Himachal Pradesh Election | कांग्रेस का हिमाचल के लोगों से वादा, क्या जनता को रिझा पाएगी पार्टी?
2022 के अंत में हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव होना है। इस चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी से लेकर कांग्रेस पूरी तरीके से चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हो चुकी है। 2017 के विधानसभा चुनाव के परिणाम भाजपा के हित में रहे थे। भाजपा ने 44 सीटों से जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस ने केवल 21 सीटों पर। पिछले 4 दशक से हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन चल रहा है। यह एक मिथक ही है जिसके अनुसार, हिमाचल की जनता हर पांच साल में भाजपा और कांग्रेस को बारी-बारी से अपनी सरकार चलाने का मौका देती है। इसी के मुताबिक, साल 2017 में अगर हिमाचल की जनता ने भाजपा को चुना था तो इस बार मिथक के अनुसार जनता कांग्रेस को मौका दे सकती है। इसी उम्मीद के कारण कांग्रेस चुनावी मैदान में पूरी तरह से उतर चुकी है।
कांग्रेस का हिमाचल के लोगों से वादा, क्या जनता को रिझा पाएगी पार्टी?
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी ने जनता को 10 गारंटियां देने का ऐलान कर दिया है जिससे राजनीतिक सरगर्मियां और भी तेज हो गई है। कांग्रेस अपनी पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के साथ-साथ हर घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने की बात कर रही है। अपने घोषणापत्र को जारी करते हुए कांग्रेस ने इसे अपना मिनी घोषणा पत्र बताया है। कांग्रेस पार्टी हिमाचल की जनता को रिझाने का पूरा प्रयास कर रही है, जिससे चुनावी परिणाम कांग्रेस पार्टी के पक्ष में आ सकें।
भाजपा गाय के नाम पर करती है केवल राजनीति- कांग्रेस
हिमाचल विधानसभा 2022 से पहले कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। इसी बीच हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र सरकार पर बड़े आरोप लगाए है। भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई की बोझ से लोगों की जेब खाली करने का काम कर रही है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के लिए कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकार जितने भी राज्यों में हैं, वहां के लोगों को राहत देने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हिमाचल की जनता से जो भी वादे किए हैं उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा। भूपेश ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि, बीजेपी केवल गाय के नाम पर राजनीति करती है और गाय की सेवा कभी नहीं करती। वहीं कांग्रेस गाय की सेवा करने में विश्वास रखती है।
सड़को पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को बचाने के लिए दो रुपये प्रति किलो की दर से गोबर खरीदने की योजना बहुत लाभदायक साबित होगी। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी भाजपा लोक कल्याण की नीतियों को भी लागू नहीं होने देना चाहती।
क्या कांग्रेस के लिए भाग्यशाली है नादौन विधानसभा सीट
हिमाचल प्रदेश की नादौन विधानसभा सीट डलहौजी जनपद में आती है, साल 2017 के चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा के प्रत्याशी विजय अग्निहोत्री को 2349 मत से हराकर जीत दर्ज की थी। बता दें कि साल 2012 में इस सीट से भाजपा के विजय अग्निहोत्री जीते थे जब्कि 2007 में इसी सीट से कांग्रेस के सुखविंदर सिंह ने जीत हासिल की थी। इस सीट के इतिहास के बारे में बात की जाए तो कांग्रेस के सुखविंदर सिंह ने तीन बार इस सीट से जीत की हैट्रिक लगा ली है।
जानकारी के लिए बता दें कि नादौन विधानसभा सीट पर कुल 11 बार चुनाव हुए हैं जिनमें से 8 बार कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाई है। वहीं भाजपा ने इस सीट से केवल 3 बार जीत हासिल की है। देखा जाए तो नादौन विधानसभा सीट पर कांग्रेस की मजबूत पकड़ है और माना जा सकता है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक बार फिर से इस सीट पर जीत दर्ज कर सकती है। भाजपा भी नादौन विधानसभा सीट पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।
नादौन विधानसभा सीट हमीरपुर लोकसभा के अंतगर्त आती है और इस सीट पर राजपूत वोटर्स के अलावा पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की संख्या भी है। इस सीट पर कांग्रेस पार्टी की पकड़ काफी मजबूत बनी हुई है। वहीं अब आम आदमी पार्टी के चुनावी मैदान में उतरने से भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों की मुश्किलें बढ़ सकती है।
Congress promise to the people of himachal will the party be able to woo the public