आईआईटी-दिल्ली का एक विस्तारित परिसर हरियाणा के झज्जर जिले के बाढ़सा गांव में 50 एकड़ भूमि में स्थापित किया जाएगा। यह जानकारी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को दी। राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को दिल्ली स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने इस प्रतिष्ठित संस्थान के विस्तारित परिसर की स्थापना से संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी और भरोसा दिलाया कि इसमें पूरा सहयोग किया जाएगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव वी उमाशंकर, तकनीकी शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव विजयेंद्र कुमार, तकनीकी शिक्षा के निदेशक राजीव रतन और आईआईटी-दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर रंगन बनर्जी और संस्थान के अन्य संकाय सदस्यों ने बैठक में हिस्सा लिया। खट्टर ने कहा कि यह परिसर सटीक दवा के लिए देश का पहला केंद्र होगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़सा स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के मरीजों के आंकड़ों को प्राप्त कर नई स्वास्थ्य तकनीक विकसित की जाएंगी।
हरियाणा सरकार के बयान में कहा गया, ‘‘सटीक दवा पर शोध जरूरी है ताकि विशेष मरीज के अनुरूप दवा विकसित की जा सके। इस पहल से हमारी दवा कंपनियों को फायदा होगा क्योंकि वे कैंसर मरीजों के लिए नई दवाएं बनाने में समर्थ होंगी जो राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के चिकित्सका विशेषज्ञों और आईआईटी दिल्ली के तकनीकी विशेषज्ञों के शोध पर आधारित होंगी।’’ इसके अलावा दंत प्रत्यारोपण, बुजुर्गों में कूल्हा संरक्षण उपकरण आदि पर भी परिसर में शोध किया जाएगा ताकि नई तकनीक खोजी जा सके।
Cm khattar said a campus of iit delhi will be built on 50 acres in jhajjar district
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