ट्विटर प्रमुख एलन मस्क ने 4 जनवरी 2002 को बीते वर्ष को याद करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया जब उन्हें टाइम मैगज़ीन का 'पर्सन ऑफ द ईयर' नामित किया गया। सोशल नेटवर्किंग साइट के नए बॉस ने पिछले साल फर्म का अधिग्रहण किया था। मस्क ने अपने 124.4 मिलियन फॉलोअर्स के लिए एक पोस्ट लिखा, "12 महीने पहले, मैं पर्सन ऑफ द ईयर था। एलन मस्क ने इसके अलावा कई चौंकाने वाले खुलासे किए। अमेरिकी सरकार ने करीब ढाई लाख अकाउंट को बंद करने की मांग की थी। ये अकाउंट पत्रकारों, कनाडाई अधिकारियों के थे। मस्क ने ट्विटर फाइल्स में इसका खुलासा किया, जिसे पत्रकार मैट टैबी ने सार्वजनकि कर दिया।
'ट्विटर फाइल्स' की नई रिलीज में दावा किया गया है कि सोशल नेटवर्किंग फर्म पर रूसी दखल की तलाश के लिए अमेरिकी सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने के लिए दबाव डाला गया था। ग्लोबल एंगेजमेंट सेंटर पर निशाना साधते हुए पत्रकार मैट टैबी ने कहा कि अमेरिकी सरकार के दबान में ट्विटर ने लगभग 250,000 अकाउंट को बंद कर दिया था। इनमें पत्रकारों से जुड़े खाते थे। कुछ अकाउंट्स कोरोना महामारी की उत्तपति पर सवाल उठाने वाले और दो या इससे अधिक चीनी राजनयिकों के खातों को फॉलो करने वाले थे।
टैबी के अनुसार अमेरिकी सरकार की तरफ से कोरोना वायरस को एक इंजीनियर जैव हथियार के रूप में वर्णित करना, वुहान संस्थान में किए गए शोध और वायरस की उपस्थिति के लिए सीआईए को जिम्मेदार ठहराना जैसे मानदंडों के आधार पर इन अकाउंट को सस्पेंड करने की मांग की थी। इसके अलावा रिपोर्ट में दो से अधिक चीनी राजनयिक खातों का अनुसरण करने वाले अकाउंट की एक सूची भी शामिल थी।
टैबी ने ट्विटर फाइल्स के खुलासों के तहत कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को सोशल मीडिया कंपनी के कर्मचारियों के दबाव के बाद डी-प्लेटफॉर्म किया गया था। बता दें कि अमेरिका की राजनीति में भूचाल मचाने वाली ट्विटर फाइल्स की अब तक कई कड़ियों को जारी किया जा चुका है, जिसे ट्विटर फाइल्स का नाम दिया गया है।
China connection of new revelations under whose pressure 2 lakh accounts closed