फीफा वर्ल्ड कप 2022 का आयोजन कतर में होने वाला है। 20 नवंबर से शुरु होने वाले इस टूर्मामेंट में 32 देश हिस्सा ले रहे हैं। लेकिन फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। कई खिलाड़ी कतर की मेजबानी की विरोध कर चुके हैं। ऐसे में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि "खेल का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर फ्रांस सेमीफाइनल में पहुंचता है तो वह कतर में विश्व कप में भाग लेंगे। बैंकाक में बोलते हुए मैक्रॉन ने कहा कि कतर के मानवाधिकार रिकॉर्ड और पर्यावरण के बारे में मुद्दे "सवाल थे जो आपको खुद से पूछना चाहिए जब आप इस कार्यक्रम को निर्धारित करते हैं।" कतर ने 2010 में फीफा वोट में इस साल के टूर्नामेंट के लिए मेजबानी के अधिकार प्राप्त किए थे।
प्रवासी श्रमिकों के रहने की स्थिति से लेकर वातानुकूलित स्टेडियमों के वातावरण पर प्रभाव और LGBTQ लोगों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों के स्थान जैसे कई विभिन्न मुद्दों को लेकर विश्व कप ने कई विवादों को जन्म दिया है। किसी अरब देश में होने वाले पहले वर्ल्ड कप की शुरुआत रविवार से हो रही है। राष्ट्रपति की ओर से कहा गया है कि अगर देश की राष्ट्रीय टीम सेमीफाइनल में पहुंचती है तो मैक्रॉन कतर जाएंगे।
बारह साल पहले 2010 में फुटबाल की शीर्ष संस्था फीफा कतर को यह समझकर मेजबानी देने का फैसला किया था कि टूर्नामेंट गर्मियों में आयोजित होगा, लेकिन उस समय वहां का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रहता है। 2015 में फीफा ने नवंबर-दिसंबर में टूर्नामेंट कराने की सिफारिश की, जिसको लेकर काफी आलोचना हुई। पिछले महीने, पेरिस शहर ने कहा कि वह क़तर के मानवाधिकार रिकॉर्ड के बारे में चिंताओं के बीच सार्वजनिक प्रशंसक क्षेत्रों में विशाल स्क्रीन पर विश्व कप मैचों का प्रसारण नहीं करेगा।
Emmanuel macron said fifa world cup should not be politicised
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