संभावना है। नेतान्याहू भारत और इजराइल के बीच मजबूत संबंध के पक्षधर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी मित्र नेतन्याहू ने दक्षिणपंथी सहयोगियों के साथ संसद में आसान बहुमत हासिल करने के बादअपनी छठी सरकार बनाई। इसके साथ ही देश में राजनीतिक अस्थिरता समाप्त हो गयी। लिकुद पार्टी के 73 वर्षीय नेता दूसरे इजराइली प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने जनवरी 2018 में भारत की यात्रा की। मोदी ने भी जुलाई 2017 में इजराइल की ऐतिहासिक यात्रा की थी और वह ऐसा करने वाले पहले प्रधानमंत्री थे। इस दौरान दोनों नेताओं की ‘आत्मीयता’ चर्चा का विषय था। नेतन्याहू इजराइल के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले नेता हैं। मोदी ने जब इजराइल की यात्रा की तब नेतन्याहू ‘साए’ की तरह उनके साथ रहे। इस तरह का सम्मान इजराइल में आमतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति और पोप के लिए आरक्षित होता है। दोनों नेताओं की ओलगा बीच पर एक दूसरे के सामने नंगे पांव खड़े होने के दौरान खींची गई तस्वीर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रही। मोदी की इजराइल यात्रा के दौरान दोनों देशों ने अपने संबंधों का विस्तार करते हुए उसे रणनीतिक साझेदारी में तब्दील किया। तब से दोनों देश अपने संबंधों को ज्ञान आधारित साझेदार पर केंद्रित कर रहे हैं जिनमें नवोन्मेष और अनुसंधान पर चर्चा और ‘मेकिंग इन इंडिया’ पहल को प्रोत्साहन शामिल है। नेतन्याहू ने मोदी सहित विश्व नेताओं के साथ करीबी का इस्तेमाल अपनी थाती के तौर पर चुनाव प्रचार के दौरान किया और प्रदर्शित किया कि उनके अलावा अंतरराष्ट्रीय मंच पर कोई और इजाइल के हितों को सुरक्षित नहीं कर सकता। उनकी लिकुद पार्टी के एक चुनाव प्रचार के दौरान मोदी के साथ उनकी तस्वीर का प्रमुखता से इस्तेमाल किया गया। गौरतलब है कि नेतन्याहू का जन्म 1949 में तेल अवीव में हुआ था और वह उस समय अमेरिका चले गए जब उनके पिता प्रमुख इतिहासकार और यहूदी कार्यकर्ता बेंजियन को अकादमिक पद की पेशकश की गई। वह 18 साल की उम्र में इजराइल लौटे और पांच साल तक एलिट कमांडो यूनिट ‘सायरेट मटकल’के कैप्टन के तौर पर सेना में अपनी सेवांए दी। नेतन्याहू ने वर्ष 1968 में बेरुत हवाई अड्डे पर छापेमारी की कार्रवाई में हिस्सा लिया और वर्ष 1973 में योम किप्पुर युद्ध लड़ा। सैन्य सेवा की अवधि पूरी करने के बाद वह दोबारा अमेरिका वापस लौटे और मैसाच्युसेट्स इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से परास्नातक किया। नेतन्याहू वर्ष 1984 में संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त किये गये और वर्ष 1988 में लौटने के बाद संसद के लिए निर्वाचित हुए और उप विदेश मंत्री बनाए गए। वह बाद में लिकुद पार्टी के अध्यक्ष बने और वर्ष 1996 में पहले प्रत्यक्ष निर्वाचित प्रधानमंत्री बने।

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बेलारूस के रक्षा मंत्रालय का बड़ा दावा, यूक्रेन की एस-300 मिसाइल को मार गिराया गया
International बेलारूस के रक्षा मंत्रालय का बड़ा दावा, यूक्रेन की एस-300 मिसाइल को मार गिराया गया

बेलारूस के रक्षा मंत्रालय का बड़ा दावा, यूक्रेन की एस-300 मिसाइल को मार गिराया गया रूस बेलारूस के रास्ते यूक्रेन पर भीषण हमले की तैयारी में है। बेलारूस की फौज ने जंगी तैयारी भी शुरू कर दी है। कहा जा रहा है कि बेलारूस अपनी मिलिट्री की ताकत को परखने में लगा हुआ है। रूस के साथ मिलकर बेलारूस ज्वाइंट फोर्स बना रहा है। इसी के साथ ही बेलारूस की तरफ से एक बड़ा दावा भी किया गया है। बेलारूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसके वायु रक्षा ने गुरुवार को सुबह लगभग 10 बजे (0700 GMT) ब्रेस्ट सीमा क्षेत्र में एक यूक्रेनी S-300 मिसाइल को मार गिराया। 

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Ukriane War: यूक्रेन पर एक और भीषण रूसी मिसाइल हमला
International Ukriane War: यूक्रेन पर एक और भीषण रूसी मिसाइल हमला

Ukriane War: यूक्रेन पर एक और भीषण रूसी मिसाइल हमला कीव। यूक्रेन की राजधानी कीव समेत अनेक क्षेत्र बृहस्पतिवार को रूस के मिसाइल हमले का सामना कर रहे हैं जो राष्ट्रीय अवसंरचना पर सिलसिलेवार हमले का ताजा मामला है। देश के कई क्षेत्रों में बृहस्पतिवार को तड़के हवाई हमले के प्रति चौकन्ने करने वाले सायरन बजने लगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मिखाइलो पोदोलयाक ने कहा कि रूस ने 120 से अधिक मिसाइलों से हमला किया है। कीव में क्षेत्रीय प्रशासन ने कहा कि जारी मिसाइल हमले से बचाव के लिए वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया गया है। कीव में विस्फोटों की आवाज सुनी गयी। खारकीव के मेयर इहोर तेरेखोव ने कहा कि यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर में अनेक विस्फोट हुए हैं। पोलैंड की सीमा से लगे ल्वीव शहर में भी विस्फोटों की आवाज सुनी गयी। यह जानकारी वहां के मेयर एंड्रिय सोदोवी ने दी। विभिन्न क्षेत्रों में यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि कुछ रूसी मिसाइलों को मार गिराया गया। यूक्रेन के दक्षिणी माइकोलैव प्रांत के गवर्नर वितालिय किम ने कहा कि काला सागर के ऊपर पांच मिसाइलों को मार गिराया गया। यूक्रेनी सेना की एक कमान ने कहा कि सुमी क्षेत्र में दो मिसाइलों को मार गिराया गया। कीव के जिला प्रशासन ने कहा कि वहां दार्नित्स्की में दो निजी इमारतों को रूसी मिसाइल हमलों में नुकसान पहुंचा है।

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ईरान में खुदाई के दौरान मिला मंदिर, खोजकर्ताओं को ऐतिहासिक साइट पर मिले अवशेष
International ईरान में खुदाई के दौरान मिला मंदिर, खोजकर्ताओं को ऐतिहासिक साइट पर मिले अवशेष

ईरान में खुदाई के दौरान मिला मंदिर, खोजकर्ताओं को ऐतिहासिक साइट पर मिले अवशेष ईरान में खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों को एक प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले है। इन अवशेषों के मिलने से जानकार काफी हैरान हैं। ईरान में मंदिर के अवशेष मिलने से यहां की सभ्यता और समाज को लेकर काफी अहम जानकारी सामने आ सकती है। शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि ये अवशेष ससनीद साम्राज्य के हो सकते है।

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Tragedy: Philippines में भारी बारिश और बाढ़ से 32 लोगों की मौत
International Tragedy: Philippines में भारी बारिश और बाढ़ से 32 लोगों की मौत

Tragedy: Philippines में भारी बारिश और बाढ़ से 32 लोगों की मौत मनीला। फिलीपीन में भारी बारिश और बाढ़ संबंधी घटनाओं में करीब 32 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 24 अन्य लापता हैं। आपदा संबंधी राष्ट्रीय एजेंसी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पूर्वी, मध्य और दक्षिणी फिलीपीन में खराब मौसम के कारण क्रिसमस का जश्न फीका पड़ गया। वहां 56,000 से अधिक लोग अब भी आपातकालीन आश्रयों में हैं। दक्षिणी प्रांत मिसामिस ऑक्सिडेंटल से कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें बचाव कर्मी एक प्लास्टिक की कुर्सी पर एक बुजुर्ग महिला को ले जाते नजर आ रहे हैं। इन तस्वीरों में बचाव कर्मी कुछ लोगों को रस्सी की मदद से बाढ़ ग्रस्त इलाके से बाहर खींचते भी दिखाई दे रहे हैं। ‘नेशनल डिज़ास्टर रिस्क रिडक्शन एंड मैनेजमेंट काउंसिल’ के अनुसार, जान गंवाने वाले 32 लोगों में से 18 उत्तरी मिंडानाओ के थे, जबकि लापता 24 में से 22 लोग मध्य फिलीपीन तथा पूर्वी बिकोल क्षेत्र के पूर्वी विसाया से ताल्लुक रखते हैं। अधिकतर लोगों की मौत डूबने की वजह से हुई और लापता लोगों में ज्यादातर मछुआरे हैं, जिनकी नौकाएं पलट गईं।

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cambodia के होटल कसीनो में भीषण आग से 10 लोगों की मौत
International cambodia के होटल कसीनो में भीषण आग से 10 लोगों की मौत

cambodia के होटल कसीनो में भीषण आग से 10 लोगों की मौत नोम पेन्ह। कंबोडिया में थाईलैंड से सटी सीमा के पास एक होटल कसीनो में बुधवार आधी रात को भीषण आग लगने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया में प्रकाशित खबर से यह जानकारी मिली है। थेमी थेमी मीडिया समूह की वेबसाइट ‘कंबोडियानेस’ की खबर के अनुसार, सीमावर्ती शहर पोईपेटी में ग्रैंड डायमंड कसीनो एंड होटल में बुधवार आधी रात को आग लग गई और बृहस्पतिवार सुबह तक इस पर काबू नहीं पाया जा सका था।

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एरिजोना में जमी हुई झील में गिरने से तीन भारतीय-अमेरिकियों की मौत
International एरिजोना में जमी हुई झील में गिरने से तीन भारतीय-अमेरिकियों की मौत

एरिजोना में जमी हुई झील में गिरने से तीन भारतीय-अमेरिकियों की मौत अमेरिका के एरिजोना में एक घटना में एक महिला सहित भारतीय मूल के तीन नागरिकों की जमी हुई झील में गिरने से मौत हो गई। हादसा 26 दिसंबर को अपराह्न तीन बजकर 35 मिनट पर कोकोनीनो काउंटी में वुड्स घाटी झील में हुआ। कोकोनीनो काउंटी के शेरिफ के कार्यालय (सीसीएसओ) ने मंगलवार को एक बयान में बताया, ‘‘झील में गिरकर मरने वाले लोगों की पहचान नारायण मुद्दन (49), गोकुल मेदिसेती (47) और हरिता मुड्डाना के तौर पर हुई है। तीनों एरिजोना के चैंडलर के रहने वाले थे और मूल रूप से भारतीय थे।’’ चैंडलर, फीनिक्स का एक उपनगर है। क्रिसमस के एक दिन बाद, तीन परिवार - जिनमें छह वयस्क और पांच बच्चे शामिल थे - बर्फीली सड़क का आनंद लेने के लिए घाटी से बाहर निकले थे। शेरिफ कार्यालय ने कहा, ‘‘वे बर्फ पर कुछ तस्वीरें लेना चाहते थे।’’ कार्यालय ने बताया कि बर्फ पर तस्वीर लेने के दौरान, तीन व्यक्ति जमी हुई झील में गिर गये। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने हरिता को बाहर निकाल लिया था, लेकिन उसे बचा नहीं पाए और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। तीनोंके शव बरामद हो गए हैं। सीसीएसओ के अधिकारियों की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘दो पुरुषों और एक महिला के जमी हुई झील पर चलने के दौरान बर्फ के टूट जाने से उसमें गिर जाने के बाद क्षेत्र के एक सबस्टेशन पर तैनात कर्मियों को मौके पर बुलाया गया था।’’ अमेरिका और कनाडा में 10 लाख से अधिक लोग भीषण सर्दी का सामना कर रहे हैं। क्यूबेक से टेक्सास तक 3,200 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में बर्फीले तूफान का कहर है, जिससे कई लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं।

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नेतन्याहू सरकार ने कहा कि वेस्ट बैंक इस्राइली बस्तियां सर्वोच्च प्राथमिकता है
International नेतन्याहू सरकार ने कहा कि वेस्ट बैंक इस्राइली बस्तियां सर्वोच्च प्राथमिकता है

नेतन्याहू सरकार ने कहा कि वेस्ट बैंक इस्राइली बस्तियां सर्वोच्च प्राथमिकता है बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व मेंबनने जा रही दक्षिणपंथी रुख वाली सरकार ने पश्चिम तट पर यहूदी बस्तियों के विस्तार को शीर्ष प्राथमिकताओं में रखा है। नयी सरकार के शपथ लेने से एक दिन पहले पार्टी ने अपनी मंशा जाहिर की। नेतन्याहू की लिकुड पार्टी ने बुधवार को नयी सरकार की नीतियों से जुड़े दिशानिर्देश जारी किये जिसमें सबसे ऊपर गलीली, निगेव, गोलान हाइट्स और जूडिया व समारिया की इजराइली भूमि पर बस्तियों का विस्तार और विकास शामिल है। पार्टी द्वारा उल्लेखित इलाकों के नाम पश्चिमी तट के बाइबल कालीन स्थानों के नाम हैं। अधिकतर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का मानना है कि पश्चिमी तट पर इजरायली बस्तियां अवैध और फलस्तीन के साथ शांति में बाधक हैं। नेतन्याहू की नयी सरकार इजराइल के इतिहास में सबसे अधिक धार्मिक और कट्टर रुख रखने वाली सरकार है, जिसमें अति रूढ़ीवादी पार्टियां, अति राष्ट्रवादी धार्मिक गुट और उनकी लिकुड पार्टी शामिल हो रही है। नयी सरकार बृहस्पतिवार को शपथ लेगी। नेतन्याहू वर्ष 2009 से 2021 तक इजराइल के प्रधानमंत्री थे और पिछले साल सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद दोबारा सत्ता में वापसी कर रहे हैं। वह ऐसे समय सत्ता संभाल रहे हैं जब उनके खिलाफ रिश्वत लेने, भरोसे को तोड़ने और धोखाधड़ी के मामले में सुनवाई हो रही है। हालांकि, उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया है।

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किम जोंग उन ने सैन्य शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रमुख लक्ष्यों का उल्लेख किया
International किम जोंग उन ने सैन्य शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रमुख लक्ष्यों का उल्लेख किया

किम जोंग उन ने सैन्य शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रमुख लक्ष्यों का उल्लेख किया उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन ने अगले साल अपनी सैन्य शक्ति को और अधिक मजबूत करने के लिए शीर्ष राजनीतिक अधिकारियों के साथ एक बैठक में विभिन्न लक्ष्यों को प्रस्तुत किया। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने बुधवार को यह जानकारी दी। किम का बयान इस बात का संकेत है कि उत्तर कोरिया हथियारों की होड़ में शामिल रहेगा। किम का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अपने प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया के साथ उत्तर कोरिया की शत्रुता बढ़ गयी है। दक्षिण कोरिया ने आरोप लगाया है कि उत्तर कोरिया ने पांच वर्षों मे पहली बार उसकी सीमा के पास ड्रोन विमान उड़ाए हैं। इस साल, उत्तर कोरिया ने रिकॉर्ड संख्या में मिसाइल परीक्षण किए हैं। उत्तर कोरिया की इन गतिविधियों को विशेषज्ञों ने शस्त्र भंडारों को आधुनिक बनाने और अमेरिका के साथ भविष्य के सौदे में इसका लाभ उठाने की कोशिश करार दिया है। उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी केसीएनए के मुताबिक सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की चल रही पूर्ण बैठक में मंगलवार को किम ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति और कोरियाई प्रायद्वीप में नयी सुरक्षा चुनौतियों का विश्लेषण किया और राष्ट्रीय हितों और संप्रभुता की रक्षा के लिए बाहरी संबंधों और दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई के सिद्धांतों और निर्देशों को स्पष्ट किया। किम ने बदलती परिस्थितियों के तहत 2023 में आत्मनिर्भर रक्षा क्षमता को आगे बढ़ाने के लिए नए अहम लक्ष्य निर्धारित किए हैं।

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