तिब्बत के पठार पर रेडियो टेलीस्कोप का एक बड़ा नेटवर्क, सूर्य से आने वाले रेडियो तरंगों के अध्ययन के लिए चीन तैयार
International तिब्बत के पठार पर रेडियो टेलीस्कोप का एक बड़ा नेटवर्क, सूर्य से आने वाले रेडियो तरंगों के अध्ययन के लिए चीन तैयार

तिब्बत के पठार पर रेडियो टेलीस्कोप का एक बड़ा नेटवर्क, सूर्य से आने वाले रेडियो तरंगों के अध्ययन के लिए चीन तैयार चीन अपने अंतरिक्ष कार्यक्रमों में बहुत तेजी से निवेश कर रहा है। तेजी से बढ़ते हुए इन अंतरिक्ष कार्यक्रमों में चीन ने एक और अभियान जोड़ लिया है। इसकी दूरबीनों सूर्य के रहस्यों का पता लगाने के लिए तैयार है। चीन ने तिब्बती पठार पर दाओचेंग सोलर रेडियो टेलीस्कोप (डीएसआरटी) का निर्माण पूरा कर लिया है और इस सुविधा का परीक्षण अगले साल जून में शुरू होने की उम्मीद है। 14 मिलियन डॉलर की अनुमानित लागत से निर्मित, वेधशाला का उपयोग सूर्य का अध्ययन करने और अंतरिक्ष और पृथ्वी के पर्यावरण पर इसके प्रभावों का पता लगाने के लिए किया जाएगा। इसे भी पढ़ें: दुनिया की आबादी 1 दिन बाद 8 अरब हो जाएगी, एक रिपोर्ट से ड्रैगन क्यों हुआ बेचैनयह छह मीटर चौड़े 313 छतरियों का एक नेटवर्क है जो सूर्य का विस्तार से अध्ययन करेगा। 3.

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विचारों के स्पष्ट और गहन आदान-प्रदान के लिए हैं तैयार, जिनपिंग से बोले बाइडेन- ‘संघर्ष’ से बचने की है उम्मीद
International विचारों के स्पष्ट और गहन आदान-प्रदान के लिए हैं तैयार, जिनपिंग से बोले बाइडेन- ‘संघर्ष’ से बचने की है उम्मीद

विचारों के स्पष्ट और गहन आदान-प्रदान के लिए हैं तैयार, जिनपिंग से बोले बाइडेन- ‘संघर्ष’ से बचने की है उम्मीद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन लगभग दो साल पहले अमेरिकी राष्ट्रपति के पदभार संभालने के बाद से अपनी पहली व्यक्तिगत बैठक के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात की है। बैठक दो महाशक्तियों के बीच बढ़ते तनाव के समय हो रही है। बहुप्रतीक्षित बैठक इंडोनेशिया में विश्व नेताओं के 20 शिखर सम्मेलन पहले आयोजित की गई है। इस दौरान दोनों ही नेताओं के लिए राजनीतिक रूप से हालिया दिन बेहद महत्वपूर्ण रहे हैं। एक तरफ जहां जो बाइडेन के डेमोक्रेट्स ने सीनेट कब्जा कर लिया, जबकि शी जिनपिंग को सामुदायिक पार्टी के राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा अक्टूबर में तीसरे पांच साल के कार्यकाल से सम्मानित किया गया।

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‘सब कुछ प्रतिबंधित है’, ईरानी मौलवी ने देश के इस्लामी शासन के विरोध का किया समर्थन
International ‘सब कुछ प्रतिबंधित है’, ईरानी मौलवी ने देश के इस्लामी शासन के विरोध का किया समर्थन

‘सब कुछ प्रतिबंधित है’, ईरानी मौलवी ने देश के इस्लामी शासन के विरोध का किया समर्थन इस्लामी धर्मतंत्र से प्रेरित देश के सत्तारूढ़ शासन के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व करने वाले प्रदर्शनकारियों के समर्थन में अब्दुलहामिद इस्माइल-ज़ई नामक ईरानी सुन्नी मौलवी का भी समर्थन मिला है। अब्दुलहामिद (75) एक प्रसिद्ध मुस्लिम मौलवी हैं, जिनका देश की बलूच आबादी पर आध्यात्मिक और राजनीतिक प्रभाव है। उन्होंने देश के बलूच दक्षिणपूर्व में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बढ़ती हिंसा के मद्देनजर ईरानी शासन पर निशाना साधा है। बलूच क्षेत्र के कई शहरों में शासन के बंदूकधारियों द्वारा कम से कम 18 निहत्थे प्रदर्शनकारियों की गोली मारकर हत्या किए जाने के एक सप्ताह बाद अब्दोलहामिद ने खुलासा किया कि शासन के अंदरूनी लोगों ने मृतकों के परिवारों को शांत रहने के लिए पैसे की पेशकश की। लेकिन उन्होंने मना कर दिया, उन्होंने कहा। इसके बजाय वे न्याय चाहते हैं। इसे भी पढ़ें: रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुनाईअब्दोलहामिद ने कहा कि इस्लामिक गणराज्य में हमें आजादी नहीं है। आज़ादी कहाँ है?

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ब्रिटेन के 11 साल के लड़के ने रच दिया इतिहास, दुनिया के सबसे बड़े जीनियस आइंस्टीन-हॉकिंग को भी पीछे छोड़ा
International ब्रिटेन के 11 साल के लड़के ने रच दिया इतिहास, दुनिया के सबसे बड़े जीनियस आइंस्टीन-हॉकिंग को भी पीछे छोड़ा

ब्रिटेन के 11 साल के लड़के ने रच दिया इतिहास, दुनिया के सबसे बड़े जीनियस आइंस्टीन-हॉकिंग को भी पीछे छोड़ा ब्रिटेन के 11 साल के एक लड़के ने दुनिया के सबसे बड़े जीनियस अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग को पीछे छोड़ दिया है। स्थानीय समाचार रिपोर्टों के अनुसार, इंग्लैंड के ग्यारह वर्षीय युसूफ शाह ने मेन्सा आईक्यू टेस्ट में 162 का उच्चतम संभव स्कोर अर्जित किया। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आइंस्टीन और हॉकिंग का आईक्यू 160 के करीब था। लीड्स के छठे-ग्रेडर ने यॉर्कशायर इवनिंग पोस्ट से बात करते हुए बताया कि स्कूल में हर कोई सोचता है कि मैं बहुत स्मार्ट हूं, और मैं हमेशा यह जानना चाहता था कि क्या मैं परीक्षा देने वाले शीर्ष 2% लोगों में था।"

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G20 शिखर सम्मेलन: रूस-यूक्रेन का मुद्दा रहेगा अहम, कई विश्व नेताओं की बैठकों पर नज़रें
International G20 शिखर सम्मेलन: रूस-यूक्रेन का मुद्दा रहेगा अहम, कई विश्व नेताओं की बैठकों पर नज़रें

G20 शिखर सम्मेलन: रूस-यूक्रेन का मुद्दा रहेगा अहम, कई विश्व नेताओं की बैठकों पर नज़रें बाली। इंडोनेशिया ने करीब एक साल पहले जी20 की अध्यक्षता संभालते हुए ‘‘एक साथ उभरें, मजबूती से उभरें’’ का नारा दिया था, जो कि उस समय कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रकोप की मार झेल रही दुनिया के लिए एकदम उपयुक्त था। आज हालांकि रिज़ॉर्ट द्वीप के नुसा दुआ क्षेत्र में जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले बसों और होर्डिंग पर छपा यह नारा थोड़ा कम प्रासंगिक प्रतीत हो रहा है। खासकर तब जब रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद विश्व आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है और खाद्य तथा ऊर्जा की कमी का संकट मंडरा रहा है।  शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। रूस-यूक्रेन संघर्ष और उसके वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव यहां चर्चा का विषय रहेगा। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच सोमवार को होने वाली एक बैठक पर भी सभी की नज़र है। अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी के अगस्त में ताइवान की यात्रा करने के बाद दोनों देशों के बीच संबंध और खराब हो गए थे। चीन ने इसे उकसाने वाला कदम करार दिया था और इसके जवाब में स्व-शासित द्वीप के आसपास कई सैन्य अभ्यास किए थे।  बाइडन रविवार देर रात बाली के लिए रवाना हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को यहां पहुंचेंगे। इस दौरान वह शिखर सम्मेलन के मुख्य सत्रों में हिस्सा लेंगे और कुछ द्विपक्षीय बैठके करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और इंडोनेशिया में प्रवासी भारतीय के एक सामुदायिक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। हालांकि मोदी चीन के राष्ट्रपति शी से मुलाकात करेंगे या नहीं अभी यह स्पष्ट नहीं है। अगर दोनों के बीच मुलाकात होती है तो जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद यह पहली द्विपक्षीय मुलाकात होगी।  दोनों नेताओं ने सितंबर में उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में शिरकत की थी, लेकिन तब दोनों के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं हुई थी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। पुतिन के इस फैसले का पश्चिमी देशों के नेताओं की मंशा पर कोई असर नहीं पड़ता दिख रहा, जो यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के खिलाफ रूस की खुलकर निंदा करने को तैयार हैं।  रूस को शिखर सम्मेलन में ‘‘खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा’’ पर चर्चा के दौरान कड़ी निंदा का सामना करना पड़ सकता है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी लंदन से रवाना होने से पहले स्पष्ट कर दिया था, ‘‘ जी20 शिखर सम्मेलन इस बार हमेशा की तरह नहीं होगा।’’ इंडोनेशिया जी-20 का वर्तमान अध्यक्ष है। भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा। जी-20 या 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।

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तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में हुआ धमाका, छह की मौत, 81 घायल
International तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में हुआ धमाका, छह की मौत, 81 घायल

तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में हुआ धमाका, छह की मौत, 81 घायल इस्तांबुल। तुर्किये की राजधानी इस्तांबुल के लोकप्रिय इस्तिकलाल एवेन्यू में रविवार को हुए एक भीषण विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 81 अन्य घायल हो गए। तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने इस विस्फोट को एक ‘‘घिनौना हमला’’ करार दिया। उन्होंने कहा कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी। एर्दोआन ने हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस वारदात से ‘‘आतंकवाद की बू’’ आती है, पर इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं हो पाई है। जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रविवार को इंडोनेशिया रवाना हुए एर्दोआन ने बताया कि हमले में छह लोगों की जान चली गई। तुर्किये के उपराष्ट्रपति फुएट ओक्टे ने बताया कि 81 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर है। उन्होंने कहा कि यह एक आतंकवादी हमला प्रतीत होता है। इस्तिकलाल एवेन्यू में रविवार को हुए विस्फोट के बाद अफरा-तफरी मच गई थी। घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए थे। हालांकि, तुर्किये की मीडिया निगरानी संस्था ने विस्फोट की ‘‘रिपोर्टिंग’’ पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। इस कदम से प्रसारक विस्फोट के दौरान और उसके बाद के वीडियो नहीं दिखा पाएंगे। रेडियो एवं टेलीविज़न की सर्वोच्च परिषद ने पहले भी हमलों और दुर्घटनाओं के बाद इस तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। गौरतलब है कि तुर्किये में 2015 से 2017 के बीच कई बार विस्फोट हुए, जिनमें से कई को इस्लामिक स्टेट और कुर्दिश समूहों ने अंजाम दिया था।

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COP27 : भारत ने शीर्ष-20 उत्सर्जकों पर ध्यान केंद्रित करने के प्रयासों को किया बाधित, इन मुद्दों को उठाने की मांग
International COP27 : भारत ने शीर्ष-20 उत्सर्जकों पर ध्यान केंद्रित करने के प्रयासों को किया बाधित, इन मुद्दों को उठाने की मांग

COP27 : भारत ने शीर्ष-20 उत्सर्जकों पर ध्यान केंद्रित करने के प्रयासों को किया बाधित, इन मुद्दों को उठाने की मांग नयी दिल्ली। भारत ने मिस्र में चल रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में ‘शमन कार्य कार्यक्रम’ (मिटिगेशन वर्क प्रोग्राम या एमडब्ल्यूपी) पर चर्चा के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड के शीर्ष 20 उत्सर्जकों पर ध्यान केंद्रित करने के विकसित देशों के प्रयास को अवरुद्ध कर दिया। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विकसित देश चाहते थे कि जलवायु वार्ता के पहले सप्ताह के दौरान भारत और चीन सहित सभी शीर्ष 20 उत्सर्जक देश सिर्फ जलवायु परिवर्तन के लिए ऐतिहासिक रूप से जिम्मेदार अमीर देशों के बारे में चर्चा न करें, बल्कि वे कार्बन उत्सर्जन में भारी कटौती के मुद्दे पर भी बात करें।  इन शीर्ष 20 उत्सर्जक देशों की सूची में भारत सहित कई विकासशील देश शामिल हैं, जिन्हें ‘ग्लोबल वार्मिंग’ के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है। सूत्रों के अनुसार, भारत ने चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल और भूटान सहित समान विचारधारा वाले विकासशील देशों के समर्थन से इस प्रयास को बाधित कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, भारत और अन्य विकासशील देशों ने कहा कि एमडब्ल्यूपी को पेरिस समझौते को फिर से शुरू करने का नेतृत्व नहीं करना चाहिए’’, जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि देशों की जलवायु प्रतिबद्धताओं को परिस्थितियों के आधार पर राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित किया जाना है।  पिछले साल ग्लासगो में सीओपी26 में सभी पक्षों ने स्वीकार किया था कि 2030 तक वैश्विक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में 45 प्रतिशत की कमी (2010 के स्तर की तुलना में) वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.

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कंबोडिया में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा, हम अपने ही बड़े परिवार में हैं
International कंबोडिया में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा, हम अपने ही बड़े परिवार में हैं

कंबोडिया में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा, हम अपने ही बड़े परिवार में हैं (बंटी त्यागी) सिएम रीप (कंबोडिया), 13 नवंबर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि कंबोडिया भारत के ही बड़े परिवार का हिस्सा है और उन्हें यहां आकर ऐसा लगा, जैसे वह अपने ही घर में हैं। धनखड़ ने यहां ‘ता प्रोह्म’ मंदिर में ‘हॉल ऑफ डांसर्स’ का संरक्षण कार्य पूरा होने के बाद उसका उद्घाटन किया। धनखड़, अपनी पत्नी सुदेश धनखड़ और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ ता प्रोह्म मंदिर गए और उन्होंने वहां पूजा-अर्चना की। उन्होंने देश के तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन अंकोरवाट मंदिर में भी दर्शन किए। धनखड़ ने अंकोर पुरातात्विक परिसर स्थित ता प्रोह्म मंदिर में बने ‘हॉल ऑफ डांसर्स’ का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘‘हम अपने विस्तारित पड़ोसी देश में नहीं हैं, हम अपने विस्तारित परिवार में हैं।’’ ता प्रोह्म मंदिर स्थित ‘द हॉल ऑफ डांसर्स’ कंबोडिया में सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और जीर्णोद्धार के लिए भारत और कंबोडिया के बीच 40 लाख डॉलर की सहयोगात्मक परियोजना का हिस्सा है। धनखड़ ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘आज अंकोरवाट मंदिर के दर्शन का सौभाग्य मिला।

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राष्ट्रपति एर्दोआन ने कहा कि इस्तांबुल में एक विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई और 53 घायल हो गए
International राष्ट्रपति एर्दोआन ने कहा कि इस्तांबुल में एक विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई और 53 घायल हो गए

राष्ट्रपति एर्दोआन ने कहा कि इस्तांबुल में एक विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई और 53 घायल हो गए तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने इस्तांबुल के लोकप्रिय इस्तिकलाल एवेन्य पर रविवार को हुए एक भीषण विस्फोट को ‘हमला’ करार दिया और कहा कि घटना में छह लोगों की मौत हुई है तथा 53 जख्मी हुए हैं। इस्तिकलाल एवेन्य में हुए विस्फोट की वजह फौरन साफ नहीं हो सकी है।सरकारी समाचार एजेंसी ‘अनादोलू’की खबर के मुताबिक, विस्फोट की जांच करने का जिम्मा पांच अभियोजकों को दिया गया है।

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इजरायल के राष्ट्रपति हर्ज़ोग ने बेंजामिन नेतन्याहू को नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया
International इजरायल के राष्ट्रपति हर्ज़ोग ने बेंजामिन नेतन्याहू को नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया

इजरायल के राष्ट्रपति हर्ज़ोग ने बेंजामिन नेतन्याहू को नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया इजराइल के राष्ट्रपति आइजैक हर्जोग द्वारा रविवार को नयी सरकार बनाने के लिए आधिकारिक तौर पर आमंत्रित किए जाने के बाद बेंजामिन नेतन्याहू ने वादा किया कि वह ‘‘सभी लोगों के प्रधानमंत्री’’ होंगे। गत एक नवंबर को हुए चुनाव के कुछ दिन बाद राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नेसेट (इजराइल की संसद) के 64 सदस्यों का समर्थन हासिल करने वाले नेतन्याहू को अगली सरकार बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिछले चार वर्षों में देश में यह पांचवां चुनाव था। हर्जोग ने राष्ट्रपति निवास पर एक बैठक के दौरान नेतन्याहू को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। इजराइल के सबसे लंबे समय तक सेवारत नेता रहे नेतन्याहू (73) देश के 74 साल के इतिहास में किसी भी अन्य प्रधानमंत्री से ज्यादा-पांच बार चुनाव जीतकर नेतृत्व कर चुके हैं। नेतन्याहू के पास सरकार बनाने के लिए 28 दिन का समय होगा। यदि समय बढ़ाने की जरूरत होती है, तो राष्ट्रपति के पास चौदह अतिरिक्त दिन तक का समय देने का कानूनी अधिकार है। सत्ता में नेतन्याहू की वापसी से भारत-इजराइल के रणनीतिक संबंध और प्रगाढ़ होने की संभावना है। भारत के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के पैरोकार, नेतन्याहू जनवरी 2018 में भारत की यात्रा करने वाले दूसरे इजराइली प्रधानमंत्री थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जुलाई 2017 में इजराइल की यात्रा किसीभारतीय प्रधानमंत्री की इस देश की पहली यात्रा थी। दोनों नेताओं के बीच का जुड़ाव उस समय गहन चर्चा का विषय बन गया था। हर्जोग ने कहा कि वह नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुकदमे से ‘‘अनजान नहीं’’ हैं, लेकिन अदालत ने फैसला सुनाया था कि यह नेतन्याहू को जनादेश देने में बाधा नहीं है। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘इजराइल को ऐसी सरकार की आवश्यकता है जो भले ही उसकी संरचना में सभी विश्वदृष्टि और विधायिका के वर्गों को प्रतिबिंबित न करे, फिर भी सभी लोगों के बीच जुड़ाव और एकीकरण की प्रक्रिया का नेतृत्व करना जानती हो और एक जिम्मेदार, सतर्क, खुला, स्पष्ट, तथा सरकार की अन्य शाखाओं के साथ बढ़िया संवाद बनाए।’’ राष्ट्रपति हर्जोग ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि वह नेतन्याहू को उन सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ परामर्श के बाद एक नयी सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगे, जो एक नवंबर को हुए चुनाव में 25वीं नेसेट के लिए निर्वाचित हुए हैं। पिछले बुधवार को केंद्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष से औपचारिक रूप से चुनाव परिणाम प्राप्त करने के तुरंत बाद इजराइल के राष्ट्रपति ने राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ चर्चा शुरू कर दी। नयी सरकार बनाने का जनादेश प्राप्त करने और अपने नेतृत्व में छठी बार सरकार बनाने की तैयारी कर रहे नेतन्याहू ने कहा कि वह ‘‘बिना किसी अपवाद के इजराइल के सभी नागरिकों’’ के लिए प्रधानमंत्री होंगे। नेतन्याहू ने कहा, ‘‘बहुत सारे लोगों ने चुनाव परिणामों का स्वागत किया है लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने कड़ी टिप्पणियां की हैं और जनता को डरा रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब ऐसी बातें कही गई हैं। उन्होंने (लिकुड पार्टी के पहले नेता मेनाचेम) के बारे में यही शुरू किया था। उन्होंने मेरे बारे में भी कहा, यह तब भी सच नहीं था और आज भी यह सच नहीं है।’’

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उत्तर कोरिया और चीन के खतरे को लेकर बाइडन की एशियाई सहयोगियों संग गोलबंदी
International उत्तर कोरिया और चीन के खतरे को लेकर बाइडन की एशियाई सहयोगियों संग गोलबंदी

उत्तर कोरिया और चीन के खतरे को लेकर बाइडन की एशियाई सहयोगियों संग गोलबंदी राष्ट्रपति जो बाइडन रविवार को जापान और दक्षिण कोरिया के नेताओं से मिल रहे हैं ताकि अपने परमाणु और बैलेस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों से डरा रहे उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिक्रिया व्यक्त करने में समन्वय स्थापित किया जा सके। इसके अलावा चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ आमने-सामने की बैठक की पूर्व संध्या पर बाइडन ने प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रुख पर काबू पाने के लिहाज से जानकारी लेंगे। बाइडन ने जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मुलाकात की और उनका दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक येओल के साथ भी बैठक का कार्यक्रम है।

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खेरसॉन की सफलता के बाद, यूक्रेन ने रूस को देश से पूरी तरह बाहर करने की प्रतिबद्धता जताई
International खेरसॉन की सफलता के बाद, यूक्रेन ने रूस को देश से पूरी तरह बाहर करने की प्रतिबद्धता जताई

खेरसॉन की सफलता के बाद, यूक्रेन ने रूस को देश से पूरी तरह बाहर करने की प्रतिबद्धता जताई यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने खेरसॉन से रूसी सेना के पीछे हटने के बाद उसे अपने देश से पूरी तरह से बाहर करने की प्रतिबद्धता जताई है। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस शहर पर करीब आठ महीने से रूसी सेना का कब्जा था। रूस ने इस बड़े शहर में अपनी मजबूत पकड़ छोड़ दी। रूस ने जब 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण किया था, तो खेरसॉन सबसे पहले उसके कब्जे में आने वाले स्थानों में एक था। खेरसॉन के निवासियों ने इस घटनाक्रम पर खुशी जताते हुए यूक्रेनी सैनिकों को गले लगा लिया। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने शनिवार रात अपने वीडियो संबोधन में कहा, ‘‘हम रूसी-अधिकृत क्षेत्र को मुक्त कराने वाले यूक्रेनी सैनिकों के ऐसे कई और सम्मान होते हुए देखेंगे।’’ उन्होंने अभी रूस के कब्जे वाले यूक्रेन के कई शहरों और गांवों के लोगों से वादा किया, ‘‘हम किसी को नहीं भूलते; और हम हर क्षेत्र को मुक्त करायेंगे।’’ यूक्रेन द्वारा खेरसॉन को फिर से अपने कब्जे में लेना रूसी सैनिकों के लिए एक बड़ा झटका है। यूक्रेन की सेना ने रविवार को खेरसॉन पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली। अधिकारियों ने विस्फोटक उपकरणों को हटाने और शहर में बुनियादी सार्वजनिक सेवाओं को बहाल करने पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया है।

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धनखड़ ने खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा को लेकर वैश्चिक चिंताओं को रेखांकित किया
International धनखड़ ने खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा को लेकर वैश्चिक चिंताओं को रेखांकित किया

धनखड़ ने खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा को लेकर वैश्चिक चिंताओं को रेखांकित किया उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर वैश्विक चिंताओं को रेखांकित किया और नौवहन एवं ऊपर से उड़ान भरने (ओवरफ्लाइट) की स्वतंत्रता के साथ मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत को बढ़ावा देने में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) तंत्र की भूमिका पर जोर दिया। धनखड़ ने यहां 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) को संबोधित करते हुए 2023 में अंतरराष्ट्रीय जुआर वर्ष में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के सदस्यों के पूर्ण योगदान का भी आह्वान किया।

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नेपाल के पांच दिवसीय दौरे पर हैं चीन के उप मंत्री ली कुन
International नेपाल के पांच दिवसीय दौरे पर हैं चीन के उप मंत्री ली कुन

नेपाल के पांच दिवसीय दौरे पर हैं चीन के उप मंत्री ली कुन नेपाल की पांच दिवसीय यात्रा पर आये चीन के संस्कृति और पर्यटन मामलों के उप मंत्री ली कुन ने यहां दरबार स्क्वायर का दौरा किया, जहां उन्होंने दोनों देशों द्वारा संयुक्त रूप से पुनर्निर्मित धरोहर स्थल का निरीक्षण किया। नेपाल में 2015 में आये विनाशकारी भूकंप में दरबार स्कवायर को काफी नुकसान पहुंचा था। चीनी अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे ली ने शनिवार को काठमांडू स्थित दरबार स्क्वायर का दौरा किया, जहां उन्होंने नेपाल और चीन द्वारा संयुक्त रूप से पुनर्निर्मित धरोहर स्थल का निरीक्षण किया।

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पाकिस्तान ने आधिकारिक ऑस्कर प्रविष्टि जॉयलैंड पर प्रतिबंध लगा दिया
International पाकिस्तान ने आधिकारिक ऑस्कर प्रविष्टि जॉयलैंड पर प्रतिबंध लगा दिया

पाकिस्तान ने आधिकारिक ऑस्कर प्रविष्टि जॉयलैंड पर प्रतिबंध लगा दिया पाकिस्तान के अधिकारियों ने साइम सादिक की फिल्म ‘जॉयलैंड’ को प्रतिबंधित कर दिया है। उनका आरोप है कि फिल्म में “ बेहद आपत्तिजनक सामग्री’ है। कुछ महीने पहले ही प्रमाण पत्र जारी कर फिल्म के सार्वजनिक प्रदर्शन की मंजूरी दे दी गई थी। ‘जॉयलैंड’ऑस्कर में पाकिस्तान की आधिकारिक प्रविष्टि है। इसे सरकार ने 17 अगस्त को प्रमाण पत्र दिया था। बहरहाल, इसकी सामग्री को लेकर हाल में ऐतराज़ जताया गया था। आपत्ति के बाद सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने देश के रूढ़िवादी तत्वोंके साथ टकराव से बचने के लिए फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया। मंत्रालय ने 11 नवंबर को जारी अधिसूचना में कहा कि यह फिल्म देश के सामाजिक मूल्यों और नैतिक मानकों के अनुरूप नहीं है। अधिसूचना में कहा गया है, “ लिखित शिकायतें मिली हैं कि फिल्म में अत्यधिक आपत्तिजनक सामग्री है जो हमारे समाज के सामाजिक मूल्यों और नैतिक मानकों के अनुरूप नहीं है और स्पष्ट रूप से शिष्टता और नैतिकता के मानदंडों के प्रतिकूल है।” सादिक के निर्देशन में बनी पहली फिल्म 2023 अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर श्रेणी की अंतिम पांच में स्थान पाने की दौड़ में है।

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यूक्रेन संकट, चीन और पश्चिमी देशों के बीच तनाव के मुद्दे जी-20 शिखर सम्मेलन में हावी रहेंगे
International यूक्रेन संकट, चीन और पश्चिमी देशों के बीच तनाव के मुद्दे जी-20 शिखर सम्मेलन में हावी रहेंगे

यूक्रेन संकट, चीन और पश्चिमी देशों के बीच तनाव के मुद्दे जी-20 शिखर सम्मेलन में हावी रहेंगे बाली में इस हफ्ते आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन तथा पश्चिमी देशों के बीच तनाव के मुद्दे हावी रहने की संभावना है। जी-20 समूह मंगलवार को इंडोनेशिया में ‘‘एक साथ उबरें, मजबूत होकर उबरें’’ की उम्मीद के साथ शिखर सम्मेलन शुरू करने जा रहा है। एक तरफ जहां रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बैठक से दूरी बना रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी से भी मुलाकात करेंगे। शिखर सम्मेलन की स्वास्थ्य, स्थायी ऊर्जा और डिजिटल परिवर्तन की आधिकारिक प्राथमिकताएं, यूक्रेन में जारी युद्ध के कारण भू-राजनीतिक तनाव से प्रभावित होने की आशंका है। लगभग नौ महीने से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध ने तेल, प्राकृतिक गैस और अनाज के व्यापार को बाधित कर दिया है, जिसके चलते शिखर सम्मेलन का ध्यान व्यापक रूप से खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा की ओर चला गया है। इस बीच, अमेरिका के अलावा यूरोप और एशिया में सहयोगी देश, चीन के खिलाफ तेजी से एकजुट हो रहे हैं, जिससे भारत, ब्राजील और मेजबान देश इंडोनेशिया जैसी उभरती जी-20 अर्थव्यवस्थाएं संतुलित रुख अपना रही हैं। यूक्रेन जी-20 का हिस्सा नहीं है। हालांकि, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के न्योते पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ऑनलाइन माध्यम से बैठक में हिस्सा ले सकते हैं।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुनाई
International रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुनाई

रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुनाई ईरान की रिवोल्यूशनरी अदालत ने देश में लगातार जारी अशांति के बीच एक सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी को मृत्युदंड और पांच अन्य लोगों को कारावास की सजा सुनाई है। सरकारी मीडिया ने रविवार को यह जानकारी दी। देश में पिछले कुछ हफ्तों से जारी सरकार विरोधी प्रदर्शनों में भाग लेने के लिए गिरफ्तार लोगों के खिलाफ जारी मुकदमों में संभवत: पहली बार मौत की सजा दी गई है। ईरान की न्यायपालिका से संबंधित समाचार वेबसाइट मिजान ने बताया कि प्रदर्शनकारी को एक सरकारी भवन में आग लगाने के मामले में मौत की सजा सुनाई गई तथा पांच अन्य लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के उल्लंघन के आरोप में पांच से 10 साल की सजा दी गई। ईरानी पुलिस की हिरासत में 16 सितंबर को 22 वर्षीय महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। महिलाओं के लिए ईरान में सख्त ड्रेस कोड का कथित रूप से उल्लंघन करने पर अमीनी को हिरासत में लिया गया था। शुरुआत में विरोध प्रदर्शन ईरान में हिजाब पहनने की अनिवार्यता पर केंद्रित थे, लेकिन बाद में प्रदर्शनों का सिलसिला बढ़ता गया और ये 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद सत्तारूढ़ शासकों के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक में बदल गए हैं।

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सुनक जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया रवाना हुए
International सुनक जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया रवाना हुए

सुनक जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया रवाना हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक जी-20 वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को इंडोनेशिया रवाना हुए और उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर रूसी राष्ट्रपति ‘‘व्लादिमीर पुतिन की सरकार’’ की वहां निंदा करने का संकल्प लिया। इंडोनेशिया जी-20 का वर्तमान अध्यक्ष है। भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता करेगा। जी-20 या 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का अंतर-सरकारी मंच है। समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। जी-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। सुनक ने बाली के लिए रवाना होने से पहले एक बयान में कहा, ‘‘पुतिन के युद्ध ने दुनिया भर में तबाही मचाई है। इसने कई लोगों का जीवन नष्ट किया है और अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को उथल-पुथल कर दिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह जी-20 शिखर सम्मेलन हमेशा की तरह कारोबार के बारे में नहीं होगा। हम पुतिन के शासन की निंदा करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पुतिन के व्यवधान उत्पन्न करने के विपरीत, ब्रिटेन और हमारे सहयोगी आर्थिक चुनौतियों को हल करने और लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए सार्थक प्रगति करने की दिशा में मिलकर काम करेंगे।’’ सुनक मंगलवार को जी-20 के पहले पूर्ण सत्र के दौरान अपने भाषण में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव को आड़े हाथों लेंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन में पुतिन हिस्सा नहीं लेंगे और लावरोव रूस का प्रतिनिधित्व करेंगे।

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इस्तांबुल के भीड़भाड़ वाले इलाके में ब्लास्ट, अफरा-तफरी के बीच कई लोगों के घायल होने की खबर
International इस्तांबुल के भीड़भाड़ वाले इलाके में ब्लास्ट, अफरा-तफरी के बीच कई लोगों के घायल होने की खबर

इस्तांबुल के भीड़भाड़ वाले इलाके में ब्लास्ट, अफरा-तफरी के बीच कई लोगों के घायल होने की खबर तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में ब्लास्ट हुआ है। जानकारी के मुताबिक इस ब्लास्ट में कई लोग घायल हुए हैं। यह ब्लास्ट इस्तांबुल के काफी लोकप्रिय इलाका इस्तिकलाल एवेन्यू के पास हुआ। फिलहाल धमाके के बाद एंबुलेंस दमकल की गाड़ियां और पुलिस दिखाई दे रही है। हालांकि, विस्फोट का सही कारण अब तक पता नहीं चल पाया है। लेकिन ब्लास्ट के बाद आसपास के दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी है। इतना ही नहीं, रास्तों को भी बंद कर दिया गया है।  इसे भी पढ़ें: उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक पर ब्लास्ट, मोदी ने 13 दिन पहले की थी शुरुआत, गहलोत ने जांच के दिए निर्देश

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America में Air Show के दौरान आपस में टकराए दो विमान, 6 लोगों के मरने की आशंका
International America में Air Show के दौरान आपस में टकराए दो विमान, 6 लोगों के मरने की आशंका

America में Air Show के दौरान आपस में टकराए दो विमान, 6 लोगों के मरने की आशंका अमेरिका में दो विमानों के बीच टक्कर की खबर है। दरअसल, अमेरिका में एयर शो के दौरान ‘बी-17 फ्लाइंग फोर्ट्रेस’ बमवर्षक विमान और एक छोटा विमान हवा में एयर शो के दौरान टकरा गए। इसके बाद दोनों ही विमान तुरंत जमीन पर आ गिरे और पूरी तरीके से आग के गोले में तब्दील हो गए। घटना अमेरिका के डलास की है। जानकारी के मुताबिक घटना में कम से कम 6 लोगों की मृत्यु हुई है। लेकिन इसकी पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है। यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से भी इसको लेकर कोई पुष्ट जानकारी नहीं दी है। अब तक जानकारी यह भी नहीं है कि विमान में कितने लोग सवार थे। दोनों विमानों के टकराने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटना शनिवार दोपहर लगभग 1:20 की है। इसे भी पढ़ें: सुनक और दूसरे भारतवंशियों के बारे में भारत को गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए

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चीन ने कक्षा में अपने स्पेस स्टेशन के लिए कार्गो अंतरिक्ष यान प्रक्षेपित किया
International चीन ने कक्षा में अपने स्पेस स्टेशन के लिए कार्गो अंतरिक्ष यान प्रक्षेपित किया

चीन ने कक्षा में अपने स्पेस स्टेशन के लिए कार्गो अंतरिक्ष यान प्रक्षेपित किया चीन ने अपने तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन को आपूर्ति भेजने के लिए शनिवार को कार्गो अंतरिक्ष यान ‘तियानजू’ का सफल प्रक्षेपण किया। तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण इस साल तक पूरा होने की उम्मीद है। अंतरिक्ष में मानव मिशन से संबंधित चीन की एजेंसी ‘सीएमएसए’ (चाइना मैन्ड स्पेश एजेंसी) ने बताया कि दक्षिणी हैनान प्रांत में वेंचचांग अंतरिक्ष प्रक्षेपण स्थल से ‘तियानजू-5’ को लेकर सुबह रवाना हुआ ‘लांग मार्च-7 वाई6’ रॉकेट सफलतापूर्वक निर्धारित कक्षा में पहुंच गया। समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की खबर के अनुसार एजेंसी ने इसे पूरी तरह सफल प्रक्षेपण बताया है। इससे पहले, 31 अक्टूबर को चीन ने अपने तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण को अंतिम चरण में ले जाने के लिए ‘मेंगटियन मॉड्यूल’ नामक दूसरी प्रयोगशाला की शुरुआत की थी। चीन अंतरिक्ष विज्ञान एवं तकनीक (सीएएसटीसी) ने पहले घोषणा की थी कि निम्न-कक्षा के लिए अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण इस वर्ष पूरा होने की उम्मीद है। तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण को पूरा करने के लिए तीन अंतरिक्ष यात्रियों के दो समूहों को छह महीने के मिशन पर इसके ‘तियान्हे’ नामक मुख्य मॉड्यूल में भेजा गया था। एक ओर, अंतरिक्ष यात्रियों का एक समूह वापस आ गया है, तो दूसरी ओर तीन अंतरिक्ष यात्रियों का एक और समूह फिलहाल इसके निर्माण को पूरा करने के लिए तियान्हे में स्थित है। निर्माण के बाद चीन एकमात्र ऐसा देश होगा जिसके पास पूरी तरह से एक अंतरिक्ष स्टेशन होगा और वह नासा के नेतृत्व वाले अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (एसएसएस) का प्रतिस्पर्धी होगा। पर्यवेक्षकों का कहना है कि आने वाले वर्षों में आईएसएस का कार्यकाल बीत जाने के बाद सीएसएस (चीनी अंतरिक्ष स्टेशन) कक्षा में रहने वाला एकमात्र अंतरिक्ष स्टेशन बन सकता है।

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चीन में कोविड-19 के 11,773 नये मामले सामने आये
International चीन में कोविड-19 के 11,773 नये मामले सामने आये

चीन में कोविड-19 के 11,773 नये मामले सामने आये चीन में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 11,773 नये मामले सामने आये। इनमें से 10,351 ऐसे मामले शामिल हैं जिनमें कोई लक्षण नहीं है। यह जानकारी चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने दी। चीन में पिछले सप्ताह कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी ‘जीरो कोविड’ रणनीति के लिए चुनौती उत्पन्न कर रही है जिसके तहत प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति को पृथकवास में रखा जाना है। चीन में शुक्रवार को घोषित नियंत्रण उपायों में बदलाव के तहत देश में आने वाले व्यक्तियों की पृथकवास की अवधि को सात दिन से कम करके पांच दिन किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य ऐसे व्यक्तियों के खर्च और उनके द्वारा पेश आने वाली बाधाओं को दूर करना है। हालांकि, कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि वह ‘जीरो कोविड’ नीति पर कायम रहेगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार, 1.

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