पाकिस्तान ने सोमवार को कहा कि देश में पिछले साल आई भयावह बाढ़ के बाद जलवायु के लिहाज सेजुझारू तरीके से पुनर्निर्माण में उसकी मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने 8.5 अरब डॉलर से अधिक की सहायता का वादा किया है। पाकिस्तान में पिछले साल आई विनाशकारी बाढ़ में 1,739 लोग मारे गये और 3.3 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जिनेवा में जलवायु परिवर्तन के संबंध में एक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए अगले तीन साल में आठ अरब डॉलर से अधिक की सहायता मांगी।
शरीफ ने कहा, ‘‘देश में योजना के पहले हिस्से में क्षतिपूर्ति और पुनर्निर्माण को ध्यान में रखते हुए कम से कम 16.3 अरब डॉलर की जरूरत है। इसमें से आधी राशि घरेलू संसाधनों से प्राप्त होगी और आधी विदेशी संसाधनों से।’’ पाकिस्तान का अनुमान है कि पिछले तीन दशक में आई सबसे भयावह बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए उसे कुल करीब 30 अरब डॉलर की जरूरत होगी। सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा कि सम्मेलन का पहला पूर्ण सत्र अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उदारता पूर्ण प्रतिक्रिया के साथ संपन्न हुआ।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यूरोपीय संघ ने 9.3 करोड़ डॉलर का, जर्मनी ने 8.8 करोड़ डॉलर का, चीन ने 10 करोड़ डॉलर का, इस्लामिक विकास बैंक ने 4.2 अरब डॉलर का, विश्व बैंक ने 2 अरब डॉलर का, जापान ने 7.7 करोड़ डॉलर, एशियाई विकास बैंक ने 1.5 अरब डॉलर, यूएसएड ने 10 करोड़ डॉलर और फ्रांस ने 34.5 करोड़ डॉलर की सहायता का वादा किया।’’ उन्होंने कहा कि अभी तक 8.57 अरब डॉलर की कुल सहायता का वादा किया गया है।
इससे पहले, विशेष नीति और रणनीतिक संचार पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक फहद हुसैन ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के हवाले से कहा कि जिनेवा सम्मेलन में करीब 7.2 अरब डॉलर की सहायता तय हुई है। जिनेवा और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस की संयुक्त मेजबानी में आयोजित सम्मेलन का उद्देश्य बाढ़ प्रभावित पाकिस्तान के पुनर्वास तथा पुनर्निर्माण के लिए धन जमा करना है। गुतारेस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान को बाढ़ से उबरने में मदद के लिए बड़े स्तर पर निवेश के लिए कहा।
International community pledges 857 billion flood aid to pakistan in geneva
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