राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पुष्कर धाम सभी वर्गों की आस्था का केन्द्र है। सभी जाति और धर्मों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुष्कर में आते हैं। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पुष्कर मेले में वृहद स्तर पर उत्कृष्ट एवं भव्य व्यवस्थाएं की गई हैं। गहलोत मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला-2022 के उद्घाटन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘इस भव्य उद्घाटन कार्यक्रम के माध्यम से एक नयी शुरूआत की गई है। पुष्कर का मेला पूरी दुनिया में विख्यात है। आजादी के बाद पुष्कर तीर्थ में पहली बार ऐसा दृश्य देखने को मिला है।’’
उन्होंने कहा कि राज्य में सभी को प्रेम, सद्भावना और आपसी भाईचारे के साथ मिलकर रहना चाहिए। गहलोत ने कहा कि विगत दो वर्षों से कोरोना वायरस महामारी के कारण मेला आयोजित करने में परेशानी आई लेकिन इस वर्ष देश-विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी पुष्कर मेले में शामिल होंगे। उल्लेखनीय है कि पुष्कर मेले में इस साल मवेशियों में गांठदार चर्म रोग लंपी के चलते पशु मेला नहीं होगा।
हजारों पर्यटकों को आकर्षित करने वाला मेला इस बार पशु मेले के बिना ही आयोजित होगा। उन्होंने पुष्कर सरोवर की पूजा-अर्चना कर राज्य की खुशहाली की कामना की। उन्होंने पुष्कर सरोवर के ब्रह्म घाट पर आयोजित सरोवर अभिषेक, महाआरती और दीपदान कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने पुष्कर सरोवर के घाटों पर दीपदान किया। दीपदान कार्यक्रम में सरोवर के 52 घाटों पर सवा लाख दीपकों से दीपदान एवं महाआरती की गई।
मुख्यमंत्री ने अजमेर और पुष्कर में 110 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इसमें स्मार्ट सिटी, अजमेर विकास प्राधिकरण एवं वन विभाग के तहत विभिन्न विकास कार्य और परियोजनाएं शामिल थीं। उन्होंने कहा कि पुष्कर सरोवर में गंदे पानी की समस्या के समाधान के लिए डीपीआर तैयार कर ली गई है। करीब 11 करोड़ रुपये की लागत से पुष्कर का विकास कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुष्कर में घाटों का जीर्णोद्धार एवं अन्य विकास कार्यों जल्द पूरे किए जाएंगे।
Gehlot said pushkar dham is the center of faith for all sections
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