टाटा समूह के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने मंगलवार को कहा कि स्वच्छ और हरित ऊर्जा बदलाव होना तय है और भारत इसका नेतृत्व करने के लिए अच्छी स्थिति में है। उन्होंने आगे कहा कि तकनीकी प्रगति पहले ही हो चुकी है तथा स्वच्छ ऊर्जा बदलाव को और अधिक सस्ता बनाने का प्रयास जारी रखना चाहिए। चंद्रशेखरन ने अहमदाबाद में पंडित दीनदयाल ऊर्जा विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हरित/नवीकरणीय ऊर्जा में बदलाव का दबाव आने वाले समय में बढ़ेगा और स्वच्छ ऊर्जा में बदलाव होना तय है।
लेकिन हमें अधिक और नई और स्वच्छ ऊर्जा की आवश्यकता है ताकि यह अधिक किफायती हो। हमें हाइड्रोजन आधारित ऊर्जा, इलेक्ट्रिक बैटरी, भंडारण प्रणाली औद्योगिक कचरे के पुन: उपयोग की तकनीक आदि की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये सब हमारे जीवनकाल में ही होंगे लेकिन हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि ये समाधान अधिक किफायती हों।’’ चंद्रशेखरन ने कहा कि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जो प्रगति हो रही है वह शानदार है और यह आने वाले समय में और तेज होगी। नवीकरणीय ऊर्जा के मोर्चे पर देश की प्रगति की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हम एक नए परिवर्तन के मुहाने पर हैं और भारत न केवल आर्थिक रूप से बल्कि कई अन्य क्षेत्रों में शानदार विकास की ओर बढ़ रहा है।
Chandrasekaran said country well positioned to be leader in green energy transition
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