एक महीने के प्रवास पर बोधगया जा रहे हैं दलाई लामा, सुरक्षा को लेकर किए गए पुख्ता बंदोबस्त
तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा एक महीने के लिए बिहार के बोधगया जा रहे हैं। वह 1 महीने तक बोधगया में रहेंगे। इस दौरान वह कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। दलाई लामा का यह बोधगया प्रभास 2 साल के बाद हो रहा है। कोरोना महामारी की वजह से 2 साल तक उनका यह दौरा नहीं हो सका था। माना जा रहा है कि दलाई लामा के बोधगया प्रवास की वजह से बौद्ध श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी आएगी। जानकारी के मुताबिक 20 दिसंबर को धर्मगुरु दलाई लामा बोधगया पहुंचेंगे। इसके साथ ही वह विशेष शैक्षणिक सत्र की अगुवाई करेंगे। दलाई लामा अपने अनुयायियों को बेहतर इंसान बनने की शिक्षा भी देंगे।
प्रबंधन को उम्मीद है कि देश-दुनिया से लगभग 60,000 बौद्ध श्रद्धालु पहुंचेंगे। यही कारण है कि पूरे शहर की सुरक्षा व्यवस्था को फुलप्रूफ बनाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस लगातार सतर्कता बरत रही है। दलाई लामा जितने दिनों तक बोधगया में प्रवास पर रहेंगे, शहर में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहेगी। बोधगया को पूरी तरीके से अभेद किले में तब्दील कर दिया गया है। इतना ही नहीं, होटलों और मठों में रहने वाले पर्यटकों पर भी नजर रखी जा रही है। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। प्रशासन किसी भी तरह की लापरवाही बरतने नहीं चाहता है। बोधगया पर्यटन के हिसाब से अहम स्थान रखता है। ऐसे में दलाई लामा के प्रवास की वजह से वहां पर्यटकों में इजाफा देखने को मिल सकता है।
दलाई लामा के प्रवास के दौरान उनसे मिलने के लिए बहुत अधिक हो और वीआईपी को भी कई सुरक्षा घेरे से गुजरना होता है। उनके आगमन को लेकर तिब्बती मंदिर में विशेष तैयारी की जा रही है। तिब्बती मंदिर, कालचक्र मैदान, महाबोधि मंदिर सहित पूरे बोधगया में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। खुफिया एजेंसियों की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खबर यह भी है कि 1 जनवरी 2023 को दलाई लामा महाबोधि मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना करेंगे। बोधगया पर्यटन के लिहाज से बेहद अहम माना जाता है। हालांकि, कोरोना की वजह से पर्यटकों की संख्या में काफी गिरावट देखी गई। ऐसे में दलाई लामा के इस यात्रा से लोगों को काफी उम्मीदें हैं।
Dalai lama is going to bodh gaya on a month stay tight security arrangements have made