संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान में हाल के महीनों में आई विनाशकारी बाढ़ के प्रभावों से निपटने के लिए उसका व्यापक समर्थन करना अंतरराष्ट्रीय समुदाय का कर्तव्य है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि बाढ़ को उस तरह की आपदा के उदाहरण के रूप में माना जाना चाहिए जो उस कोष से वित्तीय सहायता की दरकार रखती है जिस पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए चर्चा की जा रही है।
गुतारेस ने कहा ‘‘नुकसान हुआ है और बर्बादी हुई है।’’ उन्होंने कहा कि इसे मिस्र में वर्तमान संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता में मान्यता दी जानी चाहिए। बैठक से इतर गुतारेस ने कहा कि पाकिस्तान की मदद करने का एक तरीका मौजूदा नियमों को बदलना और उसे उस धन के निवेश की अनुमति देना होगा जो देश बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से उबरने और पुनर्निर्माण के लिए कर्ज चुकाने पर खर्च करेगा। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को विकासशील देशों को दूषित ईंधन से दूर करने और वर्तमान और भविष्य के जलवायु संबंधी नुकसान के लिए धन उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया है।
उन्होंने कहा ‘‘हमें अपनी अर्थव्यवस्थाओं को कोयले से दूर करना चाहिए। हमें उभरते देशों को भी जल्द से जल्द ऐसा करने में मदद करनी चाहिए।’’ मैक्रों ने मिस्र में संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में नेताओं से कहा कि विकासशील देशों के साथ अधिक साझेदारी करने की आवश्यकता है ताकि उन्हें स्वच्छ ऊर्जा में बदलाव में मदद मिल सके। उन्होंने जलवायु प्रतिबद्धताओं पर रूस-यूक्रेन युद्ध के प्रभाव का जिक्र करते हए कहा ‘‘हम रूस के ऊर्जा खतरे के लिए अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं का त्याग नहीं करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि यूक्रेन में युद्ध ने दुनिया भर में, विशेष रूप से अफ्रीका और भूमध्यसागरीय क्षेत्र में ऊर्जा और खाद्य असुरक्षा को बढ़ावा दिया है।
Guterres appeals for pakistans help in dealing with the effects of floods
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