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यूक्रेन में क्रिसमस पर फीकी है रौनक

यूक्रेन में क्रिसमस पर फीकी है रौनक

यूक्रेन में क्रिसमस पर फीकी है रौनक

युद्ध के बीच यूक्रेन में इस बार क्रिसमस की रौनक गायब है। राजधानी कीव समेत अधिकतर शहरों में नाममात्र जगहों पर सजावट की गई है और लोगों में भी उत्सव को लेकर कोई उत्साह नहीं है। एक साल पहले, कीव के सोफिया स्क्वायर पर बड़े ‘क्रिसमस ट्री’ और प्लाजा हजारों लाइट से जगमगाते थे। युद्ध के बीच इस बार यहां नाम मात्र के ट्री लगाए गए है। हाल के महीनों में, रूसी सेना ने ऊर्जा के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है, जिसका उद्देश्य भीषण ठंड में यूक्रेन में बिजली संकट को और गहरा करना है।

यूक्रेन सरकार बुनियादी ढांचे को दुरुस्त करने और आपूर्ति को बहाल करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन राजधानी के 30 लाख से अधिक निवासियों सहित देश में हर जगह जल्द बिजली बहाल करना असंभव है। लगातार बिजली कटौती के कारण इस बार क्रिसमस पर कोई रौनक नहीं दिख रही। हालांकि कुछ लोग उत्सव के लिए अपने स्तर से भी कोशिशें कर रहे हैं। कीव के मेयर विटाली क्लिट्सको ने ‘क्रिसमस ट्री’ लगाने की घोषणा करते हुए कहा कि इसे ‘‘ट्री ऑफ इन्विंसबिलिटी’’ नाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमने फैसला किया कि हम रूस को हमारे बच्चों से क्रिसमस और नए साल का जश्न नहीं छीनने देंगे।’’

‘‘ट्री ऑफ इन्विंसबिलिटी’’ यानी ‘‘अजेयता का पेड़’’ के बारे में उन्होंने कहा कि यह नाम इसलिए रखा गया क्योंकि ‘यूक्रेन के लोगों को तोड़ा नहीं जा सकता।’ इस ‘क्रिसमस ट्री’ का उद्घाटन 19 दिसंबर को किया गया। उसी दिन रूसी सैनिकों ने कीव में ड्रोन से हमले किए जिसमें एक ऊर्जा संयंत्र को नुकसान हुआ। पूर्व के वर्षों में सोफिया स्क्वायर पर संगीत गूंजते रहते थे, लोग खुशियां मनाते दिखते थे। हजारों बल्ब की रोशनी से यह इलाका नहाया रहता था। इस बार बस एक जेनरेटर की आवाज गूंज रही है जिससे आसपास प्रकाश व्यवस्था की गई है।

कीव के प्रशासन ने जब ‘क्रिसमस ट्री’ लगाने का फैसला किया तो यह भी बहस हुई कि क्या त्रासदी वाले इस साल कोई आयोजन करना ठीक होगा। देश के कई अन्य इलाकों में भी ऐसी चर्चा हुई और कुछ क्षेत्र ने ‘क्रिसमस ट्री’ नहीं लगाने का फैसला किया। हालांकि कुछ लोग इस पहल की सराहना कर रहे हैं। सोमवार को क्रिसमस ट्री के उद्घाटन के दौरान आए ओलेह शकुन (56) ने कहा, ‘‘हम आभारी हैं कि हम ऐसे समय में कम से कम कुछ तो देख सकते हैं।’’

सोफिया स्क्वायर पर ‘क्रिसमस ट्री’ देखने आईं अन्ना होलोविना (27) ने कहा कि उन्हें लुहांस्क में अपने गृह शहर की याद आ रही है, जिसपर रूसी सैनिकों का 2014 से कब्जा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बुरा लगता है, बहुत दुख होता है।’’ होलोविना ने कहा, ‘‘मेरा परिवार कीव में है लेकिन मेरे गृह शहर पर आठ साल से कब्जा है।’’ यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खेरसॉन में भी मुख्य चौराहे पर एक ‘क्रिसमस ट्री’ लगाने का फैसला किया गया। महीनों तक यहां पर भीषण लड़ाई हुई थी और रूसी मिसाइल से शहर का अधिकतर हिस्सा तबाह हो गया।

Christmas has faded in ukraine

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