Uzbekistan Cough Syrup Death: स्वास्थ्य विभाग ने लिया बड़ा एक्शन, पूरा प्रोडक्शन बंद करने का दिया निर्देश
उज्बेकिस्तान में भारतीय कफ सिरप से बच्चों की मौत का दावा किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इस पूरे मामले पर अपनी नजर बनाए हुए है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्विट करते हुए कहा कि खांसी की दवाई Dok1 Max में संदूषण की रिपोर्ट के मद्देनजर टीम द्वारा निरीक्षण के बाद, नोएडा इकाई में मैरियन बायोटेक की सभी निर्माण गतिविधियों को कल रात रोक दिया गया है, जबकि आगे की जांच जारी है।
मैरियन बायोटेक फार्मा कंपनी के कानूनी प्रमुख हसन हैरिस ने कहा उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत से जुड़ी खांसी की दवाई बनाने वाली भारतीय कंपनी की सभी दवाओं का उत्पादन रोक दिया गया है। हैरिस ने एएनआई को बताया कि हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, कारखाने का निरीक्षण किया गया था। हमने सभी दवाओं का उत्पादन बंद कर दिया है। यह पता लगाने की जरूरत है कि वहां एक ही अस्पताल से मामले क्यों आए। हमारे उत्पाद अन्य देशों में भी जाते हैं।
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि उज्बेकिस्तान ने खांसी की दवाई से मौत के मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। उज्बेकिस्तान ने दावा किया है कि नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक द्वारा बनाई गई एक खांसी की दवाई ने अठारह बच्चों की जान ले ली। विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "हम वहां भारतीय फर्म से जुड़े कुछ लोगों को कांसुलर सहायता प्रदान कर रहे हैं। कि भारतीय दूतावास ने उज्बेकिस्तान के अधिकारियों से संपर्क किया है। दूतावास ने कथित तौर पर भारत में निर्मित खांसी की दवाई के कारण उज्बेकिस्तान में जांच का विवरण मांगा है।
Death due to cough medicine in uzbekistan health department took major action