ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग व्यापार प्रतिबंधों और राजनीतिक मतभेदों के कारण उच्च-स्तरीय संबंधों में एक लंबे ठहराव के बाद द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार लाने के उद्देश्य से वार्ता के लिए चीन पहुंची हैं। बीजिंग पहुंचने पर वोंग ने इस निमंत्रण के लिए चीन को धन्यवाद दिया। उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब दोनों देशों के बीच आधिकारिक राजनयिक संबंधों की स्थापना को 50 वर्ष पूरे हुए हैं। वोंग ने कहा कि वह बातचीत को लेकर आशान्वित हैं, जिनमें ‘‘दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण कई मुद्दों पर चर्चा होगी।’’ वोंग बुधवार को चीनी विदेश मंत्री वांग यी से भी मिलेंगी।
उनकी यात्रा चार वर्षों में किसी ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री की चीन की पहली यात्रा है। वोंग की यात्रा से यह उम्मीद जगी है कि ऑस्ट्रेलियाई वस्तुओं के आयात पर चीन के अवरोधों को समाप्त करने और चीन में हिरासत में लिए गए दो ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को मुक्त करने के विषय में प्रगति होगी। वोंग ने कोई विवरण दिए बिना कहा कि वह हिरासत में लिए गए आस्ट्रेलियाई लोगों की वकालत करना जारी रखेंगी। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पिछले महीने बाली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की थी।
छह वर्षों में दोनों देशों के नेताओं के बीच यह इस तरह की पहली औपचारिक मुलाकात थी। ऑस्ट्रेलिया द्वारा अपनी घरेलू राजनीति में विदेशी दखल को लेकर नियम बनाए जाने और कोविड-19 महामारी की स्वतंत्र जांच की मांग के बाद चीन के साथ उसके रिश्तों में और तल्खी आ गई थी। अल्बनीज ने ने कहा कि अमेरिकी परमाणु प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित पनडुब्बियों के बेड़े के निर्माण को लेकर वह प्रतिबद्ध हैं, जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति ने इसे चीन के साथ टकराव वाला कदम करार दिया था।
वोंग के दौरे का उल्लेख किए बिना चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने दोनों देशों के रिश्तों के 50 साल पूरे होने पर ऑस्ट्रेलियाई गवर्नर जनरल डेविड हर्ले और प्रधानमंत्री अल्बनीज के साथ शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया। शी के हवाले से कहा गया है कि चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग ने ‘‘उपयोगी परिणाम प्राप्त किए हैं, जिससे दोनों देशों के लोगों को लाभ हुआ है।’’ शी ने कहा, स्वस्थ संबंध ‘‘क्षेत्र और दुनिया की शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल हैं।’’ उन्होंने कहा कि पक्षों को पारस्परिक सम्मान (और) सबका लाभ हो, इस सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।
Australian foreign minister to visit china after long pause in relations
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