‘मेघालय बॉर्डर पर फायरिंग की CBI से कराएं जांच’, असम सरकार ने केंद्र को भेजा पत्र, जानें दोनों राज्यों के CM ने क्या कहा
असम और मेघालय के बॉर्डर पर एक बार फिर से हिंसा की खबर है। हिंसा की वजह से दोनों राज्यों के बीच तनाव बढ़ता दिखाई दे रहा है। इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई है। असम सरकार की ओर से उनके परिजनों को अनुग्रह राशि देने के लिए भी घोषणा कर दी गई है। इन सबके बीच के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि फिलहाल वहां शांति है। अपने बयान में हेमंता ने कहा कि मैं मेघालय के मुख्यमंत्री के संपर्क में हूं... असम-मेघालय सीमा शांतिपूर्ण है और हमेशा शांतिपूर्ण रही है। उन्होंने आगे कहा कि बल प्रयोग किया गया... हालांकि, मेरे विचार से, यह कुछ हद तक मनमाने ढंग से किया गया। लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए था।
इसके साथ ही असम सरकार ने मेघालय बॉर्डर पर फायरिंग की सीबीआई से जांच कराएं जाने की मांग केंद्र को पत्र लिख कर कर दी है। असम के मंत्री जयंत मल्लबरुआ ने कहा कि असम सरकार ने असम-मेघालय सीमा के मुकरोह इलाके में गोलीबारी की घटना की सीबीआई जांच के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया है। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा कि मैं यहां यह सुनिश्चित करने आया हूं कि उचित कार्रवाई की जाएगी। भविष्य में ऐसा अत्याचार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सीमा का मुद्दा हमारी प्राथमिकता है। मैंने असम के सीएम से इस पर चर्चा की है। हम केंद्रीय एजेंसियों को घटना की जांच करते देखेंगे, असम सरकार भी इसके लिए सहमत हो गई है।
आपको बता दें कि असम के वेस्ट कार्बी आंगलोंग जिले में मेघालय के ग्रामीणों के एक समूह ने वन विभाग के एक कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की। पुलिस द्वारा लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक को मंगलवार तड़के रोकने के बाद भड़की हिंसा में छह लोगों के मारे जाने के बाद इस कृत्य को अंजाम दिया गया। मेघालय के वेस्ट जयंतिया हिल्स जिले के मुकरोह गांव के निवासी कुल्हाड़ियां, छड़ और लाठियां लेकर मंगलवार रात अंतरराज्यीय सीमा पर असम में खेरोनी वन रेंज के तहत आने वाले एक बीट कार्यालय के सामने जमा हो गए और उसे आग के हवाले कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने वन कार्यालय में तोड़फोड़ की और वहां रखे लकड़ी के सामान, दस्तावेजों और परिसर में खड़ी कई मोटरसाइकिल में आग लगा दी।
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