ईरान ने कहा है कि उसने प्रदर्शन के दौरान एक अर्द्धसैनिक बल के जवान की हत्या मामले में दोषी ठहराए गए दो व्यक्तियों को मृत्युदंड की सजा सुनाई है। ईरान की न्यायपालिका ने मृत्युदंड दिए गए लोगों की पहचान मोहम्मद करमी और मोहम्मद हुसैनी के रूप में की है। महसा अमीनी की मृत्यु के बाद सितंबर से जारी प्रदर्शन के दौरान अब तक चार लोगों को मृत्युदंड दिया जा चुका है। न्यायपालिका की ‘मिजान समाचार एजेंसी’ के अनुसार इन व्यक्तियों को ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड की बासिज फोर्स के रुहुल्ला अजमियां की हत्या के जुर्म में दोषी ठहराया गया जिनकी तीन नवंबर को तेहरान के बाहरी इलाके करज शहर में मौत हो गई थी।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि किस अदालत में इन दोनों व्यक्तियों के मुकदमे की सुनवाई हुई। हालांकि अदालत के बंद कमरों में लोगों को मृत्युदंड सुनाए जाने के लिए ईरान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना भी हुई है। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि बंद कमरे में हुई सुनवाई में कम से कम 16 लोगों को मृत्युदंड की सजा सुनाई जा चुकी है। ईरान में मृत्युदंड के रूप में फांसी की सजा दी जाती है। देश में विरोध प्रदर्शन सितंबर के मध्य में शुरू हुआ था, जब 22 वर्षीय अमीनी को इस्लामी गणराज्य के सख्त ‘ड्रेस कोड’ का उल्लंघन करने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था और इसके बाद उसकी मौत हो गई थी।
Iran executes two more detainees amid nationwide protests
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