जिले की नगर पंचायत सिरौली में आंबेडकर प्रतिमा लगाने के बाद हुए बवाल पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया जबकि पुलिस अधीक्षक देहात और क्षेत्राधिकारी आंवला से जवाब तलब किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने कहा कि प्रतिमा लगाने की तैयारी महीने भर से चल रही थी। फिर भी पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। यह बहुत बड़ी लापरवाही है।
गौरतलब हैं कि क़स्बा सिरौली के साहूकारा मोहल्ले में सार्वजनिक जमीन पर रविवार रात गुपचुप ढंग से आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी गई थी। सोमवार को उप जिलाधिकारी आंवला और क्षेत्राधिकारी आंवला की अगुवाई में पुलिस प्रतिमा को हटवाने पहुंची तो जमकर बवाल हुआ। महिलाओं के पुलिस पर पथराव करने के बाद पुलिस को आंसू गैस गैस के गोले और लाठी चार्ज करके भीड़ को तीतर बितर करना पड़ा। तब कहीं जाकर पुलिस आंबेडकर की प्रतिमा को हटा सकी।
एसएसपी चौरसिया ने बताया कि जाटव समुदाय के वोटों के लिए कुछ कथित लोगों द्वारा एक महीने से चंदा इकट्ठा कर आंबेडकर प्रतिमा लगाने की तैयारी की जा रही थी। इस पुरे मामले में बेखबर रहने पर उन्होंने थाना सिरौली के इंस्पेक्टर राजीव कुमार, हल्का इंचार्ज मोदी सिंह, सिपाही अंकित सिंह, जाने आलम, अक्षय कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। क्षेत्राधिकारी आंवला अजय गौतम और पुलिस अधीक्षक देहात राजकुमार अग्रवाल से भी जवाब तलब किया गया है। उल्लेखनीय है कि क़स्बा सिरौली में बगैर अनुमति आंबेडकर प्रतिमा लगाने पर सोमवार को हुए बवाल के बाद पुलिस ने 12 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना सिरौली में रिपोर्ट दर्ज की है। अज्ञात आरोपियों में 40महिलाएं और 20 पुरुष शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक (देहात) राज कुमार अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में मनोज, रविंद्र, विपिन, राहुल, पप्पू, महीपाल, आकाश, सूरज, अरविंद, संजीव, शीशपाल और अजय को नामजद किया है। उन्होंने बताया कि अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस वीडियो देखकर अन्य आरोपियों की पहचान कर रही है। उन्होंने बताया कि तमाम आरोपी ताला लगा कर घर से फरार हो गए हैं। तनाव के कारण पुलिस और पीएसी कस्बे में गश्त कर रही है और वहां पुलिस बल तैनात है।
A ruckus over the statue of ambedkar six lines including the inspector appeared
Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero