इन वृक्षों में वास करते हैं देवी-देवता, पूजा करने से मिलेगी विशेष कृपा
हिन्दू धर्म में प्रकृति की पूजा का विधान है। प्रकृति में मौजूद हर चीज़ पूजनीय है चाहे वह नदियां हो पहाड़ हो या पेड़ पौधे। आज हम बताने जा रहें हैं कुछ ऐसे पेड़ पौधों के बारें में जिन पर देवी देवताओं का निवास माना गया है।
आवंला का वृक्ष
आंवला एक ऐसा वृक्ष है जिसको हिन्दू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। आवलें के पेड़ पर भगवान विष्णु का वास होता है। आवलें का पेड़ माता लक्ष्मी को भी प्रिय है। अक्षय नवमी पर आंवलें के पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। कार्तिक माह में आवलें के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। आंवले की पूजा एकादशी पर करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।
पीपल का पेड़
पुराणों में बताया गया है पीपल के वृक्ष पर स्वयं भगवान विष्णु वास करते है। इसकी जड़ो में विष्णु, तने में श्रीहरि का वास होता है। पीपल का पेड़ भगवान विष्णु का जीवन्त स्वरूप है। हिन्दू धर्म में पीपल का वृक्ष सबसे पवित्र माना जाता है इसके पत्तों में भी देवी देवताओं का वास माना गया है। कहा गया है कि पीपल के मूल में ब्रह्मा,मध्य में विष्णु और शीर्ष में शिव जी निवास करते हैं।
बरगद का पेड़
बरगद को वटवृक्ष भी कहा जाता है। इसको देव वृक्ष माना गया है। पुराणों के अनुसार, बरगद के पेड़ में शिव जी वास करते हैं। बरगद के पेड़ों की उम्र सबसे ज्यादा होती है, इसलिए इसे 'अक्षयवट' भी कहा जाता है। बरगद के पेड़ की पूजा करने से सुयोग्य जीवनसाथी प्राप्त होता है।
बेल का पेड़
बेल के वृक्ष पर भगवान शिव का निवास माना गया है। भगवान शिव को बेलपत्र अति प्रिय है। प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र अर्पित करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
गूलर का वृक्ष
कहते है कि गूलर के पेड़ का संबंध धन के देवता कुबेर से है। यह शुक्र ग्रह का भी प्रतीक माना जाता है।कहते है कि अगर गूलर के वृक्ष की नियमित पूजा की जाए और जल अर्पित किया जाए तो शुक्र ग्रह की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसा करने से धन के देवता कुबेर का विशेष आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
धतूरे का पौधा
धतूरे के पौधे में भगवान शिव का वास माना गया है। भगवान शिव की पूजा में धतूरे के फूलों विशेष महत्व है। धतूरे के फूल भगवान को प्रिय होते है। धतूरे का पौधा घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
नीम का वृक्ष
नीम के वृक्ष पर माँ दुर्गा का वास माना जाता है जिसे पार्वती (शिव की पत्नी) के रूप में भी जाना जाता है। नीम के पेड़ को ही देवी का रूप मानकर इसकी पूजा की जाती है। देश के कई हिस्सों में इसे नीमरि देवी कहा जाता है।
मदार का वृक्ष
मदार के पौधे में भगवान गणेश जी का वास माना गया है। यह पौधा श्वेत और श्याम दोनों तरह का होता है। मदार के फूलों और टहनियों का तांत्रिक पूजा में विशेष प्रयोग किया जाता है।
शमी का वृक्ष
शमी के फूल शिव जी को बहुत प्रिय हैं। अगर आप रोज शमी के पौधे की पूजा करते है तो आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। शमी के पौधे में दीपक जलाने से मुसीबतें दूर होती है।
Gods goddesses reside in trees worshiping will give special blessing