जेलेंस्की ने रूस के साथ शांति वार्ता की संभावना के दिए संकेत, कहा-  यूक्रेन की शर्तों पर बातचीत संभव
International जेलेंस्की ने रूस के साथ शांति वार्ता की संभावना के दिए संकेत, कहा- यूक्रेन की शर्तों पर बातचीत संभव

जेलेंस्की ने रूस के साथ शांति वार्ता की संभावना के दिए संकेत, कहा- यूक्रेन की शर्तों पर बातचीत संभव कीव। अमेरिका में अहम चुनावों की पूर्व संख्या पर यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस के साथ शांति वार्ता की संभावना के संकेत दिए हैं और यह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत से इनकार के उनके पूर्व के रुख से अलग है। वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोमवार देर रात अंतरराष्ट्रीय समुदाय से “रूस को वास्तविक शांति वार्ता के लिए मजबूर करने” का आग्रह किया और बातचीत के लिए अपनी सामान्य शर्तों को सूचीबद्ध किया: यूक्रेन की सभी कब्जे वाली भूमि की वापसी, युद्ध से हुई क्षति के लिए मुआवजा और युद्ध अपराधों का मुकदमा चलाने को कहा। यह कम से कम उस व्यक्ति के बयानों में बदलाव है जिसने सितंबर के अंत में पुतिन के साथ “बातचीत को असंभव” बताते हुए एक शपथपत्र पर हस्ताक्षर किए थे। उनकी शर्तें देखकर लगता नहीं कि मास्को इसके लिये राजी होगा। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि वे बातचीत की दिशा में आगे कैसे बढ़ते हैं। पश्चिमी हथियार और सहायता यूक्रेन की रूस के आक्रमण से लड़ने की क्षमता के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं। शुरू में माना जा रहा था कि यूक्रेन इस युद्ध में लंबे समय तक टिक नहीं पाएगा। इसे भी पढ़ें: यूक्रेन के खेरसॉन में बिजली की आपूर्ति बहाल की गयी : रूसी अधिकारीअमेरिका में मंगलवार को हो रहे मध्यावधि चुनाव हालांकि यूक्रेन के लिए वाशिंगटन के भविष्य के राजनीतिक और वित्तीय समर्थन की राशि और स्वरूप को परिभाषित करेंगे। संसद पर अगर रिपब्लिकन पार्टी का नियंत्रण होता है तो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के लिये यूक्रेन की सहायता के लियेसैन्य और अन्य सहायता के लिए बड़े पैकेजों को आगे बढ़ाना मुश्किल हो सकता है। रूस और यूक्रेन ने युद्ध की शुरुआत में बेलारूस और तुर्किये में कई दौर की बातचीत की थी। युद्ध शुरू हुए अब करीब नौ महीने हो रहे हैं। मार्च में इस्तांबुल में प्रतिनिधिमंडलों की पिछली बैठक में कोई परिणाम नहीं निकलने के बाद वार्ता रुक गई थी। ज़ेलेंस्की ने सोमवार को कहा कि कीव ने “बार-बार (वार्ता) प्रस्ताव दिया है और उसके बदले हमें हमेशा नए आतंकवादी हमलों, गोलाबारी या ब्लैकमेल के रूप में रूसी प्रतिक्रियाएं मिलीं”।

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ऩॉर्थ कोरिया ने रूस को गोला बारूद की आपूर्ति करने के आरोपों को लेकर अमेरिका पर साधा निशाना
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ऩॉर्थ कोरिया ने रूस को गोला बारूद की आपूर्ति करने के आरोपों को लेकर अमेरिका पर साधा निशाना सियोल। उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर रूस को हथियार पहुंचाने की ‘‘मनगढ़ंत कहानी’’ बनाने का मंगलवार को आरोप लगाते हुए कहा कि उसने रूस को कभी भी गोला बारूद नहीं दिए। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने उत्तर कोरिया पर गुप्त रूप से रूस को गोला-बारूद की आपूर्ति करने का पिछले सप्ताह आरोप लगाया था। किर्बी ने कहा था कि अमेरिका का मानना है कि उत्तर कोरिया ‘‘यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि उन्हें पश्चिम एशिया या उत्तरी अफ्रीका के देशों में भेजा जा रहा है।’’ किर्बी ने कहा था कि उत्तर कोरिया रूस को “गुप्त रूप से” गोला-बारूद की आपूर्ति कर रहा है, लेकिन “हम अभी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि शिपमेंट (खेप) वास्तव में प्राप्त हुई है या नहीं।” इसे भी पढ़ें: उत्तर कोरिया ने कहा, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के साथ युद्ध का अभ्यास करने के लिए मिसाइल लॉन्चसरकारी मीडिया ने मंत्रालय के सैन्य संबंधी विदेश मामलों के कार्यालय के एक उप निदेशक के हवाले से कहा, ‘‘ हम अमेरिका के इस तरह के कदमों को अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र पर (उत्तर कोरिया) की छवि खराब करने के उसके शत्रुतापूर्ण प्रयास के हिस्से के रूप में देखते हैं।’’ उप निदेशक ने कहा, ‘‘ हम एक बार फिर स्पष्ट करना चाहते हैं कि हमने रूस को कोई गोला बारूद नहीं भेजे और भविष्य में भी ऐसा करने की कोई योजना नहीं है।’’ अमेरिकी अधिकारियों ने सितंबर में एक अमेरिकी खुफिया जानकारी के आधार पर पुष्टि की थी कि रूस, उत्तर कोरिया से लाखों रॉकेट और गोला बारूद खरीदने की तैयारी कर रहा है। हालांकि उत्तर कोरिया ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा था कि अमेरिका को ऐसे ‘‘ लापरवाही भरे बयान’’ देने से बचना चाहिए और ‘‘अपना मुंह बंद रखना चाहिए।

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अमेरिका में मध्यावधि चुनाव, जानिए 2024 के राष्ट्रपति चुनने पर इसका क्या पड़ेगा असर
International अमेरिका में मध्यावधि चुनाव, जानिए 2024 के राष्ट्रपति चुनने पर इसका क्या पड़ेगा असर

अमेरिका में मध्यावधि चुनाव, जानिए 2024 के राष्ट्रपति चुनने पर इसका क्या पड़ेगा असर अमेरिका में आज मध्यावधि चुनाव होने जा रहा है। इसके लिए लाखों अमेरिकी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस चुनाव पर न केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया की भी निगाहें टिकी है। मिड टर्म इलेक्शन सत्ता पर काबिज जो बाइडेन के साथ ही पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए एक अग्निपरीक्षा सरीखा है। कहा जाता है कि इस चुनाव के नतीजों से ही 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी तय होगी। ऐसे में आपको बताते हैं कि क्या है अमेरिका में हो रहा मध्यावधि चुनाव और इसका 2024 के राष्ट्रपति चुनने पर क्या असर पड़ेगा।

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अमेज़ॅन में वनों की कटाई शून्य होना अब संभव है - क्या होना जरूरी
International अमेज़ॅन में वनों की कटाई शून्य होना अब संभव है - क्या होना जरूरी

अमेज़ॅन में वनों की कटाई शून्य होना अब संभव है - क्या होना जरूरी जेयर बोल्सोनारो ब्राजील के चुनाव में लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा ( लूला ) के खिलाफ हार गए हैं, जिससे ब्राजील और उसके बाहर वैज्ञानिकों, पर्यावरणविदों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। दक्षिण अमेरिका के सबसे बड़े देश में जो होता है वह विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण है, क्योंकि अन्य कारणों के अलावा, देश में दुनिया का सबसे बड़ा उष्णकटिबंधीय वन है। लूला के नेतृत्व में, ब्राजील 2004 से 2013 के बीच अमेज़ॅन में वनों की कटाई को 84% तक कम करने और स्वदेशी अधिकारों और संरक्षण का विस्तार करने में सक्षम था। लूला ने अपने भाषण में अमेज़ॅन में वनों की कटाई को शून्य के स्तर तक लाने की दिशा में काम करने और स्वदेशी क्षेत्रों को खनन कंपनियों और अन्य हितों के अतिक्रमण से बचाने का वादा किया। बढ़िया खबर। दर्जनों देशों और सैकड़ों कंपनियों और वित्तीय पक्षों ने पहले ही वनों की कटाई को रोकने के लिए साहसिक प्रतिबद्धताएं की हैं। उदाहरण के लिए, यूनिलीवर का लक्ष्य 2023 के अंत तक ताड़ के तेल, कागज और बोर्ड, चाय, सोया और कोको के लिए देशी पारिस्थितिक तंत्र के शून्य रूपांतरण का है।

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उत्तर कोरिया ने कहा, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के साथ युद्ध का अभ्यास करने के लिए मिसाइल लॉन्च
International उत्तर कोरिया ने कहा, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के साथ युद्ध का अभ्यास करने के लिए मिसाइल लॉन्च

उत्तर कोरिया ने कहा, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के साथ युद्ध का अभ्यास करने के लिए मिसाइल लॉन्च उत्तर कोरिया की सेना ने सोमवार को कहा कि उसने हाल में मिसाइल परीक्षण अपने प्रतिद्वंद्वियों दक्षिण कोरिया और अमेरिका के हवाई अड्डों जैसे ठिकानों को निशाना बनाने और उनके ‘ऑपरेशन कमांड सिस्टम’ को पंगु बनाने की तैयारी के तौर पर किए थे। उत्तर कोरिया की यह घोषणा उनके नेता किम जोंग-उन की उनके प्रतिद्वंद्वियों के सैन्य अभ्यास के विस्तार के आगे घुटने न टेकने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। हालांकि कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि किम ने अपने परमाणु शस्त्रागार का आधुनिकीकरण करने और दक्षिण कोरिया तथा अमेरिका से भविष्य में कोई भी वार्ता में अपना पक्ष मजबूत करने के लिए ऐसा किया है। उत्तर कोरिया ने पिछले हफ्ते दर्जनों मिसाइलें दागीं और युद्धक विमानों का अभ्यास किया, जिस कारण दक्षिण कोरिया और जापान के कुछ क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए ‘अलर्ट’ जारी किया गया था। उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के विरोध में यह प्रक्षेपण किए थे। उत्तर कोरिया इस तरह के अभ्यास को युद्ध का पूर्वाभ्यास बताता है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने इस कार्रवाई पर कहा था कि वे अपने संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और अधिक बढ़ाएंगे। उन्होंने उत्तर कोरिया को आगाह किया कि परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से किम के शासन का अंत होगा। सरकारी मीडिया ने कोरियाई पीपुल्स आर्मी के जनरल स्टाफ के हवाले से कहा, ‘‘ कोरियाई पीपुल्स आर्मी के इस तरह के हालिया सैन्य अभियान (उत्तर कोरिया को) एक स्पष्ट जवाब है कि दुश्मनों की उत्तेजक सैन्य चालें जितनी उग्रता से जारी रहेंगी, उतने ही उचित तरीके से एवं निर्ममता से केपीए उसका मुकाबला करेगा।’’ उत्तर कोरिया की सेना ने कहा कि उसने ‘‘दुश्मन के ऑपरेशन कमांड सिस्टमको पंगु बनाने’’ के मकसद से एक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। उसने सुपर-लार्ज, मल्टीपल-लॉन्च मिसाइलों और सामरिक बैलिस्टिक मिसाइलों का भी प्रक्षेपण किया। उसने विशेष रूप से अमेरिकी सरजमीं को निशाने बनाने में सक्षम एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के एक कथित प्रक्षेपण का उल्लेख नहीं किया।

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चीन को भारतीय छात्रों के लिए भारत में कामकाज से संबंधित नये नियम बताये गये
International चीन को भारतीय छात्रों के लिए भारत में कामकाज से संबंधित नये नियम बताये गये

चीन को भारतीय छात्रों के लिए भारत में कामकाज से संबंधित नये नियम बताये गये भारत ने चीन को उसके मेडिकल कॉलेजों में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के लिए अपने देश में कामकाज की अनुमति पाने के लिहाज से जरूरी राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) द्वारा हाल में जारी सख्त नियमों से अवगत करा दिया है। भारत ने चीन के अधिकारियों से कहा है कि छात्र नये नियमों का अनुपालन करने के लिहाज से योग्य हों। बीजिंग में भारतीय दूतावास ने सितंबर में चीन में चिकित्सा की पढ़ाई करना चाह रहे संभावित भारतीय छात्रों के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी कर उन्हें यहां उत्तीर्ण होने वाले छात्रों के कम प्रतिशत, पुतोंघुआ सीखने की अनिवार्यता तथा भारत में प्रैक्टिस करने के लिए कड़े नियमों के प्रति आगाह किया था। आधिकारिक अनुमान के मुताबिक चीन के विश्वविद्यालयों में इस समय 23,000 से अधिक भारतीय छात्र पंजीकृत हैं। इनमें से अधिकतर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं। कोविड संबंधी वीजा पाबंदियों की दो साल से अधिक की अवधि के बाद चीन ने हाल में छात्रों की वापसी के लिए वीजा जारी करना शुरू किया है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार 350 से ज्यादा छात्र चीन में अपने कॉलेजों में पढ़ाई के लिए भारत से लौट चुके हैं।

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सभी प्रवासियों के तट पर उतरने तक जहाज ने इटली से जाने से इनकार किया
International सभी प्रवासियों के तट पर उतरने तक जहाज ने इटली से जाने से इनकार किया

सभी प्रवासियों के तट पर उतरने तक जहाज ने इटली से जाने से इनकार किया इटली की नयी धुर-दक्षिणपंथी नेतृत्व वाली सरकार द्वारा विदेशी जहाजों को निशाना बनाने के निर्देशों के तहत एक बचाव जहाज के कैप्टन ने रविवार को अपने जहाज पर मौजूद 35 प्रवासियों को उतरने की अनुमति नहीं मिलने के बाद सिसिलियन तट से जाने के आदेश को मानने से इनकार कर दिया। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की दो हफ्ते पुरानी सरकार मध्य भूमध्यसागर में संचालित चार जहाजों को सुरक्षित बंदरगाह देने से इनकार कर रही है। इन जहाजों में कम से कम 16 दिन पहले समुद्र में संकट से बचाए गए प्रवासी सवार हैं। इटली केवल उन लोगों को जहाज से उतरने की अनुमति दे रहा है जिनकी हालत ठीक नहीं है। रविवार को इटली ने ‘ह्यूमैनिटी 1’ पर मौजूद बचाए गए 144 प्रवासियों को देश में उतरने की अनुमति देने के बाद जहाज को बंदरगाह से जाने का आदेश दिया था। उतारे गए लोगों में बच्चे एवं 100 से अधिक नाबालिग एवं बीमार लोग शामिल थे। लेकिन इसके कप्तान ने इस आदेश का पालन करने से इनकार कर दिया। जहाज का संचालन करने वाली जर्मन चैरिटी के एसओएस ह्यूमैनिटी ने कहा कि ‘‘जब तक सभी लोगों को उतारा नहीं जाता तब तक आदेश का पालन नहीं होगा। 35 प्रवासियों के साथ जहाज बंदरगाह पर खड़ा है। बाद में रविवार को एक अन्य चैरिटी जहाज कैटेनिया पहुंचा और यही प्रक्रिया इसके लिए भी अपनाई गई। डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स द्वारा संचालित जियो बैरेंटस जहाज पर 572 प्रवासी सवार थे। देर शाम तक चयन प्रक्रिया पूरी हुई जिनमें 357 लोगों को जहाज से उतरने की अनुमति दी गई जबकि शेष 215 लोगों को जहाज पर ही रोक दिया गया।

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अध्ययन कहता है कि दिल का दौरा पड़ने के बाद बचे कुछ लोग मृत्यु के अनुभव का स्पष्ट रूप से वर्णन कर सकते हैं
International अध्ययन कहता है कि दिल का दौरा पड़ने के बाद बचे कुछ लोग मृत्यु के अनुभव का स्पष्ट रूप से वर्णन कर सकते हैं

अध्ययन कहता है कि दिल का दौरा पड़ने के बाद बचे कुछ लोग मृत्यु के अनुभव का स्पष्ट रूप से वर्णन कर सकते हैं दिल का दौरा पड़ने के बाद ‘कार्डियोपल्मोनरी रिससिटैशन’ (सीपीआर) की मदद से बचे पांच लोगों में से एक मरीज मृत्यु के उस अनुभव का स्पष्ट वर्णन कर सकता है, जब वह बेहोश था और मौत के करीब पहुंच गया था। यह जानकारी अपनी तरह के पहले अध्ययन से मिली है। वास्तव में सीपीआर जान बचाने की एक तकनीक है जिसमें मरीज के सीने को दबाना और मुंह से सांस देना होता है। यह कई आपात स्थितियों में उपयोगी साबित होता है, जैसे किसी को दिल का दौरा पड़ा हो या कोई डूबते-डूबते बचा हो और उसकी सांस या दिल की धड़कन रुक गई हो। यह शोध सर्कुलेशन नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है और इसके अनुसार शोध में अमेरिका और ब्रिटेन में ऐसे 567 पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया, जिनके दिल ने अस्पताल में भर्ती कराते समय धड़कना बंद कर दिया था और मई 2017 से मार्च 2020 के बीच उन्हें सीपीआर दिया गया था। शोधकर्ताओं के अनुसार जीवित बचे लोगों ने अपने अनुभव साझा किए जिनमें शरीर से अलग होने का अनुभव, बिना दर्द या परेशानी के घटनाओं को देखना और जीवन का सार्थक मूल्यांकन शामिल है। इसमें उनके कार्यों, इरादों और अन्य लोगों के प्रति अपने विचार शामिल हैं। टीम ने मौत के करीब के इन अनुभवों को दु:स्वप्न, भ्रम, सपने या सीपीआर से जुड़ी चेतना से अलग पाया। अमेरिका के शिकागो शहर में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के वैज्ञानिक सत्र 2022 में पेश किए गए इस शोध में मस्तिष्क की गुप्त गतिविधियों के परीक्षण भी शामिल थे।

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उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों ने बढ़ाई चिंता, क्या इसमें कुछ नया है
International उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों ने बढ़ाई चिंता, क्या इसमें कुछ नया है

उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों ने बढ़ाई चिंता, क्या इसमें कुछ नया है हाल के हफ्तों में उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण की निरंतर आवृत्ति और तीव्रता ने कोरियाई प्रायद्वीप पर ऐसे समय में ध्यान केंद्रित किया है जब महाशक्ति युद्ध का खतरा अधिक तात्कालिक लगता है। फिर भी कोरियाई प्रायद्वीप पर बुनियादी रणनीतिक संतुलन वैसा ही बना हुआ है जैसा दशकों से है: एक तरफ अमेरिकी सैन्य श्रेष्ठता और इसकी परमाणु छतरी पर आधारित पारस्परिक प्रतिरोध; दूसरी ओर सोल को अस्वीकार्य हद तक महत्वपूर्ण नुकसान पहुंचाने की उत्तर कोरिया की क्षमता।

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ब्रिटिश अदालत ने आरोपी बिचौलिए संजय भंडारी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी
International ब्रिटिश अदालत ने आरोपी बिचौलिए संजय भंडारी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी

ब्रिटिश अदालत ने आरोपी बिचौलिए संजय भंडारी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी ब्रिटेन की एक अदालत ने सोमवार को फैसला दिया कि हथियारों के सौदों में आरोपी बिचौलिए संजय भंडारी को कर चोरी एवं धनशोधन से जुड़े आरोपों का सामना करने के लिए भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। इस मामले में अंतिम फैसला ब्रिटिश सरकार को करना है। भंडारी (60) के प्रत्यर्पण के लिए भारतीय अधिकारियों ने दो अनुरोध किए थे। पहला अनुरोध धनशोधन से जुड़ा था जबकि दूसरा कर चोरी से संबंधित था। जिला न्यायाधीश माइकल स्नो ने इस साल की शुरुआत में लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में मामले की सुनवाई की थी। उन्होंने अपने फैसले में कहा कि भंडारी के प्रत्यर्पपण पर कोई रोक नहीं है और उन्होंने इस मामले को ब्रिटिश गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को भेजने का फैसला कियाजो अदालती फैसले के आधार पर प्रत्यर्पण का आदेश देने के लिए अधिकृत हैं। अदालत ने भारत सरकार के इस आश्वासन के आधार पर यह आदेश सुनाया कि भंडारी को सुनवाई के दौरान नयी दिल्ली की तिहाड़ जेल में एक अलग कोठरी में संबंधित स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ रखा जाएगा। अदालत ने अपने फैसले में यह भी कहा कि दोनों प्रत्यर्पण अनुरोधों के संबंध में प्रथम दृष्टया एक मामला बनता है।फैसले में कहा गया है, वह अपनी विदेशी आय और संपत्ति घोषित करने में नाकाम रहे.

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यूक्रेन के खेरसॉन में बिजली की आपूर्ति बहाल की गयी : रूसी अधिकारी
International यूक्रेन के खेरसॉन में बिजली की आपूर्ति बहाल की गयी : रूसी अधिकारी

यूक्रेन के खेरसॉन में बिजली की आपूर्ति बहाल की गयी : रूसी अधिकारी रूस द्वारा नियुक्त अधिकारियों का कहना है कि वे यूक्रेन के कब्जे वाले खेरसॉन शहर में आंशिक रूप से बिजली की आपूर्ति बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं। रूसी अधिकारियों के मुताबिक यूक्रेन की ओर से किए गए हमले में बिजली की आपूर्ति करने वाला यह तंत्र क्षतिग्रस्त हुआ है। सितंबर में रूस ने अवैध रूप से खेरसॉन शहर पर कब्जा कर लिया था। शहर में रविवार को तीन बिजली लाइनों के क्षतिग्रस्त होने के बाद बिजली और पानी की आपूर्ति बंद कर दी गयी थी। खेरसॉन के आंशिक रूप से कब्जे वाले क्षेत्र के रूससमर्थक प्रशासन के उप प्रमुख किरिल स्ट्रेमोसोव ने सोमवार को कहा कि खेरसॉन शहर में ‘‘बिजली और कनेक्टिविटी आंशिक रूप से बहाल की जा रही है’’। यूक्रेन का यह कथित हमला बेरिस्लाव-काखोवका बिजली लाइन पर हुआ। रूस की सरकारी मीडिया ने रविवार को बताया कि यूक्रेन के हमलों से काखोवका पनबिजली स्टेशन को भी नुकसान पहुंचा है। यूक्रेन के अधिकारियों ने इन आरोपों का अब तक कोई जवाब नहीं दिया है।

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विश्व नेता जलवायु पर वार्ता के लिए एकत्र; लेकिन ज्यादा उम्मीद नहीं
International विश्व नेता जलवायु पर वार्ता के लिए एकत्र; लेकिन ज्यादा उम्मीद नहीं

विश्व नेता जलवायु पर वार्ता के लिए एकत्र; लेकिन ज्यादा उम्मीद नहीं दुनिया के 100 से अधिक नेता एक विकराल होती समस्या पर चर्चा करने वाले हैं, जिसे वैज्ञानिक पृथ्वी की सबसे बड़ी चुनौती कहते हैं। लेकिन पर्यवेक्षकों का कहना है कि इससे ज्यादा उम्मीद नहीं है।लगभग 50 राष्ट्राध्यक्षों या सरकारों के प्रमुख सोमवार को मिस्र में ‘उच्च-स्तरीय’ अंतरराष्ट्रीय जलवायु वार्ता के पहले दिन मंच पर मौजूद होंगे। अधिकांश ध्यान राष्ट्रीय नेताओं पर होगा जो जलवायु आपदाओं से तबाह होने की अपनी कहानियों को बताएंगे। वार्ता सत्र का समापन मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के भाषण के साथ होगा, जिनके देश को गर्मियों में आई बाढ़ से कम से कम 40 अरब डॉलर का नुकसान हुआ और लाखों लोग विस्थापित हुए। लेकिन इसमें ऐसे नाटकीय घटनाक्रम या सुर्खियों की संभावना नहीं है जो पिछली ऐसी बैठकों में होता रहा है। इसका कारण है कि अधिकांश नेता सोमवार और मंगलवार को बैठक कर रहे हैं और अमेरिका में संभावित रूप से नीति-अंतरण से संबंधित मध्यावधि चुनाव है। फिर दुनिया के 20 सबसे धनी देशों के नेताओं के पास इंडोनेशिया के बाली में अपने शक्तिशाली समूह के लिए एकत्र होने का अवसर भी है। पूर्व अमेरिकी वार्ताकार और क्लाइमेट एडवाइजर्स संगठन के सीईओ निगेल पुरविस ने कहा कि इसके अलावा, ‘‘बड़े जलवायु शिखर सम्मेलन और छोटे जलवायु शिखर सम्मेलन हैं और इसके कभी भी बड़ा होने की उम्मीद नहीं थी।’’ तीन सबसे बड़े कार्बन प्रदूषण करने वाले देशों में से दो - चीन और भारत के नेता संभवत: इस जलवायु वार्ता में शामिल नहीं हो रहे हैं। अन्य शीर्ष प्रदूषणकारी देशों के नेताओं में से एक - अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन - अन्य राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों की तुलना में कुछ दिनों बाद आ रहे हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक शुरू में वार्ता में जाने से बच रहे थे, लेकिन जनता के दबाव और पूर्ववर्ती बोरिस जॉनसन के आने की योजना ने उनका विचार बदल दिया। महाराजा चार्ल्स तृतीय, जो लंबे समय से पर्यावरण के पैरोकार हैं, अपनी नई भूमिका के कारण इसमें भाग नहीं लेंगे। रूस के नेता व्लादिमीर पुतिन, जिनके यूक्रेन पर आक्रमण ने ऊर्जा अराजकता पैदा की, वह भी इसमें शामिल नहीं होंगे। संयुक्त राष्ट्र के जलवायु प्रमुख साइमन स्टील ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मेरा मानना ​​​​है कि बहुत ही कारगर परिणाम प्राप्त करने के लिए अभी हमारे पास पर्याप्त (नेतृत्व) है।’’ बड़ी संख्या में नेता मेजबान महाद्वीप अफ्रीका से हैं। संगठन ‘पॉवर शिफ्ट अफ्रीका’ के मोहम्मद एडो ने कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन का कारण बनने वाले ऐतिहासिक प्रदूषक दिखाई नहीं दे रहे हैं। अफ्रीका सबसे कम जिम्मेदार है, जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर सबसे संवेदनशील है और यह एक ऐसा महाद्वीप है जो आगे बढ़ रहा है और नेतृत्व प्रदान कर रहा है।’’ क्लाइमेट एनालिटिक्स के वैज्ञानिक निकलास होहने ने कहा,‘‘ यह अपने आप में उल्लेखनीय है कि शिखर सम्मेलन में इतने सारे नेता आ रहे हैं। इन दो दिनों में महत्वाकांक्षी जलवायु लक्ष्यों के लिए मेरी उम्मीदें बहुत कम हैं।

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इमरान खान ने राष्ट्रपति से पाकिस्तानी सेना की स्पष्ट भूमिका परिभाषित करने का आग्रह किया
International इमरान खान ने राष्ट्रपति से पाकिस्तानी सेना की स्पष्ट भूमिका परिभाषित करने का आग्रह किया

इमरान खान ने राष्ट्रपति से पाकिस्तानी सेना की स्पष्ट भूमिका परिभाषित करने का आग्रह किया इमरान खान ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से पाकिस्तानी सेना की मीडिया इकाई की स्पष्ट भूमिका परिभाषित करने और इस बात की जांच का आदेश देने का आग्रह किया है कि इसका प्रमुख सार्वजनिक रूप से उनकी निंदा करने और ‘‘झूठा विमर्श’’ गढ़ने के लिए आईएसआई प्रमुख के साथ अत्यधिक राजनीतिक संवाददाता सम्मेलन कैसे कर सकता है। रविवार को राष्ट्रपति को लिखे और मीडिया द्वारा सोमवार को प्रकाशित किए गए पत्र में, खान ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की सरकार हटने के बाद से, देश को ‘‘झूठे आरोपों, उत्पीड़न, गिरफ्तारी और हिरासत में प्रताड़ना के बढ़ते मामलों’’ का सामना करना पड़ा है। उन्होंने अल्वी को लिखे पत्र में यह भी कहा है कि वह सरकार में ‘‘दुष्ट तत्वों’’ के हाथों सत्ता के ‘‘दुरुपयोग’’ को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करें।

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गुतारेस ने की बाढ़ के दुष्प्रभावों से निपटने में पाकिस्तान की मदद की अपील
International गुतारेस ने की बाढ़ के दुष्प्रभावों से निपटने में पाकिस्तान की मदद की अपील

गुतारेस ने की बाढ़ के दुष्प्रभावों से निपटने में पाकिस्तान की मदद की अपील संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान में हाल के महीनों में आई विनाशकारी बाढ़ के प्रभावों से निपटने के लिए उसका व्यापक समर्थन करना अंतरराष्ट्रीय समुदाय का कर्तव्य है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि बाढ़ को उस तरह की आपदा के उदाहरण के रूप में माना जाना चाहिए जो उस कोष से वित्तीय सहायता की दरकार रखती है जिस पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए चर्चा की जा रही है। गुतारेस ने कहा ‘‘नुकसान हुआ है और बर्बादी हुई है।’’ उन्होंने कहा कि इसे मिस्र में वर्तमान संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता में मान्यता दी जानी चाहिए। बैठक से इतर गुतारेस ने कहा कि पाकिस्तान की मदद करने का एक तरीका मौजूदा नियमों को बदलना और उसे उस धन के निवेश की अनुमति देना होगा जो देश बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से उबरने और पुनर्निर्माण के लिए कर्ज चुकाने पर खर्च करेगा। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को विकासशील देशों को दूषित ईंधन से दूर करने और वर्तमान और भविष्य के जलवायु संबंधी नुकसान के लिए धन उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा ‘‘हमें अपनी अर्थव्यवस्थाओं को कोयले से दूर करना चाहिए। हमें उभरते देशों को भी जल्द से जल्द ऐसा करने में मदद करनी चाहिए।’’ मैक्रों ने मिस्र में संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में नेताओं से कहा कि विकासशील देशों के साथ अधिक साझेदारी करने की आवश्यकता है ताकि उन्हें स्वच्छ ऊर्जा में बदलाव में मदद मिल सके। उन्होंने जलवायु प्रतिबद्धताओं पर रूस-यूक्रेन युद्ध के प्रभाव का जिक्र करते हए कहा ‘‘हम रूस के ऊर्जा खतरे के लिए अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं का त्याग नहीं करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि यूक्रेन में युद्ध ने दुनिया भर में, विशेष रूप से अफ्रीका और भूमध्यसागरीय क्षेत्र में ऊर्जा और खाद्य असुरक्षा को बढ़ावा दिया है।

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पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मुश्किलों का सामना कर रही हिंदू संस्कृति
International पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मुश्किलों का सामना कर रही हिंदू संस्कृति

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मुश्किलों का सामना कर रही हिंदू संस्कृति पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सिंधू नदी के किनारे हिंदू समुदाय के लोग सखर द्वीप पर जाने के लिए नौकाओं का इंतजार कर रहे है, जहां लगभग 200 साल पुराना साधू बेला नामक मंदिर स्थित है। साधू बेला मंदिर परिसर नजर आते ही लोग तालियां बजाने लगते हैंऔर जोर से चिल्लाते हैं, “साधू बेला अमर रहे!

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सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को दिया आदेश, 24 घंटे के भीतर इमरान खान पर हमले की प्राथमिकी दर्ज करें
International सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को दिया आदेश, 24 घंटे के भीतर इमरान खान पर हमले की प्राथमिकी दर्ज करें

सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को दिया आदेश, 24 घंटे के भीतर इमरान खान पर हमले की प्राथमिकी दर्ज करें पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब प्रांत के महानिरीक्षक को इमरान खान पर हमले पर 24 घंटे के भीतर मामला दर्ज करने का आदेश दिया। इमरान खान ने कहा कि उनके जीवन पर "

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UK कोर्ट ने आर्म्स डीलर संजय भंडारी के प्रत्यर्पण को दिखाई हरी झंडी, लाया जाएगा भारत
International UK कोर्ट ने आर्म्स डीलर संजय भंडारी के प्रत्यर्पण को दिखाई हरी झंडी, लाया जाएगा भारत

UK कोर्ट ने आर्म्स डीलर संजय भंडारी के प्रत्यर्पण को दिखाई हरी झंडी, लाया जाएगा भारत यूनाइटेड किंगडम में वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने विवादास्पद हथियार डीलर संजय भंडारी के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच की जा रही मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संजय भंडारी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया गया है। संजय भंडारी पर आरोप है कि उन्होंने कुछ डिफेंस डील में रिश्वत ली है। ईडी ने आयकर अधिकारियों द्वारा अदालत में आरोपी संजय भंडारी के खिलाफ काला धन (अघोषित विदेशी आय और संपत्ति) और अधिरोपण अधिनियम, 2015 के तहत  एक शिकायत के बाद अपनी जांच शुरू की थी।इसे भी पढ़ें: ब्रिटेन का पहला हिंदू PM होना गर्व की बात, सुनक बोले- ये मेरे लिए बहुत मायने रखता हैइससे पहले, दिल्ली की एक अदालत ने ईडी को ब्रिटेन से संजय भंडारी के प्रत्यर्पण में तेजी लाने का निर्देश दिया था। ईडी ने 1 जून, 2020 को संजय भंडारी और अन्य सह-साजिशकर्ताओं के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसमें उनके द्वारा विदेशी अधिकार क्षेत्र में बनाई गई विभिन्न कंपनियां भी शामिल थीं। यह पता चला था कि आरोपी संजय भंडारी ने करों से बचने के लिए अपने सहयोगियों की मदद से विदेशों में काला धन जमा किया था, जिससे राष्ट्रीय खजाने को भारी वित्तीय नुकसान हुआ था। सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग की जांच में रॉबर्ट वाड्रा और संजय भंडारी के बीच संबंध स्थापित हुए थे। रॉबर्ट वाड्रा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई हैं।इसे भी पढ़ें: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने महाराजा चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी के लिए छुट्टी की घोषणा कीअक्टूबर 2016 में आयकर विभाग के अधिकारियों ने उनके आवास पर छापे के बाद भंडारी कथित तौर पर भारत से भाग गए थे। उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया था। छापे के दौरान रक्षा मंत्रालय के गोपनीय दस्तावेज पाए गए थे, जो ये संकेत दे रहे थे कि आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का संभावित उल्लंघन हुआ है। 

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सरकार में ‘‘दुष्ट तत्वों’’ के हाथों सत्ता के ‘‘दुरुपयोग’’ को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करें राष्ट्रपति: इमरान खान
International सरकार में ‘‘दुष्ट तत्वों’’ के हाथों सत्ता के ‘‘दुरुपयोग’’ को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करें राष्ट्रपति: इमरान खान

सरकार में ‘‘दुष्ट तत्वों’’ के हाथों सत्ता के ‘‘दुरुपयोग’’ को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करें राष्ट्रपति: इमरान खान पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को पत्र लिखकर कहा है कि वह सरकार में ‘‘दुष्ट तत्वों’’ के हाथों सत्ता के ‘‘दुरुपयोग’’ को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करें। रविवार को राष्ट्रपति को लिखे एक पत्र में, खान ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की सरकार हटने के बाद से, देश को “झूठे आरोपों, उत्पीड़न, गिरफ्तारी और हिरासत में प्रताड़ना के बढ़ते मामलों’’ का सामना करना पड़ा है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार के अनुसार, 70 वर्षीय खान ने आरोप लगाया है कि गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह उन्हें बार-बार जान से मारने की धमकी देते रहे हैं और उन्हें सूचना मिली थी कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह तथा एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी द्वारा उनकी हत्या कराने की साजिश रची जा रही है। खान ने कहा, ‘‘इस हफ्ते की शुरुआत में हमारे लॉन्ग मार्च के दौरान साजिश को अंजाम दिया गया, लेकिन अल्लाह ने मुझे बचा लिया और हत्या का प्रयास विफल हो गया।’’

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भारत को 500 गीगावॉट की स्वच्छ ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए 300 अरब डॉलर के रणनीतिक निवेश की जरूरत: रिपोर्ट
International भारत को 500 गीगावॉट की स्वच्छ ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए 300 अरब डॉलर के रणनीतिक निवेश की जरूरत: रिपोर्ट

भारत को 500 गीगावॉट की स्वच्छ ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए 300 अरब डॉलर के रणनीतिक निवेश की जरूरत: रिपोर्ट भारत को 2030 तक 500 गीगावॉट की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लक्ष्य को करीब 300 अरब डॉलर के निवेश की जरूरत है। एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। ऑर्थर डी लिटल (एडीएल) की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के पास 165 गीगावॉट की हरित ऊर्जा क्षमता पहले से है। भारत अपनी 50 प्रतिशत ऊर्जा जरूरत को नवीकरणीय पोर्टफोलियो से पूरा करने के लिए सही दिशा में अग्रसर है।

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ट्विटर पर नकली खाते बनाने वालों का खाता स्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा: मस्क
International ट्विटर पर नकली खाते बनाने वालों का खाता स्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा: मस्क

ट्विटर पर नकली खाते बनाने वालों का खाता स्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा: मस्क ट्विटर कंपनी के मालिक एलन मस्क ने रविवार को कहा कि मंच पर यदि कोई खाता किसी और की पहचान को अपनी पहचान के तौर पर दिखाने की कोशिश करता पाया जाता है, तो उसे स्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा। ट्विटर ने 7.

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पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह का इमरान खान पर राजद्रोह का आरोप
International पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह का इमरान खान पर राजद्रोह का आरोप

पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह का इमरान खान पर राजद्रोह का आरोप पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान खान पर ‘‘सरकार के खिलाफ राजद्रोह करने’’ का आरोप लगाया और न्यायपालिका जैसे संस्थानों से देश के पूर्व प्रधानमंत्री के ‘‘ घृणित एजेंडे’’ के खिलाफ खड़ा होने का आह्वान किया। सनाउल्लाह ने ‘जियो न्यूज’ के कार्यक्रम ‘नया पाकिस्तान’ में रविवार को कहा, ‘‘खान की केवल एक मांग है: वह चाहते हैं कि संस्थान उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठा दें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘संस्थान, सरकार, संसद और न्यायपालिका को इस घृणित एजेंडे के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।’’ सनाउल्लाह ने दावा किया कि खान देश के खिलाफ अपने एजेंडे में कभी सफल नहीं होंगे। रिपोर्ट में बताया गया है कि गृह मंत्री ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख खान (70) पर ‘‘सरकार के खिलाफ राजद्रोह’’ करने का आरोप लगाया। रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री ने कहा कि यदि कोई बात असत्य है, तो खान को उस बारे में बात करने से बचना चाहिए, लेकिन वह ऐसा (ऐसी बातें) इसलिए करते हैं क्योंकि यह ‘‘उनके राजनीतिक एजेंडे को मजबूत करता है’’ सनाउल्लाह ने दोहराया कि खान पाकिस्तान के सेना प्रमुख की नियुक्ति को विवादास्पद बनाना चाहते हैं और उन्हें ‘‘अपने स्वाभिमान की भी परवाह नहीं है।’’ मंत्री ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में देरी के आरोपों से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि आप सरकार के खिलाफ मामला दर्ज कराना चाहते हैं तो बाधाएं होंगी।

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ब्रिटेन का पहला हिंदू PM होना गर्व की बात, सुनक बोले- ये मेरे लिए बहुत मायने रखता है
International ब्रिटेन का पहला हिंदू PM होना गर्व की बात, सुनक बोले- ये मेरे लिए बहुत मायने रखता है

ब्रिटेन का पहला हिंदू PM होना गर्व की बात, सुनक बोले- ये मेरे लिए बहुत मायने रखता है यूनाइटेड किंगडम के नवनियुक्त प्रधानमंत्री ऋषि सनकने कहा कि उनकी नियुक्ति ब्रिटेन में विविधता को दर्शाती है। हाल ही में प्रकाशित एक साक्षात्कार में कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ने रेखांकित किया कि उन्होंने पिछले महीने पीएम पद की रेस में पूर्व प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन के लिए अलग कदम उठाने से इनकार कर दिया था। यूके के 42 वर्षीय सबसे युवा प्रधानमंत्री ने यह भी चिन्हित किया कि वित्त मंत्री के रूप में उनके रिकॉर्ड को देखते हुए, यूके की बढ़ी हुई मुद्रास्फीति और जीवन-यापन संकट के माध्यम से देश का नेतृत्व करने के लिए वह उपयुक्त व्यक्ति थे।इसे भी पढ़ें: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने महाराजा चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी के लिए छुट्टी की घोषणा कीरिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, मैंने वित्त मंत्री के तौर पर डाउनिंग स्ट्रीट पर दिवाली के दिए जलाए थे। इससे हमारे देश के बारे में कुछ अद्भुत बातों का पता चलता है, जिसकी वजह से यह संभव हुआ। सुनक ने कहा कि उम्मीद है कि यह देशभर में सामूहिक गर्व की बात रही। समाचार एजेंसी एएफपी ने सनक के हवाले से कहा, "

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रूस और यूक्रेन की जंग के बाद विदेश मंत्री जयशंकर रवाना होंगे मॉस्को, दुनिया की इस यात्रा पर नजरें
International रूस और यूक्रेन की जंग के बाद विदेश मंत्री जयशंकर रवाना होंगे मॉस्को, दुनिया की इस यात्रा पर नजरें

रूस और यूक्रेन की जंग के बाद विदेश मंत्री जयशंकर रवाना होंगे मॉस्को, दुनिया की इस यात्रा पर नजरें विदेश मंत्री एस जयशंकर की दो दिवसीय मास्को यात्रा पर है, जिस पर दुनिया भर की नजरें है। दरअसल विदेश मंत्री एस.

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चीन की Zero Covid Policy, अर्थव्यवस्था पर सीधा असर, लोग भी ढूंढ़ रहे इससे बचाव के अजीबो-गरीब तरीके
International चीन की Zero Covid Policy, अर्थव्यवस्था पर सीधा असर, लोग भी ढूंढ़ रहे इससे बचाव के अजीबो-गरीब तरीके

चीन की Zero Covid Policy, अर्थव्यवस्था पर सीधा असर, लोग भी ढूंढ़ रहे इससे बचाव के अजीबो-गरीब तरीके कोरोना वायरस महामारी ने चीन को इस कदर डराया हुआ है कि जिनपिंग सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी के तहत सख्त लॉकडाउन लागू किया हुआ है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि चीन की जीरो कोविड पॉलिसी लोगों की जान बचाने में सफल रहा है। लेकिन इसने देश की अर्थव्यवस्था को भी गहरे संकट में डाल जिया है। सरकार की सख्ती से लोग घरों में कैद होने के लिए मजबूर हो गए। इतना ही नहीं सार्वजनिक जीवन में अत्यधिक व्यवधानों से बचने की आधिकारिक प्रतिज्ञा जैसी बात भी कही जा रही है। 

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