जम्मू कश्मीर में भाजपा की सरकार लाएगी प्रचंड बहुमत - जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना
आजादी के अमृत काल में हर भारतीय यह देखकर हर्षित और गर्वित है कि भारत माता का मस्तक जम्मू-कश्मीर भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। अशांति और आतंकवाद का वहां तेजी से नामोनिशान मिट गया है और आने वाले समय में यह शब्द सिर्फ इतिहास के पन्नों में होंगे। हमारे प्यारे जम्मू-कश्मीर की नयी पहचान आज हर घर तिरंगा, रोजगार मेले, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं के आयोजन, सिनेमाघर, शॉपिंग मॉल, पर्यटकों की भीड़ और वंचित तथा पिछड़े समाज को अधिकार तथा जम्मू-कश्मीर वासियों को केंद्र सरकार की हर योजना का लाभ मिलना आदि हो गयी है। आज यह जो बदलाव हम देख रहे हैं उसके पीछे की मेहनत और आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर किस राह पर आगे बढ़ने वाला है इस विषय पर हम सभी का मार्गदर्शन करने के लिए उपस्थित हैं जम्मू-कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष और लोकप्रिय विधायक श्री रविंद्र रैना जी। उन्होंने इस परिचर्चा के माध्यम से हमारे साथ बड़ी संख्या में जुड़े लोगों के समक्ष जम्मू-कश्मीर की वस्तुस्थिति को रखा। उनके साथ हुई बातचीत के कुछ अंश।
जानिए रविंद्र रैना से हुई बातचीत
उन्होंने कहा कि हिमालय के दक्षिण में और हिंद महासागर के उत्तर में एक बड़ा भूभाग है जिसे भारत कहा जाता है। जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा है, लेकिन, बीचे के कुछ वर्षों में सरकारों ने ऐसे कार्य किए जिससे जम्मू कश्मीर की जनता को दुख तकलीफें झेलनी पड़ी, जिस कारण यहां अलगाववाद पैदा हुआ और धारा 370 लगने के बाद जम्मू को अपना झंडा भी मिला। जम्मू कश्मीर के देशभक्त लोगों ने हमेशा आंदोलन किया। स्वर्गीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में एक विधान, एक प्रधान और एक निशान का आंदोलन चला। 1947 में देश आजाद हुआ था, तब पाकिस्तान ने हमला किया जम्मू कश्मीर पर। तब जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के नेता शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की दोस्ती के कारण जम्मू कश्मीर की बर्बादी हुई। जम्मू कश्मीर के बडे हिस्से पर 1947 में पाकिस्तान में गलत तरीके से अपने कब्जे में लिया। इसे आज के समय में भी पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर कहा जाता है। वो भारत की भूमि है। जम्मू कश्मीर के अंतिम महाराजा हरि सिंह बहादुर ने जम्मू कश्मीर का विलय भारत में किया था। लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरू और तत्कालीन हुकमरान शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की दोस्ती के कारण ये हाल हुआ। जम्मू कश्मीर के लोगों ने इसके खिलाफ काफी लड़ाई की। जम्मू कश्मीर के लोगों ने पाकिस्तान की सेना का डटकर मुकाबला किया। जम्मू कश्मीर के लोग दिल से हिंदुस्तानी है। दुर्भाग्य रहा कि केंद्र में रही जवाहर लाल नेहरू और अन्य सरकारों ने षड्यंत्र के तहत जम्मू कश्मीर के साथ नाइंसाफी और गद्दारी की। जम्मू कश्मीर को भी अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल के हवाले किया गया होता तो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भी भारत के पास ही होता। जम्मू कश्मीर की जनता ने काफी दुख और तकलीफ 1947 से देखी है। देश की आजादी के बाद ही पाकिस्तान ने हमला कर दिया। 1965 की जंग और 1971 की जंग हुई, जिसमें जम्मू कश्मीर की भूमि जंग का मैदान बनी रही। जम्मू कश्मीर की पहाड़ियों के बीच ही कारगिल का युद्ध भी हुआ।
आतंकवाद का भयावह दौर आया
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर ने आतंकवाद का भयावह दौर भी देखा है। जम्मू कश्मीर के देशभक्त लोगों ने देश का झंडा बुलंद रखा और देश विरोधी ताकतों का सामना किया। जम्मू कश्मीर की सुरक्षा के लिए हिंदू मुस्लिम हर धर्म के व्यक्ति ने कुर्बानी दी। यहां चंदे लोग हैं जिन्होंने खूनी खेल खेला, जो किसी धर्म के सगे नहीं है। उन्होंने आतंकवाद को व्यापार बना रखा है। आज के समय में उनका भी सफाया हो रहा है।
अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री बने थे तब उन्होंने यहां के लोगों को संबोधित किया था। उन्होंने कश्मीर में जनसभा संबोधित करते हुए कहा कश्मीर के लोग हमारे है। जम्मू कश्मीर तो देशभक्त है। अटल ने उनके जख्मों पर मरहम लगाया। वर्ष 2014 में मोदी ने जम्मू कश्मीर की जनता के साथ रिश्ता जोड़ा। जम्मू कश्मीर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया और यहां हर मोहल्ले में तिरंगा लहराया गया। हर धर्म जाति संप्रदाय के लोगों के घर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया। उन्होंने बताया कि तेजस्वी सूर्या के साथ हमने लाल चौक से अमृत महोत्सव का आयोजन किया था। दुखद है कि यहां की पूर्व सरकारों ने जनता के साथ गद्दारी की, जिस कारण जनता को दुख और कष्ट झेलने पड़े थे। पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सकारात्मक कदमों के कारण जम्मू कश्मीर में अमन शांति कायम है। यहां कई सुख सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई है। यहां का हर बच्चा भी खुशी से अपना जीवन व्यतीत कर रहा है। जम्मू कश्मीर की जनता मोदी जी को दुआएं दे रहे है। जिन लोगों को दिल पाकिस्तान के लिए धड़कता है उनके लिए परेशानी का सबब हो गया है क्योंकि अब देश में नरेंद्र मोदी की सरकार है। राष्ट्रद्रोह अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देश के साथ गद्दारी करने वाले को अब बख्शा नहीं जाएगा। पहल सरेआम तांडव किया जाता था मगर अब ये बर्दाश्त नहीं होगा।
पीओके को लेकर कही बड़ी बात
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का अटूट अंग है। वर्ष 1947 में जब हमारा देश आजादी की ओर बढ़ा था, तब हमारे देश में अंग्रेजों का राज था। अंग्रेजों ने कहा था कि वो हिंदुस्तान छोड़कर जाएंगे जिसके बाद दस्तावेज कहा गए थे, जिसे विलय पत्र कहा जाता है। इसमें कहा गया कि हिंदुस्तान की रियासतों का विलय होना होगा। जम्मू कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने भारत में इसका विलय किया था, जिसे ब्रिटिश पार्लियामेंट ने पास किया था। दुर्भाग्य रहा कि 1947 में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी दोस्ती निभाई। वर्तमान में भी पीओके में पहाड़ी कबीले के लोग हैं, मगर उनके दिल में हिंदुस्तान है।
जम्मू में चुनाव की आहट
जम्मू कश्मीर में परिसीमन के बाद मतदाता सूचियों में नाम जोड़ने का काम चल रहा है। ये काम पूरा होते ही चुनाव आयोग चुनाव कराएगा। बीजेपी भी चुनावों के लिए तैयार है। पूरे जम्मू कश्मीर में बीजेपी की लहर है। बीते 8 वर्षों में पीएम मोदी की सराकर ने जो काम किए हैं, उसका परिणाम है कि बच्चे युवा सब मोदी के समर्थन में है। बिजली गांव गांव में पहुंची है, जल जीवन मिशन, स्वास्थ्य सेवाएं, मेडिकल कॉलेज की सुविधा, किसानों की मिलने वाली राशि, आयु्ष्मान भारत, गरीबों को पेंशन, महिलाओं को गैस सिलेंडर, फ्री राशन, फ्री वैक्सीन, जम्मू कश्मीर में टूरिज्म को बढ़ावा देना। गुर्जर बकरवाल समुदाय को उनका हक दिया मगर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस समुदाय ने उनके बारे में कुछ नहीं सोचा।
पश्चिम पाकिस्तान के रिफ्यूजी को हक नहीं मिले। उन्हें वोट देने का हक नहीं था, स्कूल में बच्चों को पढ़ने का हक नहीं था, जो सब मोदी सरकार ने मुहैया कराया है। उन सभी को इंसाफ मिला है। इस बार जम्मू कश्मीर में भी डबल इंजन की सरकार आएगी। जनता का सहयोग मिला है, मगर विधानसभा चुनावों में बीजेपी की सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री बीजेपी का बनेगा।
हम जम्मू की आवाम के सेवादार है। हमने बिना लालच के ईमानदारी के साथ काम किया है। हमारा देश ही हमारी संपत्ति है। हमने जम्मू के कोने कोने में काम किया है। हर धर्म जाति के लिए काम किया है। गोलियों की बौछार होती थी तो हम परिवार क साथ खड़े रहते थे। हमारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने डेवलपमेंट का काम किया है। यही कारण रहा कि कश्मीर के भी चुनावों में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। लोगों को न्याय मिला, इंसाफ मिला, विकास कार्यों में तेजी आई, गुंडागर्दी आतंकवाद पर लगाम लगी, देश भक्तों को इज्जत मिली है। यही कारण है बीजेपी को सर्वे में बहुमत मिला है।
370 हटने के बाद हुए ये अहम बदलाव
उन्होंने कहा कि एक समय था जब प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाया जाता था। पत्थरबाजी की घटनाएं बढ़ती थी, आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में कई युवा पत्थरबाजी की घटनाओं को अंजाम देते थे मगर अब इन घटनाओं पर लगाम लगा है। लाल चौक 10 महीनों तक बंद रखा जाता था। स्कूल खुले हैं, बाजारों में त्यौहारों पर रौनक है, लाल चौक पर जहां पाकिस्तान के झंडे लगाए जाते थे अब वहां तिरंगा रैली होती है। अब षड्यंत्रकारी नेताओं का समय खत्म हो चुका है। जम्मू कश्मीर की जनता समझ गई है कि मोदी सरकार उनके दुखों को दूर कर सकती है।
गुलाम नबी आजाद और महबूबा मुफ्ती जैसे नेताओं को जम्मू कश्मीर की जनता ने काफी नजदीक से देखा है। जम्मू कश्मीर की जनता मन बना चुकी है कि अब यहां बीजेपी की सरकार बनेगी। लोग इंसाफ, शांति से जीवन जीना चाहते है। इनके जैसे कितने भी नेता इकट्ठे हो जाएंगे तो भी जनता के विश्वास को नहीं हटा सकेंगे।
Jammu kashmir bjp cheif says bjp will form government in union territory