गुजरात के पूर्व मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता जयनारायण व्यास ने राज्य में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शनिवार को निजी कारणों का हवाला देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस बीच, कांग्रेस की गुजरात इकाई के एक नेता ने कहा कि व्यास के उनकी पार्टी (कांग्रेस) में शामिल होने की संभावना है। हालांकि, व्यास ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि व्यास (75) ने हाल में पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की थी। भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सी आर पाटिल को सौंपे इस्तीफे में व्यास ने कहा है, “मैं पार्टी की विचारधारा के अनुसार पिछले तीन दशकों से सक्रिय रूप से भाजपा की सेवा कर रहा था। मैं आज निजी कारणों से पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं।”
व्यास गुजरात में भाजपा नीत सरकार में उस समय मंत्री थे, जब नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे। हालांकि, वह (व्यास) 2012 और 2017 में सिद्धपुर से विधानसभा चुनाव हार गए थे। व्यास ने पिछले हफ्ते अहमदाबाद में गहलोत से मुलाकात की थी, जो गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं। कांग्रेस की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा, “राज्य में भाजपा को संगठित करने में मदद करने वाले व्यास को पार्टी ने नजरअंदाज किया है। उन्होंने (व्यास ने) हाल में सोनिया जी, गहलोत जी और गुजरात में पार्टी मामलों के प्रभारी रघु शर्मा से मुलाकात की थी।”
ठाकोर ने कहा, “व्यास कांग्रेस में शामिल होंगे या नहीं, इस पर उनके फैसले का इंतजार करते हैं।” प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पाटिल ने कहा कि उन्हें व्यास का इस्तीफा मिल गया है और पार्टी ने इसे स्वीकार कर लिया है। पाटिल ने कहा, “बार-बार हारने के बावजूद हमने उन्हें कई बार टिकट दिया। पार्टी का नियम है कि वह 75 साल की उम्र पार कर चुके लोगों को टिकट नहीं देगी। हो सकता है कि उन्होंने उम्मीदवारी न मिलने या किसी अन्य कारण से इस्तीफा देने का फैसला किया हो।” उल्लेखनीय है कि गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में, एक और पांच दिसंबर को मतदान होगा। मतगणना आठ दिसंबर को होगी।
Former gujarat minister jaynarayan vyas quits bjp ahead of assembly elections
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