मध्य प्रदेश के भोपाल के कलाकारों के एक समूह ने वाहनों की कबाड़ सामग्री से पांच टन वजन की 28 फुट लंबी और 10 फुट चौड़ी ‘‘रुद्र वीणा’’ की कृति बनाई है। भोपाल नगर निगम, स्वच्छ भारत मिशन के तहत कलाकारों के इस समूह को वित्तीय तौर पर प्रायोजित करता है। रिलेशनशिप-वन, इन कारपोरेशन (आर-वन, आईएनसी) समूह के मुख्य डिजाइनर पवन देशपांडे ने शनिवार को ‘पीटीआई्-भाषा’ को बताया कि इस रुद्र वीणा को भोपाल स्मार्ट सिटी परियोजना के हिस्से अटल पथ पर स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस रुद्र वीणा को कबाड़ और बेकार सामग्री से बनाने में 12 लाख रुपये से अधिक का खर्च आया, लेकिन भोपाल नगर निगम ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत वित्तीय मंजूरी दी।
उन्होंने कहा कि इसे बनाने वाले समूह में 12 व्यक्ति शामिल हैं जो कि कला के विभिन्न रुपों में पारंगत हैं। देशपांडे के मुताबिक समूह ने सबसे पहले 2016 में एक रेडियो की कृति बनाई थी जिसे यहां के व्यस्त चौराहे रोशनपुरा पर लगाया गया है। जबकि अन्य कृतियों में गिटार, कोरोना वायरस की थीम और भोपाल नगर निगम का लोगो भी शामिल है। देशपांडे ने कहा कि भोपाल के मानव संग्रहालय और उज्जैन के त्रिवेणी संग्रहालय में भी समूह ने काम किया है, लेकिन वहां ताजी सामग्री से काम किया गया है। उन्होंने कहा कि समूह द्वारा भोपाल स्थित राज्य सचिवालय भवन की एनेक्सी में बाघ प्रिंट के पैनल और महान गायक किशोर कुमार व बांधवगढ़ के जंगल के भित्ति चित्र भी बनाए गए हैं।
Artists of bhopal made rudra veena masterpiece from junk
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