National

Constitution Day 2022: संविधान की वो बातें जो आपको पता होनी चाहिए, जानें इससे जुड़े 10 रोचक तथ्य

Constitution Day 2022: संविधान की वो बातें जो आपको पता होनी चाहिए, जानें इससे जुड़े 10 रोचक तथ्य

Constitution Day 2022: संविधान की वो बातें जो आपको पता होनी चाहिए, जानें इससे जुड़े 10 रोचक तथ्य

हम छोटे थे तो मजाक में आपस में सवाल पूछते थे, इस साल 26 जनवरी कौन सी तारीख को पड़ रही है? फिर हमारे दिमाग में आया कि गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है? आप कहेंगे कि कैसा सवाल है। ये तो सभी जानते हैं कि 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ था। भारत का संविधान किसी भी सभ्य समाज के संचालन के लिए कुछ नियम कायदों की जरूरत होती है। लोकतांत्रिक प्रणाली में संविधान के जरिए इसकी व्यवस्था की जाती है। संविधान किसी भी देश की शासन प्रणाली और राज्य को चलाने के लिए बनाया गया एक दस्तावेज होता है। 26 नवंबर स्वतंत्र भारत के लिए एक बहुत ही खास दिन है क्योंकि इसी दिन देश की संविधान सभा ने वर्तमान संविधान को विधिवत रूप से अपनाया था। संविधान में मौलिक अधिकार नागरिकों की ढाल बन गए हैं जबकि मौलिक कर्तव्य हमें हमारे दायित्वों की याद दिलाते हैं। भारत का संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। कुछ समय पहले तक, 26 नवंबर को राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता था।

इसे भी पढ़ें: शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले बुलाई जाएगी सर्वदलीय बैठक, संसदीय कार्य मंत्री ने सुचारू कामकाज के लिए मांगा सहयोग

संविधान दिवस मनाए जाने की शुरुआत 

26 नवंबर का दिन संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2015 को मुंबई में एक ऐतिहासिक घोषणा की उन्होंने भीमराव आबंडकर स्मारक की नींव रखते हुए कहा कि हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। 19 नवंबर 2015 को भारत सरकार ने गजट नोटिफिकेशन के जरिए 26 नवंबर को संविधान दिवस के रुप में मनाने का निर्णय लिया। 26 नवंबर 2015 को पहला संविधान दिवस मनाया गया। 2015 बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की 125वीं जयंती थी। 

इसे भी पढ़ें: Data Protection Bill: कंसेंट मैनेजर का प्रावधान, महिलाओं पर विशेष ध्यान, नए नियमों से कितना सेफ रहेगा हमारा डेटा, अन्य देशों की तुलना में कैसे अलग?

संविधान दिवस 2022: रोचक तथ्य

लोगों को पता होना चाहिए कि भारतीय संविधान को तैयार करने में लगभग 2 साल 11 महीने 18 दिन लगे।

भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।

संविधान की मूल प्रति हाथ से लिखी गई थी।

संविधान की मूल प्रतियां संसद के पुस्तकालय के अंदर संरक्षित हैं। जिस डिब्बे में इसे रखा जाता है।

संविधान की प्रति को हीलियम से भरकर फलालेन के कपड़े में नेफ्थालीन की गोलियों से लपेट दिया गया है।

संविधान के प्रत्येक पृष्ठ पर सोने की पत्ती का फ्रेम है और प्रत्येक अध्याय के शुरुआती पृष्ठ में किसी न किसी प्रकार की कलाकृति है।

इसमें अब 465 अनुच्छेद, तथा 12 अनुसूचियां हैं और ये 22 भागों में विभाजित है। इसके निर्माण के समय मूल संविधान में 395 अनुच्छेद, जो 22 भागों में बंटे थे और इसमें सिर्फ 8 अनुसूचियां थीं।

प्रसिद्ध लेखक प्रेम नारायण रायजादा ने संविधान की मूल प्रति तैयार की थी।

भारतीय संविधान की मूल संरचना भारत सरकार अधिनियम 1935 पर आधारित है।

भारतीय संविधान 26 जनवरी, 1950 से प्रभाव में आया। इसलिए ही 26 जनवरी को हम गणतंत्र दिवस मनाते हैं।

 

Constitution day 2022 things you should know about the constitution

Join Our Newsletter

Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero