संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने यूक्रेन पर काला सागर के ‘शिपिंग कॉरिडोर’ का इस्तेमाल, उसके बेड़े के खिलाफ ‘सैन्य और नुकसान पहुंचाने के मकसद से ’ विश्व बाजारों तक अनाज पहुंचाने के लिए करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यही कारण है कि उसने अनाज समझौते को निलंबित कर दिया। सा रूस ने साथ ही आगाह किया कि वह उसकी मंजूरी के बिना जाहजों की आवाजाही की अनुमति नहीं देगा। रूस द्वारा बुलाई गई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक में वसीली नेबेंजिया ने कहा, ‘‘ काला सागर संघर्ष का क्षेत्र बना हुआ है और हम अपने निरीक्षण के बिना जहाजों के निर्बाध मार्ग की अनुमति नहीं दे सकते।’’
उन्होंने कहा कि रूस वहां से गुजर रहे जहाजों को नियंत्रित करने के लिए ‘‘ स्वयं कदम उठाएगा’’, हालांकि इस संबंध में उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। नेबेंजिया ने यूक्रेन पर पश्चिमी ताकतों खासकर ब्रिटेन की मदद से ‘‘ मानवीय आनाज गलियारे की आड़ में’’ रूस के काला सागर बेड़े और सेवस्तोपोल के बुनियादी ढांचे पर ‘‘ बड़े पैमाने पर हवाई और समुद्री हमले’’ करने का आरोप लगाया। ये हमले 29 अक्टूबर की सुबह किए गए। संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से यूक्रेन से विश्व बाजारों में अनाज पहुंचाने के लिए रूस इस समझौते पर सहमत हुआ था। रूस ने हमलों का आरोप लगाते हुए यूक्रेन से अनाज का निर्यात करने के समझौते को निलंबित करने की घोषणा की है।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने रूस के 29 अक्टूबर के हमलों के दावों को खारिज करते हुए कहा कि अनाज समझौते के तहत चलाए जा रहे जहाजों की रक्षा करने वाले नागरिक जहाजों के लिए ‘शिपिंग कॉरिडोर’ ‘‘सुबह चार बजे नहीं खुला था ’’ और ‘‘जब जहाज गलियारे से गुजरते हैं’’ केवल तभी इसे खोला जाता है।
Alleging attacks on ukraine russia said it would not allow movement of ships without approval
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