अमेरिका में प्रवासी भारतीय समुदाय ने भारत में अमेरिका के राजदूत रहे भारतवंशी वकील राजदूत रिचर्ड वर्मा को एक शीर्ष राजनयिक पद के लिए नामांकित किए जाने का स्वागत किया है और कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने ‘‘प्रेरणादायक चयन’’ किया है। बाइडन ने शुक्रवार को वर्मा को उपविदेश मंत्री (प्रबंधन एवं संसाधन) के रूप में नामित करने की अपनी मंशा की घोषणा की। अगर सीनेट (अमेरिकी संसद का एक सदन) से वर्मा (54) के नाम की पुष्टि होती है तो वह विदेश विभाग में शीर्ष पद वाले भारतीय-अमेरिकी होंगे।
वर्तमान में मुख्य कानूनी अधिकारी और ‘मास्टरकार्ड’ में ‘वैश्विक सार्वजनिक नीति’ के प्रमुख वर्मा 16 जनवरी 2015 से 20 जनवरी 2017 तक भारत में अमेरिका के राजदूत के रूप में कार्य कर चुके हैं। प्रवासी भारतीय समुदाय के एक जाने माने संगठन ‘इंडियास्पोरा’ ने एक बयान में कहा, ‘‘विदेश विभाग में इस बेहद अहम भूमिका के लिए वर्मा को नामांकित कर राष्ट्रपति बाइडन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ‘‘प्रेरणादायक चयन’’ किया है।’’ प्रमुख वकील और पॉल हेस्टिंग्स एलएलपी के मशहूर पेशेवर और हार्वर्ड विश्वविद्यालय में ‘लक्ष्मी मित्तल दक्षिण एशिया संस्थान’ के विशेषज्ञ रौनक डी देसाई ने एक अलग बयान में कहा कि वर्मा विदेश विभाग के नंबर दो के अधिकारी बनने के लिए ‘‘विशिष्ट योग्यता’’ रखते हैं।
Indian americans welcome nomination of richard verma to top diplomatic post
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