Dobara Movie Review | स्पैनिश फिल्म मिराज की नकल है ‘दोबारा’, टाइम ट्रेवर के बीच उलझे दर्शक
आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा और अक्षय कुमार की फिल्म रक्षा बंधन की कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच बॉक्स ऑफिस पर अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनीं फिल्म दोबारा (2.12) रिलीज हुई। फिल्म में लीड एक्ट्रेस तापसी पन्नू हैं। फिल्म समीक्षकों ने सोशल मीडिया पर फिल्म की तारीफ भी की है। बॉक्स ऑफिस पर आखिरी हिट फिल्म भूल भुलैया 2 थी, इससे पहले और इसके बाद कोई भी फिल्म पिछले 2 साल में कुछ खास कमाल नहीं कर पायी हैं कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मों को अलग छोड़ दिया जाए तो... आइये हम भी आपको बताते हैं कि कैसी है फिल्म-
अनुराग कश्यप ने एक ऐसे निर्देशक है जो फिल्मों में कुछ नया लेकर आते हैं जो जमीन से जुड़ा हुआ होता हैं। एक गहन रिसर्च के बाद अनुराग की फिल्में फ्लोर पर जाती हैं लेकिन इस बार अनुराग कश्यप ने भी बॉलीवुड का रीमेक-रीमेक खेल खेला हैं। उन्होंने दोबारा (2.12) के रूप में स्पैनिश फिल्म मिराज का आधिकारिक रीमेक बनाया है। उनकी कहानी को समझना भारतीय दर्शकों के लिए थोड़ा मुश्किल जरूर रहा क्योंकि यह फिल्म टाइम ट्रेवर की कहानी है जिसमें एक साथ- भूत-वर्तमान और भविष्यकाल बार-बार आते जाते रहते हैं। सस्पेंस-थ्रिलर टाइम ट्रेवल फिल्म दोबारा आपको थोड़ा निराश जरूर करती है लेकिन यह बॉलीवुड की सोच से उपर हैं। थ्रिलर फिल्में अगर आपको देखना पसंद है तो फिल्म आपको बांधकर रखती है।
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी शुरूआत होती हैं 1990 में आये एक भयानक तूफान से। यह जीयो स्ट्रोम इतना खतरनाक होता है कि शहर की सूरत ही बदल सकता है। इस तूफान में 12 वर्षीय अनय की सड़क दुर्घटना में मौत हो जाती है। अब फिल्म 25 साल आगे बढ़ जाता हैं। एंट्री होती है तापसी पन्नू की, जो कि फिल्म में एक नर्स हैं। तापसी अपने परिवार के साथ अनय के ही घर में रहने आती हैं। परिवार आराम से खुशहाल जिंदगी जीता है तभी एंट्री होती है एक वीडियो गेम की। तापसी को घर के अंदर एक टीवी मिलता है जिसे ऑन करते ही वह 25 साल पहले मर चुके अनय से कॉन्टेंक्ट कर सकती हैं। तापसी हैरान होती हैं और यहीं से घटनाक्रम टाइम ट्रेवर का शुरू हो जाता हैं। तापसी ठीक उसी जगह है जहां पर अनय हैं लेकिन 25 साल पहले। अनय ने अपनी आंखों से पड़ोस में एक खून होते देखा था जिसका संपर्क आज तापसी पन्नू से हैं। तापसी भूल काल में जाकर कुछ चीजें ठीक करती है लेकिन उसके कारण आज की चीजें बिगड़ जाती हैं। दिमाग को झकझोर देने वाली कहानी है दोराबा की लेकिन यह कोई ऑरिजनल कंटेंट नहीं हैं फिल्म मीराज की कॉपी हैं।
कैसी है फिल्म
कहते हैं कि नकल के लिए भी अकल चाहिए तो अनुराग कश्यप ने नकल करने के दौरान अपनी अकल का प्रयोग किया है। उसके लिए वह तारीफ के काबिल हैं। बाकि फिल्म शुरू से लेकर आखिरी तक आपको बांध कर रखती हैं। दर्शक को आगे क्या होगा यह जानने की इच्छा होती हैं। कई जहग हो सकता है कि आप कंफ्यूज हो क्योंकि टाइम ट्रेवर देखने की भारतीय जनता को आदत नहीं हैं और कहानी में भी कुछ जगहों पर खिचड़ी बनती नजर आती हैं। बाकि तापसी पन्नू ने कुछ कास नहीं किया हैं। कोई भी एक्ट्रेस ये रोल कर सकती थी। तापसी एक अच्छी एक्ट्रेस है लेकिन उनकी लास्ट रिलीज शाबाश मिथू में भी वह कुछ खास एक्टिंग करती नहीं नजर आयी थी।
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