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प्रवर्तन निदेशालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक ‘‘राजनीतिक हथियार’’: जयराम रमेश

प्रवर्तन निदेशालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक ‘‘राजनीतिक हथियार’’: जयराम रमेश

प्रवर्तन निदेशालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक ‘‘राजनीतिक हथियार’’: जयराम रमेश

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि शिवसेना सांसद संजय राउत की जमानत संबंधी आदेश से संकेत मिलता है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक ‘‘राजनीतिक हथियार’’ है। मुंबई की एक विशेष अदालत ने बुधवार को कथित धनशोधन मामले में राउत की गिरफ्तारी को अवैध और निशाना बनाने’ की कार्रवाई करार दिया तथा उन्हें जमानत प्रदान कर दी थी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान यहां संवाददाता सम्मेलन में रमेश ने कहा कि विशेष अदालत ने तीखी टिप्पणी की है और इस्तेमाल की गई से स्पष्ट है कि केंद्रीय जांच एजेंसी का इस्तेमाल ‘‘राजनीतिक विरोधियों को डराने और धमकाने के लिए’’ किया जा रहा है। रमेश ने दावा किया, ‘‘राउत के जमानत आदेश से पता चलता है कि प्रवर्तन निदेशालय एक स्वतंत्र संस्था नहीं है, बल्कि मोदी और शाह के हाथ में एक राजनीतिक हथियार है।’’ उन्होंने कहा कि राउत को गिरफ्तार करने का कोई औचित्य ही नहीं था।

राउत, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक भी हैं। रमेश ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि संजय राउत अलग-अलग मुद्दों पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहेंगे।’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सहकारी क्षेत्र को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया, ‘‘सहकारिता क्षेत्र को केंद्रीय गृह मंत्री के हाथों में केंद्रीकृत किया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को ठेस पहुंचाने के लिए किया जा रहा है, जो इस क्षेत्र में मजबूत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) शासन के दौरान, सहकारी क्षेत्र पर कोई कर नहीं था, जो मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद बदल गया।’’

कांग्रेस के जनसंपर्क कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए रमेश ने कहा कि पार्टी की ओडिशा इकाई ने 31 अक्टूबर से 2,200 किलोमीटर की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू कर दी है। इसी महीने असम और त्रिपुरा में इसी तरह की पहल शुरू की जाएगी, जबकि पश्चिम बंगाल इकाई दिसंबर में यात्रा शुरू करेगी। यह पूछे जाने पर कि ‘भारत जोड़ो यात्रा ’गुजरात से क्यों नहीं गुजर रही है, जहां एक और पांच दिसंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं, उन्होंने कहा कि राज्य इस मार्च के लिए चुने गए मार्ग पर नहीं है।

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उन्होंने कहा, ‘‘अगर इसे (गुजरात) चुना जाता, तो वहां की पूरी राज्य (कांग्रेस) इकाई चुनाव के बजाय यात्रा की व्यवस्था में शामिल हो जाती।’’ रमेश ने यह भी कहा कि राकांपा प्रमुख शरद पवार ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल नहीं हो पाएंगे। राहुल गांधी ने हाल में अस्पताल में भर्ती होने पर पवार (81) से बात की थी। रमेश ने कहा, ‘‘हालांकि पवार यात्रा में शामिल होने के लिए राजी हो गए थे, लेकिन वह अब ऐसा नहीं कर पायेंगे क्योंकि डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है।

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