पहले उपचुनाव में मिली जीत, फिर संजय राउत की हुई रिहाई, क्या मजबूत वापसी करेंगे उद्धव ठाकरे
शिवसेना में बगावत के बाद से उद्धव ठाकरे के लिए कई मुश्किलें सामने आ रही थीं। उद्धव ठाकरे का साथ पार्टी के कई नेताओं ने छोड़ दिया। इसके बाद महाराष्ट्र में उनकी सरकार चली गई। उद्धव ठाकरे के सबसे करीबी और भरोसेमंद कहे जाने वाले संजय राउत भी जेल में चले गए। उद्धव ठाकरे अकेले दिखाई देने लगे। भाजपा के साथ-साथ शिवसेना के बागी सदस्य भी उनके खिलाफ जबरदस्त तरीके से हमलावर रहे। लेकिन उद्धव ठाकरे को हाल में ही दो ऐसी गिफ्ट मिली है जिससे कि उनकी वापसी मजबूती के साथ हो सकती है। दरअसल, हाल में ही महाराष्ट्र में विधानसभा के उपचुनाव हुए थे। अंधेरी ईस्ट उपचुनाव में उद्धव ठाकरे गुट की उम्मीदवार रुतुजा लटके को जीत मिली। इसे ठीक बाद संजय राउत की जेल से रिहाई भी हो गई।
माना जा रहा है कि उद्धव ठाकरे के लिए कहीं ना कहीं यह बड़ी खुशी लेकर आया है। तभी तो उद्धव ठाकरे गुट के शिवसैनिकों में जोश हाई है। वे संजय राउत की रिहाई के बाद लगातार नारा लगा रहे हैं। टाइगर इस बैक। संजय राउत भी जेल से निकलने के बाद उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे। राउत ने कहा कि वह आने वाले दिनों में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मुलाकात करेंगे। उन्होंने भविष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की भी बात कही, लेकिन इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि मेरी गिरफ्तारी राजनीतिक थी लेकिन मैंने अच्छे उद्देश्य से समय बिताया। मेरी पार्टी, मेरे परिवार और मुझे झेलना पड़ा। हमने सहा है। मेरे परिवार का बहुत नुकसान हुआ। जिंदगी में और राजनीति में यह होता है।
वहीं, उद्धव ने दावा किया कि केंद्रीय जांच एजेंसियां ‘‘केंद्र के पालतू जानवर’’ की तरह काम कर रही हैं और धनशोधन मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को ज़मानत देने का अदालत का फैसला देश के लिए एक मार्गदर्शक जैसा था। उन्होंने दावा किया कि राउत को फिर से झूठे मामले में फंसाया जा सकता है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अदालत के आदेश से अब यह बिल्कुल स्पष्ट है कि केंद्रीय एजेंसियां केंद्र के पालतू जानवरों की तरह काम कर रही हैं और पूरी दुनिया इसे देख रही है। राउत से शिवसेना के नाम और चुनाव चिह्न पर रोक लगाने के भारत के निर्वाचन आयोग के फैसले के बारे में पूछने पर राउत ने कहा, ‘‘संविधान पर प्रतिबंध(फ्रीज) लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
First byelection victory then sanjay raut bail will uddhav thackeray make a strong comeback