उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दिव्यांगों और किन्नरों की उच्च शिक्षा के लिए जागरूकता फैलाने पर बल देते हुए सोमवार को यहां कहा कि शिक्षा का क्षेत्र अत्यंत व्यापक है और इसे समग्र रूप से देखने की आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा की समग्रता को समझते हुए प्राथमिक व माध्यमिक स्तर के विद्यालयों के प्रधानाचार्य को विश्वविद्यालय में बुलाकर उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चर्चा की जाए जिससे गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।
राज्यपाल ने अपने भाषण में कहा कि भारत के नेतृत्व को विश्व स्वीकार कर रहा है और विश्वविद्यालय ऐसे छात्रों को तैयार करे जो भारत की विशेषता को जी-20 में भाग ले रहे देशों के प्रतिनिधियों को बता सकें। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय समाज के उपेक्षित वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हमेशा तत्पर है और यहां का महिला अध्ययन केंद्र गांव में जागरूकता शिविर लगाकर ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयत्नशील है। दीक्षांत समारोह में विभिन्न शाखाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 23 स्वर्ण पदक प्रदान किये गये जिनमें आठ स्वर्ण पदक छात्रों और 15 स्वर्ण पदक छात्राओं को मिले।
Anandiben said it is necessary to spread awareness for higher education of disabled and eunuchs
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