Politics
मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर राज्य की संस्कृति, इतिहास और लोकाचार को दर्शाती रिपोर्ट
By DivaNews
01 November 2022
मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर राज्य की संस्कृति, इतिहास और लोकाचार को दर्शाती रिपोर्ट मध्य प्रदेश वस्तुतः केवल भौगोलिक हृदयस्थली नहीं बल्कि भारत का मानसस्थल है। यहीं से संपूर्ण भारत में जागरण, चैतन्यता व सांस्कृतिक तेज का भाव संचारित होता है। यह प्रदेश एक तरफ़ से उत्तर प्रदेश, दूसरी तरफ़ से झारखण्ड, तीसरी तरफ़ से महाराष्ट्र, चौथी तरफ़ से राजस्थान, पाँचवी तरफ़ से गुजरात और छठवीं तरफ़ से छत्तीसगढ़ की सीमाओं से घिरा हुआ है। भारत की संस्कृति में मध्य प्रदेश जगमगाते दीपक के समान है, जिसके प्रकाश की सर्वथा अलग प्रभा और प्रभाव है। विभिन्न संस्कृतियों की अनेकता में एकता का जैसे आकर्षक गुलदस्ता है, मध्य प्रदेश, जिसे प्रकृति ने राष्ट्र की वेदी पर जैसे अपने हाथों से सजाकर रख दिया है, जिसका सतरंगी सौन्दर्य और मनमोहक सुगन्ध चारों ओर फैल रहे हैं। यहाँ के वातावरण में कला, साहित्य और संस्कृति की मधुमयी सुवास तैरती रहती है। यहाँ के लोक समूहों और जनजाति समूहों में प्रतिदिन नृत्य, संगीत, गीत की रसधारा सहज रूप से फूटती रहती है। यहाँ का हर दिन पर्व की तरह आता है और जीवन में आनन्द रस घोलकर स्मृति के रुप में चला जाता है। इस प्रदेश के तुंग-उतुंग शैल शिखर विन्ध्य-सतपुड़ा, मैकल-कैमूर की उपत्यिकाओं के अन्तर से गूँजते अनेक पौराणिक आख्यान और नर्मदा, सोन, सिन्ध, चम्बल, बेतवा, केन, धसान, तवा, ताप्ती आदि सर-सरिताओं के उद्गम और मिलन की मिथकथाओं से फूटती सहस्त्र धाराएँ यहाँ के जीवन को आप्लावित ही नहीं करतीं, बल्कि परितृप्त भी करती हैं। यहां के गीत, नृत्य, नाट्यकला, वाद्ययंत्र, घुमंतू जातियां, जनजातीय कलाएं, नदियों का संसार मानव हेतु सदा सदा से एक प्रेरणास्त्रोत रहा है। कविवर भवानी प्रसाद मिश्र की कविता "
read more