जबरन नसबंदी के बाद उइगर महिलाओं पर चीन का नया टॉर्चर, शादी के खेल में सरकार सक्रिय रूप से शामिल
मुस्लिम-बहुसंख्यक देश आमतौर पर दुनिया भर में सताए गए मुसलमानों का समर्थन करते हैं। लेकिन चीन में मुस्लिम अल्पसंख्यक समूह के कथित दुर्व्यवहार के बारे में समर्थन करना तो दूर उसे सुनने से भी किनारा करते नजर आते हैं। चीन की सरकार की तरफ से आए दिन उइगर मुस्लिमों के टॉर्चर की अनगिनत कहानियां विभिन्न रिपोर्टों के माध्यम से सामने आ चुकी हैं। लेकिन अब एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि चीनी सरकार ने 2014 से उइगर क्षेत्र में होने वाले अंतर जातीय विवाहों को प्रोत्याहित और मजबूर किया है। चीन के शिंजियांग या पूर्वी तुर्किस्तान क्षेत्र में हान पुरुषों को आकर्षित करने के लिए उइगर महिलाओं या युवतियों की शादी के विज्ञापन दिए जाते हैं।
चीनी सरकार उइगर लोगों के चल रहे नरसंहार में महिलाओं को निशाना बनाती है। महिलाएं चीन के एकाग्रता शिविरों और जेलों में नियमित यौन हिंसा की रिपोर्ट करती है। यही नहीं जबरन नसबंदी के सबूत भी मिले हैं। यूएचआरपी ने कहा कि साक्ष्य में अंतर जातीय विवाह और शादियों के राज्य अनुमोदित ऑनसाइन खाते शामिल हैं। यूएचआरपी ने महिलाओं के अधिकारों की वकालत करने वाले अभियानों से अपने उत्तरदायित्व के तहत उइगर और अन्य तुर्क महिलाओं द्वारा जबरन और प्रोत्साहन विवाह को समाप्त करने का आग्रह किया है।
China new torture on uygar women after forced sterilization