केंद्र सरकार ने भारत से चीनी के निर्यात पर लागू सीमा को 1 साल और बढ़ा दिया है. इसे बढ़ाकर अक्टूबर 2023 तक कर दिया गया है। विदेश व्यापार महानिदेशालय की एक अधिसूचना के अनुसार भारत ने चीनी के निर्यात पर प्रतिबंधों को 31 अक्टूबर, 2023 तक एक साल के लिए बढ़ा दिया है। प्रारंभ में प्रतिबंध 1 जून से 31 अक्टूबर, 2022 तक लगाए गए थे। डीजीएफटी ने कहा कि प्रतिबंध यूरोपीय संघ और अमेरिका को CXL और TRQ कोटा के तहत निर्यात किए जा रहे स्वीटनर (कच्चे, परिष्कृत और सफेद) पर लागू नहीं है। इसमें कहा गया है कि निर्यात के लिए संबंधित विभाग से अनिवार्य अनुमति जैसी अन्य शर्तें अपरिवर्तित रहेंगी।
भारत में शुगर सीजन 2022-23 में 2.75 करोड़ टन चीनी की खपत का अनुमान है। इसमें से 45 लाख टन चीनी का इस्तेमाल मिल्स इथेनॉल बनाने के लिए करेंगी। इसके अलााव 60 लाख टन का चीनी को वार्षिक बचत स्टॉक के रूप में सुरक्षित रखा जाएगा। सरकार भारत में पर्याप्त चीनी स्टॉक की उपलब्धता सुनिश्चित करना चाहती है और घरेलू आपूर्ति के हितों की रक्षा के लिए निर्यात प्रतिबंध विशुद्ध रूप से लगाया गया है।
चीनी के निर्यात पर लगी सीमा को आगे बढ़ने से चीनी निर्यातों को फायदा होगा। वैश्विक बाजारों में बढ़े दाम का लाभ निर्यातकों को मिलेगा। निर्यतकों ने 2022-23 के लिए पहले ही 4 लाख टन रॉ शुगर के निर्यात के लिए सौदा कर लिया है। मौजूदा बाजार वर्ष भारत ने चीनी के निर्यात को 1.12 करोड़ तक सीमित कर दिया है ताकि बढ़ती हुई कीमतों को काबू किया जा सके।
Ban on sugar export extended till october 2023
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