जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने सोमवार को कहा कि संघ शासित प्रदेश में इस साल अभी तक सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 56 विदेशी आतंकवादियों मारे गये हैं। उन्होंने कहा कि इस साल आतंकवादी संगठनों में शामिल होने वाले 102 स्थानीय युवाओं में से 86 मारे गये हैं। आतंकवादी संगठनों द्वारा जारी जान से मारने की धमकियों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली उसकी एजेंसियों की करतूत बताते हुए सिंह ने कहा कि डरने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस तरह के फरमान जारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
डीजीपी ने यहां एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस साल 56 विदेशी आतंकवादी मारे गए हैं। यह पिछले कई वर्षों में सबसे बड़ी संख्या है।’’ सुरक्षा उपायों को लेकर सिंह ने कहा, ‘‘हम हर तरह की सावधानी बरत रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि हर जगह सब कुछ ठीक होगा। हमारी सुरक्षा में कोई खामी नहीं होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सीमा पार प्रशिक्षण शिविरों में अभी भी लोग हैं। ऐसे आतंकवादी हैं जिन्हें इस तरफ घुसपैठ कराई जा रही है। सीमा पर सुरक्षा बल सतर्क हैं।’’ खालिस्तानी और कश्मीरी आतंकवादियों के बीच संबंध के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘उनकी मां एक है, वह पाकिस्तान है।’’ सिंह ने कहा कि ड्रोन से हथियार गिराना एक बड़ी चुनौती है और पुलिस कुछ मामलों को सुलझाने में सफल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘आईईडी और अन्य चीजें बरामद की गई हैं और हम इससे प्रभावी ढंग से निपटने की कोशिश कर रहे हैं।
Dgp dilbag singh said 56 foreign terrorists have been killed in jk so far in 2022
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