भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्द्धन एवं प्राधिकार केंद्र (इन-स्पेस) ने स्वदेशी उपग्रह क्यूकेडी उत्पादों के विकास के लिए बेंगलुरु स्थित प्रौद्योगिकी स्टार्टअप क्यून्यू लैब्स के साथ एक समझौता किया है। इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने से क्यून्यू लैब्स को उम्मीद है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और इन-स्पेस के समर्थन से वह क्वॉन्टम-की डिस्ट्रिब्यूशन (क्यूकेडी) उपग्रह पर आधारित क्वॉन्टम सुरक्षित संचार सुविधा प्रदर्शित करने में सफल होगी।
मंगलवार को जारी एक संयुक्त बयान के मुताबिक, टेरेस्ट्रियल सैटेलाइट क्यूकेडी क्षमता हासिल होने पर भारत क्वॉन्टम सुरक्षित संचार नेटवर्क तैयार करने में वैश्विक अगुवा बनने की संभावना से लैस हो जाएगा। अंतरिक्ष विभाग के तहत कार्यरत इन-स्पेस के निदेशक (कार्यक्रम प्रबंधन एवं प्राधिकार) डॉ प्रफुल्ल के जैन ने कहा कि क्यूकेडी एक अनिवार्य प्रौद्योगिकी विकास है जो क्वॉन्टम मैकेनिक्स के सिद्धांत पर काम करता है।
इसकी मदद से विभिन्न पक्षों के बीच संवेदनशील सूचनाओं को साझा करते समय इन्हें (सूचनाओं को) सुरक्षित रखा जाता है। क्यून्यू लैब्स के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुनील गुप्ता ने कहा कि इसरो के तहत इस अत्यधिक नवोन्मेषी भागीदारी में शामिल होने से क्वॉन्टम-सुरक्षित नेटवर्क की प्रौद्योगिकी के विकास में मदद मिलेगी।
Agreement for the development of satellite technology for sensitive information
Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero