भारत ने 145 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन शुक्रवार को यहां शुरू में ही शीर्ष क्रम के चार महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए, जिससे यह मैच रोमांचक स्थिति में पहुंच गया है। बांग्लादेश ने अपनी दूसरी पारी में 231 रन बनाकर भारत के सामने 145 रन का लक्ष्य रखा। इस श्रृंखला में क्लीन स्वीप करके विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में महत्वपूर्ण अंक हासिल करने की कवायद में लगी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 45 रन बनाए थे। भारत अभी लक्ष्य से 100 रन दूर है।
पिच से टर्न और उछाल मिल रहा है और ऐसे में भारतीय टीम के लिए लक्ष्य तक पहुंचना आसान नहीं होगा। उसके पास केवल दो विशेषज्ञ बल्लेबाज ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर बचे हैं जिन्होंने पहली पारी में बड़ी अर्धशतकीय पारियां खेली थी। नाइटवॉचमैन अक्षर पटेल (नाबाद 26) की जवाबी हमले की रणनीति अब तक कारगर साबित हुई है। उनके साथ एक अन्य नाइटवॉचमैन जयदेव उनादकट तीन रन पर खेल रहे हैं। बांग्लादेश के बल्लेबाजों को भी टर्न और उछाल से काफी परेशानी हुई। ऐसे में उसके कुछ बल्लेबाजों की जवाबी हमला करने की रणनीति सही साबित हुई।
इनमें लिटन दास (73) और सलामी बल्लेबाज जाकिर हसन (51) के अलावा पुछल्ले बल्लेबाज नुरुल हसन (31) और तास्किन अहमद (31) शामिल थे। बांग्लादेश ने पहली पारी में 227 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारत ने 314 रन बनाकर 87 रन की बढ़त हासिल की थी। भारत की तरफ से सभी पांच गेंदबाजों ने सफलता हासिल की। अक्षर पटेल ने 68 रन देकर तीन, रविचंद्रन अश्विन ने 66 रन देकर दो और मोहम्मद सिराज ने 41 रन देकर दो विकेट लिए। इनके अलावा उमेश यादव और उनादकट को एक-एक विकेट मिला। भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही तथा उसने तीसरे ओवर में ही कप्तान केएल राहुल (एक) का विकेट गंवा दिया।
शाकिब अल हसन (21 रन देकर एक)की ऑफ स्टंप की तरफ तेजी से टर्न लेती गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर नुरुल हसन के दस्तानों में चली गई। राहुल इस पूरी श्रृंखला में रन बनाने के लिए जूझते रहे और उनके लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में अंतिम एकादश में जगह बनाना आसान नहीं होगा। भरोसेमंद चेतेश्वर पुजारा (छह) आउट होने वाले दूसरे बल्लेबाज थे जो ऑफ स्पिनर मेहदी हसन मिराज (12 रन देकर तीन) की सीधी गेंद को रक्षात्मक रूप से खेलने के लिए आगे बढ़े लेकिन सही तरह से बचाव नहीं कर पाए और स्टंप आउट हो गए।
मेहदी हसन ने इसके बाद शुभमन गिल (सात) को भी चकमा देकर स्टंप आउट कराया और फिर विराट कोहली (एक) को शार्ट लेग पर कैच कराकर भारत को गहरे संकट में डाल दिया। इससे पहले अक्षर ने अपनी टर्न और उछाल लेती गेंदों से बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। उन्होंने सुबह के सत्र में इसी तरह की गेंद पर मुशफिकुर रहीम (नौ) और लंच के बाद मेहदी हसन (शून्य) को गच्चा देकर पगबाधा आउट किया था। उन्होंने दूसरे सत्र में तेजी से रन बटोर रहे नुरुल हसन को फ्लाइट लेती गेंद पर चकमा दिया और बाकी काम विकेटकीपर ऋषभ पंत ने स्टंप आउट करके पूरा किया।
इस श्रृंखला में बांग्लादेश की तरफ से सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले जाकिर ने सुबह के सत्र में एक छोर संभाले रखा था लेकिन दूसरे सत्र में उनकी एकाग्रता भंग हो गई। उन्होंने उमेश की गेंद को स्लैश करके डीप थर्ड मैन पर खड़े सिराज को आसान कर दिया। इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम में चुने गए लिटन दास की पारी का अंत सिराज ने किया जिनकी सीम मूवमेंट लेती गेंद को वह समझ नहीं पाए और बोल्ड हो गए। लिटन ने तास्किन के साथ आठवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की। बांग्लादेश ने सुबह बिना किसी नुकसान के सात रन से आगे खेलना शुरू किया और पहले सत्र चार विकेट गंवाए। इस बीच उसने 64 रन जोड़े।
नजमुल हुसैन शंटो (पांच) आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे जिन्हें अश्विन ने पगबाधा आउट किया। सिराज ने इसके बाद पहली पारी में अर्धशतक जड़ने वाले मोमिनुल हक (पांच) को पवेलियन भेजा। वह सिराज की लेंथ का सही अनुमान नहीं लगा पाए और गेंद उनके बल्ले को चूमकर पंत के दस्तानों में समा गई। कप्तान शाकिब अल हसन (13) ने उनादकट की गेंद को ड्राइव करने के प्रयास में कवर पर खड़े शुभमन गिल को आसान कैच दिया। यह दूसरा अवसर है जबकि शाकिब लेंथ का सही अनुमान नहीं लगा पाए और कवर में कैच देकर आउट हुए।
Indias top order faltered now 100 runs away from the target
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