मोरक्को ने फुटबॉल विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में बड़ा उलटफेर करते हुए मंगलवार को यहां 2010 की चैंपियन स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में 3-0 से हराकर अंतिम आठ में जगह पक्की की। विश्व कप के इतिहास में यह मोरक्को का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। टीम ने इससे पहले 1986 में प्री-क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया। नियमित और फिर अतिरिक्त समय में मैच गोलरहित छूटने के बाद पेनल्टी शूटआउट में मोरक्को के गोलकीपर यासिन बोनो ने कमाल की एकाग्रता दिखाते हुए शानदार बचाव किये।
शूटआउट में अब्देलहामिद सबीरी, हकीम जियेच और अशरफ हकीमी ने मोरक्को के लिए गोल किये जबकि बद्र बेनौन चूके गये। स्पेन के पाब्लो सराबिया का पेनल्टी शॉट गोल पोस्ट से टकराया जबकि कार्लोस सोलेर और कप्तान सर्जियो बुसकेट्स के कीक पर मोरक्को के गोलकीपर बोनो ने शानदार बचाव किये। एजुकेशन सिटी स्टेडियम में हकीमी ने जैसे ही मैच का निर्णायक गोल किया स्टेडियम में मौजूद मोरक्को के प्रशंसकों को झूमने का मौका दे दिया जिनकी संख्या स्पेन के प्रशंसकों से काफी अधिक थी। टीम के खिलाड़ियों ने इसके बाद गोलकीपर बोनो को हवा में उछाल कर अपनी खुशी का इजहार किया।
अंतिम आठ में मोरक्को का सामना पुर्तगाल और स्विट्जरलैंड के बीच होने वाले दिन के दूसरे प्री-क्वार्टर फाइनल मैच के विजेता से होगा। मोरक्को यूरोप या दक्षिण अमेरिका के बाहर से क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाली एकमात्र टीम है। दोनों टीमों के बीच यह चौथा मुकाबला था और मोरक्को की टीम पहली बार स्पेन को हराने में सफल रही है। इससे पहले तीन मुकाबलों में से स्पेन ने दो में जीत दर्ज की जबकि एक ड्रॉ रहा। स्पेन की टीम लगातार दूसरी बार विश्व कप के प्री-क्वार्टर फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में हार कर बाहर हुई है।
पिछली बार (2018) उसे मेजबान रूस ने हराया था। बड़े टूर्नामेंट में यह लगातार पांचवीं बार था जब स्पेन नॉकआउट दौर में अतिरिक्त समय खेले गये मैच को नहीं जीत सका। युवा खिलाड़ियों से सजी स्पेन की टीम अपने चिर परिचित अंदाज में छोटे पास पर भरोसा कर रही थी लेकिन मोरक्को ने बेहतर रणनीति के साथ उनकी इस योजना को सफल नहीं होने दी। मैच के शुरूआती मिनट में स्पेन ने गेंद को पास बनाये रखने पर ध्यान दिया चौथे मिनट में पेड्री जावी को पास दिया लेकिन वह नियंत्रण नहीं कर सके।
इसके बाद जोर्डी अल्बा एक बार फिर गेंद को लेकर मोरक्को के हाफ में घुसे लेकिन वह पास देने के लिए किसी साथी खिलाड़ी को नहीं ढूंढ सके। ग्रुप चरण में बेल्जियम जैसी मजबूत टीम को हराने वाली मोरक्को के पास मैच के 12वें मिनट में बढ़त लेने का मौका था लेकिन बॉक्स के बाहर से हकीमी दमदार फ्री-किक नहीं लगा सके। मोरक्को के लिए नौसारी मजरौई के मैच के 33वें मिनट में शानदार प्रयास पर स्पेन के गोलकीपर सिमोन ने उसे विफल कर दिया। दूसरे हाफ की शुरुआत में फेरान टोरेस ने शानदार मौका बनाया। उन्होंने लोरेंटे को पास दिया, लेकिन मोरक्को के खिलाड़ी ने गेंद पर नियंत्रण बना लिया। मैच के 72वें मिनट में एमेरिक लेपोर्ट को हकीमी से भिड़ने पर पीला कार्ड दिखाया गया। 88वें मिनट में हकीमी और अज्जेदीन उनाही ने एक दूसरे का साथ देते हुए गोल करने का मौका बनाया लेकिन आखिरी में हकीमी के तेज शॉट को उनाही नियंत्रित नहीं कर सके।
मैच अतिरिक्त समय में खींचने के बाद स्पेन ने आक्रामक रूख अपनाया और गोल करने के मौके बनाये लेकिन मोरक्को के खिलाड़ियों ने उनके हर प्रयास को विफल कर दिया। मैच के 119वें मिनट में सराबिया को स्पेन के कोच ने मैदान पर उतारा जबकि निको विलियम्स बाहर चले गये। अतिरिक्त समय के स्टॉपेज समय में स्पेन ने गोल करने का सुनहरा मौका गंवा दिया सराबिया ने गेंद तक पहुंचने में देरी कर दी और उनका मुश्किल कोण से लगाया गया उनका शॉट दूसरे पोस्ट से टकरा कर बाहर निकल गया।
Fifa world cup morocco made a big upset defeating spain in the penalty shootout
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