चीनी दूतावासों के मंगलवार को दक्षिण कोरिया और जापान के लोगों के लिए नए वीजा जारी करना बंद करने के एक दिन बाद दोनों देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों पर लगाए गए जन स्वास्थ्य प्रतिबंधों का बचाव किया है। यह स्पष्ट नहीं है कि क्या चीन यह वीजा निलंबन अन्य देशों पर भी लागू करेगा, जिन्होंने चीन में कोविड-19 के मामले बढ़ने पर देश के यात्रियों के लिए जांच अनिवार्य किया है। दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री पार्क जिन ने बुधवार को कहा कि उन्हें “काफी खेदजनक” लगता है कि चीन ने दक्षिण कोरियाई लोगों को अल्पकालिक वीजा जारी करना बंद कर दिया।
उन्होंने चीन से आह्वान किया कि वह अपने महामारी संबंधी कदमों को “वैज्ञानिक और वस्तुनिष्ठ तथ्यों” के साथ संरेखित करे। दक्षिण कोरिया की रोग नियंत्रण और रोकथाम एजेंसी के अनुसार, दो जनवरी से मंगलवार तक चीन से आए 2,550 अल्पकालिक यात्रियों में से लगभग 17 प्रतिशत संक्रमित पाए गए हैं। दक्षिण कोरिया ने जनवरी के अंत तक चीन में अपने वाणिज्य दूतावासों में अधिकांश अल्पकालिक वीजा जारी करना बंद कर दिया है। चीन, हांगकांग और मकाऊ के सभी यात्रियों को हवाई अड्डे पर किए गए कोविड-19 परीक्षण के अलावा उनके आने के 48 घंटों के अंदर किए गए परीक्षण में संक्रमित नहीं होने का प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने की आवश्यकता है।
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाजू मात्सुनो ने जापानी नागरिकों को वीजा जारी करने पर “एकतरफा” प्रतिबंधित के लिए चीन की आलोचना की। उन्होंने कहा कि “एक ऐसी वजह से यह किया गया जो कोविड-19 रोधी उपायों से संबंधित नहीं है”। मात्सुनो ने कहा कि टोक्यो इसका विरोध करता है और चीन से इस कदम को रद्द करने की मांग करता है। उन्होंने कहा कि “चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति को बारीकी से देखते हुए और चीनी पक्ष द्वारा सूचना के खुलासे को कैसे नियंत्रित किया जाता है” जापान इसका उचित जवाब देगा।
मात्सुनो ने कहा कि चीन में फैलते संक्रमण और स्थिति के बारे में पारदर्शिता की कमी के कारण जापान को देश में संक्रमण के तेज प्रवाह से बचने के लिए अस्थायी उपाय करने पड़े। उन्होंने कहा कि जापानी सीमा उपाय विशुद्ध रूप से संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से हैं और इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रभाव को सीमित करना है। उन्होंने कहा, “यह बेहद खेदजनक है कि चीन ने वीजा जारी करने पर एकतरफा प्रतिबंध लगाए हैं।” तोक्यो और सियोल में दूतावासों ने ऑनलाइन जारी एक संक्षिप्त नोटिस में वीजा निलंबन की घोषणा की।
यह जानकारी नहीं दी गई है कि वीजा जारी करने की व्यवस्था कब बहाल होगी। चीन के विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते उन देशों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की धमकी दी, जिन्होंने चीन के यात्रियों के लिए जांच की अनिवार्यता की घोषणा की थी। यूरोप, उत्तरी अमेरिका और एशिया में कम से कम 10 देशों ने हाल में ऐसा कदम उठाया है। इस बीच थाईलैंड ने घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास में हाल के वर्षों में चीन से पर्यटकों के पहले समूह का स्वागत करने के लिये स्वर्णभूमि हवाईअड्डे पर तीन मंत्रियों को भेजा। जापान ने अक्टूबर में व्यक्तिगत पर्यटन के लिए अपनी सीमाओं को फिर से खोल दिया।
अधिकतर यात्रियों का हवाई अड्डे पर परीक्षण के बजाय टीकाकरण का प्रमाण दिखाने से काम चल जाता था जबतक कि उनमें बीमारी के लक्षण न दिखे। हालांकि 30 दिसंबर से चीन के यात्रियों के लिए पूर्व-प्रस्थान नकारात्मक परीक्षण रिपोर्ट दिखाने के साथ ही आगमन पर एक अतिरिक्त परीक्षण कराना अनिवार्य किया गया। संक्रमित पाए जाने पर यात्रियों को निर्दिष्ट सुविधाओं में सात दिनों तक पृथकवास में रहना होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 31 दिसंबर से नौ जनवरी तक आगमन पर संक्रमित मिले 497 लोगों में से लगभग 97 प्रतिशत चीनी थे या हाल ही में वे चीन में थे।
Japan south korea oppose chinas visa ban order
Lorem ipsum dolor sit amet, consetetur sadipscing elitr, sed diam nonumy eirmod tempor invidunt ut labore et dolore magna aliquyam erat, sed diam voluptua. At vero