संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि उन्होंने भारत और वियतनाम की अपनी हालिया यात्रा के दौरान नागरिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के रक्षकों के साथ ही पर्यावरण कार्यकर्ताओं की रक्षा की महत्ता पर जोर दिया। गुतारेस ने गत सप्ताह मॉन्ट्रियल में सीओपी15 जैवविविधता सम्मेलन के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं जो प्रमुख संदेश साफ तौर पर देना चाहता हूं, वह यह है कि मानवाधिकार सभी पर्यावरणीय चिंताओं के केंद्र में होगा। एक और बात जो मुझे चिंतित करती है, वह मानवाधिकार के रक्षकों के साथ ही पर्यावरणीय कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न की है।’’
गुतारेस सरकारों द्वारा पर्यावरण संबंधी प्रदर्शनों के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि यह ‘पूरी तरह से अस्वीकार्य’ है कि वे मानवाधिकार उल्लंघनों का शिकार हो रहे हैं और ‘हम जानते हैं कि उनमें से कुछ जेलों में हैं, कुछ को धमकाया गया है और कुछ ने अपनी जान तक गंवा दी है।’ गौरतलब है कि नवंबर में मिस्र के शर्म-अल-शेख में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के मद्देनजर गुतारेस ने 18 से 20 अक्टूबर तक भारत की यात्रा की थी। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले थे।
Guterres said security of human rights defenders emphasized on visits to india and vietnam
Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero