पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने स्वीकार किया है कि उनकी सरकार गिराने की विपक्ष की कोशिशों के बीच इस साल मार्च में उन्होंने थल सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के कार्यकाल में विस्तार की पेशकश की थी। खान की यह टिप्पणी पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम द्वारा बृहस्पतिवार को किये गये इस खुलासे के बाद आई है कि सेना प्रमुख को इस साल मार्च में उनके कार्यकाल में अनिश्चितकालीन विस्तार के लिए एक आकर्षक प्रस्ताव दिया गया था।
आईएसआई प्रमुख ने खान का नाम लिये बगैर कहा था, ‘‘यह पेशकश मेरे समक्ष की गई थी। उन्होंने (जनरल बाजवा ने) इसे खारिज कर दिया क्योंकि वह चाहते थे कि संस्थान विवादास्पद भूमिका से संवैधानिक भूमिका की ओर बढ़े।’’ द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की खबर के मुताबिक, खान ने बृहस्पतिवार को 92न्यूज टीवी को बताया कि उन्होंने सेना प्रमुख से कहा था कि यदि विपक्ष नेकार्यकाल में विस्तार करने की पेशकश करेगा तब वह ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जनरल बाजवा को बार-बार चेतावनी दी थी कि यदि यह अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया तो इसका अर्थव्यवस्था पर सीधा प्रभाव पड़ेगा और कोई इसे काबू नहीं कर पाएगा। ’’
खान ने कहा कि उन्होंने सेना के शीर्ष नेतृत्व से यह भी कहा कि यदि वे गैर-राजनीतिक विषय थे तो उन्होंने राजनीतिक विषयों पर चर्चा के लिए संवाददाता सम्मेलन क्यों किया। लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम ने पाकिस्तान के इतिहास में किसी आईएसआई प्रमुख की पहली प्रेस वार्ता को बृहस्पतिवार को संबोधित किया था। खान ने संघीय राजधानी की ओर रैली की पूर्व संध्या पर एक वीडियो बयान में और अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ को संबोधित करते हुए लोगों को देश की असली आजादी के लिए इस आंदोलन में शामिल होने का अनुरोध किया।
Imran khan accepts offer of extension of tenure to army chief bajwa
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