भारत के मानस धामने को सोमवार को यहां टाटा ओपन महाराष्ट्र के पुरुष एकल के पहले दौर में माइकल ममोह से हार का सामना करना पड़ा लेकिन 15 साल का का यह खिलाड़ी मैच के दौरान अपने बेखौफ रवैये से छाप छोड़ने में सफल रहा। देश में आयोजित होने वाले सबसे बड़े टेनिस टूर्नामेंट (एटीपी 250 स्पर्धा) में वाइल्ड कार्ड से प्रवेश पाने के बाद धामने को शीर्ष स्तर के टेनिस का अनुभव मिला। वह हालांकि विश्व रैंकिंग के 115 वें पायदान के खिलाड़ी के खिलाफ 2-6, 4-6 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
धामने ने शारीरिक रूप से मजबूत और तकनीकी रूप से बेहतर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ भविष्य की झलक दिखायी। उन्होंने दिखाया कि अगर सही प्रशिक्षण और मार्गदर्शन मिले तो वह आने वाले दिनों में शीर्ष स्तर पर लगातार खेल पायेंगे। वह शॉट में ताकत की कमी के कारण अपने प्रतिद्वंद्वी को लगातार परेशान करने में विफल रहे लेकिन अपने बेखौफ खेल से वाइल्ड कार्ड प्रवेश को सही ठहराया। मैच के बाद 24 साल अमेरिका के खिलाड़ी ममोह ने कहा, ‘‘ मैं इसकी (टक्कर) उम्मीद नहीं कर रहा था। उसने मुझे आश्चर्यचकित किया। उसका भविष्य अच्छा है।’’
शुरुआती सेट के चौथे गेम में धामने ने बैकहैंड से शानदार विनर लगाकर घरेलू प्रशंसकों का दिल जीता। इस खिलाड़ी ने इसके बाद फोरहैंड के साथ दो ब्रेक पॉइंट अर्जित किए। ममोह ने हालांकि इसके बाद अपने खेल के स्तर को ऊंचा किया और धामने को ज्यादा मौके नहीं दिये। धामने ने कुछ अच्छे ड्रॉप शॉट और बैकहैंड स्लाइस लगा कर अपनी सूझबूझ दिखायी। उन्होंने बीच-बीच में अंक अर्जित कर मैच को नीरस नहीं बनने दिया।
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