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पराली जलाने के मामले 50 दिन में 12.59 प्रतिशत बढ़े: आईसीएआर

पराली जलाने के मामले 50 दिन में 12.59 प्रतिशत बढ़े: आईसीएआर

पराली जलाने के मामले 50 दिन में 12.59 प्रतिशत बढ़े: आईसीएआर

पंजाब में धान की पराली जलाने के मामले पिछले साल की तुलना में बीते 50 दिन में 12.59 प्रतिशत बढ़कर 26,583 हो गए और दिवाली के बाद इसमें और भी तेजी देखी गई है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की तरफ से जारी नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब के उलट हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं दिल्ली में पिछले 50 दिन में पराली जलाने के कुल मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। आईसीएआर ने ये आंकड़े 15 सितंबर से चार नवंबर के बीच तीन सुदूर संवेदी उपग्रहों से ली गई तस्वीरों के आधार पर एकत्रित किए हैं।

सुओमी एनपीपी, टेरा और एक्वा उपग्रहों ने इन राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं को अंकित किया है। प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, अकेले शुक्रवार को ही इन छह राज्यों में पराली जलाने के कुल 2,945 मामले दर्ज किए गए। इनमें से अकेले पंजाब में ही 2,437 मामले शामिल हैं जबकि मध्य प्रदेश में 348, हरियाणा में 63, उत्तर प्रदेश में 61, राजस्थान में 34 और दिल्ली में दो मामले दर्ज किए गए। खास बात यह है कि दिवाली का त्योहार बीतने के बाद पराली जलाने की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। पंजाब में 25 अक्टूबर को पराली जलाने के सिर्फ 181 मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन 28 अक्टूबर को यह संख्या कई गुना बढ़कर 2,067 हो गई।

दो नवंबर को यह संख्या 3,634 और तीन नवंबर को 2,666 रही। पंजाब में भी संगरूर, तरन तारन, पटियाला, फिरोजपुर, बठिंडा, बरनाला और अमृतसर जिलों में पराली जलाने के सर्वाधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इसी तरह मध्य प्रदेश में भी इस तुलनात्मक अवधि के दौरान पराली जलाने के मामले बढ़कर 1,927 हो गए जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह संख्या 1,765 थी। खासतौर पर पिछले कुछ दिनों में इस प्रवृत्ति में अधिक तेजी आई है।

राजस्थान में शुक्रवार तक पराली जलाने के कुल 496 मामले दर्ज हो चुके हैं जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 187 था। दिल्ली में यह संख्या नौ पर स्थिर बनी हुई है। हालांकि, उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के कुल मामले चार नवंबर तक 903 ही दर्ज किए गए हैं जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह संख्या 1,493 थी। इसी तरह हरियाणा में भी पिछले साल के 3,666 मामलों की तुलना में इस बार 2,440 मामले ही दर्ज किए गए हैं। इस साल 15 सितंबर से लेकर चार नवंबर के बीच इन छह राज्यों में पराली जलाने के कुल 32,358 मामले दर्ज किए गए हैं।

Icar says stubble burning cases increased by 1259 percent in 50 days

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