मलेशियाई कंपनी आईएचएच हेल्थकेयर ने भारतीय बाजार के लिए खुद को दीर्घावधि में प्रतिबद्ध जताते हुए कहा है कि फोर्टिस हेल्थकेयर भारतीय बाजार में वृद्धि के लिए उसका मुख्य साधन बनी रहेगी। आईएचएच हेल्थकेयर ने फोर्टिस में अतिरिक्त 26.1 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए खुली पेशकश लाने पर लगी रोक को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कानूनी लड़ाई जारी रहने से वह अतिरिक्त पूंजी नहीं लगा पा रही है। यह खुली पेशकश दिसंबर 2018 में लाई जानी थी लेकिन उच्चतम न्यायालय के आदेश की वजह से ऐसा नहीं हो पाया था।
अब भी सिंह बंधुओं और डायची सैंको के बीच जारी विवाद की वजह से फोर्टिस का मामला कानूनी अड़चनों में फंसा हुआ है। आईएचएच हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी केल्विन लोह ने पीटीआई-के साथ बातचीत में कहा कि पिछले चार साल भारतीय कारोबार के नजरिये से खासा निराश करने वाले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति के बावजूद आईएचएच के लिए भारत अहम बाजारों में से एक बना हुआ है। इसमें फोर्टिस हेल्थकेयर ही अग्रणी भूमिका में रहेगी। आईएचएच भारत, मलेशिया, सिंगापुर एवं तुर्किये समेत 10 देशों में कुल 82 अस्पतालों का संचालन करती है।
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