भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिवंगत नेता हरेन पंड्या की पत्नी जागृति पंड्या ने एलिसब्रिज के विधायक राकेश शाह के उस कथित बयान पर शनिवार को कड़ी आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में अपने कार्यकाल के दौरान पार्टी के वोट प्रतिशत की तुलना उनके पति के समय से की थी। हालांकि शाह ने कहा कि उन्होंने इस निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी के वोट प्रतिशत के बारे में कभी बात नहीं की, जब 1990 के दशक में हरेन पंड्या इससे दो बार जीते थे।
यह निर्वाचन क्षेत्र अहमदाबाद शहर में स्थित है। भाजपा के शहर इकाई के प्रमुख अमित शाह (केंद्रीय गृह मंत्री नहीं) को लिखे एक पत्र में पंड्या ने मीडिया की एक खबर का हवाला दिया जिसमें राकेश शाह ने कथित तौर पर कहा था कि 1995 में हरेन पंड्या को मिले 66 प्रतिशत वोट की तुलना में जब उन्होंने चुनाव लड़ा तो पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़कर 80 प्रतिशत हो गया। जागृति पंड्या ने कहा कि जब उनके पति ने 1990 में पहली बार भाजपा के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ा, तो पार्टी को केवल 5.45 प्रतिशत वोट मिले।
पंड्या ने कहा, ‘‘अपने अथक प्रयास से मेरे पति ने मतदाताओं के बीच भाजपा के लिए एक अलग जगह बनाई और 1995 में उन्हें 72 प्रतिशत वोट मिले और पार्टी विजयी हुई।’’ उन्होंने हरेन पंड्या की 2003 में हत्या का हवाला देते हुए कहा कि ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना’’ में उनकी मृत्यु हो गई। जागृति ने कहा, ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना अभी भी सबको याद है, लेकिन (राकेश) शाह ने अपने अशोभनीय और द्वेषपूर्ण राजनीतिक बयान से सबको आहत किया है।’’
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 1998 में हरेन पंड्या का 77.43 प्रतिशत वोट प्रतिशत अब तक निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक है। उन्होंने 1995 और 1998 में सीट जीती, लेकिन 2002 में चुनाव नहीं लड़े। जागृति पंड्या ने पत्र में लिखा है कि विधानसभा चुनाव से पहले राकेश शाह के कथित बयान से पार्टी की छवि खराब हुई है, और उन्हें बयान वापस लेने के लिए कहा जाना चाहिए।
टिप्पणी के लिए पूछे जाने पर, राकेश शाह ने पीटीआई-से कहा कि उन्होंने कभी भी अपने और पंड्या के वोट प्रतिशत की तुलना नहीं की। उन्होंने एक अखबार के साक्षात्कार के दौरान केवल इतना कहा कि भाजपा का वोट प्रतिशत लगातार बढ़ा है। हरेन पंड्या 1998 में केशुभाई पटेल सरकार में गृह मंत्री थे। वर्ष 2001 में नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने पर उन्हें राजस्व राज्य मंत्री बनाया गया था। हरेन पंड्या की 26 मार्च, 2003 को सुबह की सैर के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई।
Haren pandyas wife criticizes bjp mla for statement on vote percentage in gujarat
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