‘गुजरात चुनाव को देखते हुए CAA-NRC का इस्तेमाल कर रही भाजपा’, ममता बोलीं- बंगाल में नहीं होने देंगे लागू
गुजरात चुनाव को लेकर एक ओर जहां सरगर्मियां तेज है तो वहीं संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर भी चर्चा होने लगी है। ममता बनर्जी ने आज भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात चुनाव को लेकर सीएए और एनआरसी का इस्तेमाल कर रही है। इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने यह भी कहा कि वह पश्चिम बंगाल में इसे किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगी। उन्होंने भाजपा पर पश्चिम बंगाल में अलगाववाद को भी बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा यहां अलग राज्य की मांग उठा रही है जो कि अलगाववाद को बढ़ावा दे सकता है। इसके साथ ही ममता ने यह भी कहा कि वह कभी भी पश्चिम बंगाल का विभाजन नहीं होने देंगे।
ममता ने साफ कहा कि जब भी कोई चुनाव आता है, भाजपा सीएए और एनआरसी को लागू करने की बात करती है। ऐसे में अगले महीने होने वाले गुजरात विधानसभा चुनावऔर लोकसभा चुनाव में लगभग डेढ़ साल का समय बचे होने के बीच इसने फिर से सीएए के मुद्दे को भड़काना शुरू कर दिया है। दरअसल, बनर्जी कृष्णानगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने पूछा कि क्या भाजपा तय करेगी कि कौन नागरिक है और कौन नहीं? मतुआ भी इस देश के नागरिक हैं। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में मतुआ समुदाय काफी मायने रखता है। पश्चिम बंगाल चुनाव के पहले भाजपा उन्हें साधने की कोशिश कर रही थी।
राजनीतिक रूप से शक्तिशाली मतुआ समुदाय में से कई लोग उत्तर 24 परगना और नदिया जिलों में रहते हैं। ममता ने यह भी कहा कि भाजपा राज्य के उत्तरी हिस्सों में राजबंशी और गोरखाओं को भड़काकर पश्चिम बंगाल में अलगाववाद को बढ़ावा दे रही है। हम पश्चिम बंगाल का विभाजन कभी नहीं होने देंगे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद सत्ता में नहीं लौटेगी। बनर्जी ने कहा कि 2019 में देश की राजनीतिक स्थिति अलग थी और तब से यह बदल गई है। उन्होंने कहा कि 2019 में, देश की राजनीतिक स्थिति अलग थी, बिहार, झारखंड और कई अन्य राज्यों में भाजपा सत्ता में थी। लेकिन अब, देशभर में इसकी राजनीतिक मौजूदगी कम हो गई है, यह अब कई राज्यों में सत्ता में नहीं है।
Bjp using caa nrc in view of gujarat elections says mamata