एक दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने शुक्रवार को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की। यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को समर्थन और आर्थिक संबंधों व मानवाधिकार मुद्दों को लेकर विवादों के चलते चीन की आलोचनाओं के बीच शोल्ज का यह दौरान हो रहा है। शोल्ज कई शीर्ष जर्मन कारोबारियों के साथ यात्रा कर रहे हैं। हाल ही में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के पुन: अध्यक्ष चुने गए शी ने बीजिंग के ‘ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल’ में शोल्ज की अगवानी की।
शी ने उल्लेख किया कि शोल्ज की यात्रा ऐसे समय में हुई है जब दोनों पक्ष राजनयिक संबंधों के 50 वर्षों से ज्यादा होने को रेखांकित कर रहे हैं और देशों ने अपनी भयंकर शीत युद्ध प्रतिद्वंद्विता के बावजूद, आर्थिक आदान-प्रदान को फिर से शुरू किया जो आज भी संबंधों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यूक्रेन का उल्लेख किए बगैर सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने शी को उद्धृत करते हुए कहा, “वर्तमान में, अंतर्राष्ट्रीय स्थिति जटिल और परिवर्तनशील है।”
“प्रभावशाली शक्तियों के रूप में, चीन और जर्मनी को विश्व शांति व विकास में अधिक योगदान करने के लिए बदलाव और अराजकता के समय में एक साथ काम करना चाहिए।” जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार, शोल्ज ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में सीधे उस संघर्ष का उल्लेख किया, जिससे लाखों शरणार्थियों की समस्या खड़ी हुई और विश्व खाद्य व ऊर्जा बाजारों को खत्म किया। उन्होंने कहा, “बड़े तनाव के समय हम एक साथ आते हैं।”
शोल्ज को उद्धृत करते हुए कहा गया, “विशेष रूप से, मैं यूक्रेन के खिलाफ रूसी युद्ध को उजागर करना चाहता हूं, जिसने हमारी नियम-आधारित विश्व व्यवस्था के लिए कई समस्याएं पैदा की हैं।” डीपीए ने बताया कि शोल्ज ने वैश्विक भूख, जलवायु परिवर्तन और विकासशील विश्व ऋण का भी “महत्वपूर्ण मुद्दों” के रूप में उल्लेख किया।
German chancellor scholz in china amid trade ukraine and rights issues
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