ठाणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने आरोप लगाया कि राज्य में घृणा एवं बदले की राजनीति अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई है। आव्हाड ने ठाणे में रविवार रात को राकांपा की एक रैली में कहा, ‘‘राज्य में पहले कभी ऐसी स्थिति नहीं देखी गई, जब इस तरह नफरत एवं प्रतिशोध राजनीति की गई हो।’’ आव्हाड को हाल में मारपीट के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और छेड़छाड़ के एक आरोप में भी उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि भले ही उनके खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच के आदेश दे दिए जाएं, वह सत्ता पर बैठे लोगों के आगे समर्पण नहीं करेंगे।
आव्हाड ने कहा कि यदि राकांपा जीत हासिल कर सकने की क्षमता वाले उम्मीदवारों को मैदान में उतारती है, तो वह ठाणे में आगामी नगर निगम चुनावों में सत्ता पर कब्जा कर सकती है। दिलचस्प बात यह है कि ठाणे नगर निकाय पर परंपरागत रूप से शिवसेना का नियंत्रण रहा है। पार्टी फिलहाल दो गुटों में बंट गई है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला शिवसेना का धड़ा महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन में राकांपा और कांग्रेस का सहयोगी है। आव्हाड ने कहा कि राकांपा रैलियां निकालेगी और ठाणे में लोगों के साथ बैठकें करेगी ताकि उनकी समस्याओं को समझा जा सके। उन्होंने कहा,‘‘ठाणे के नागरिक बदलाव चाहते हैं और राकांपा उनके लिए सबसे अच्छा विकल्प है।
Maharashtra ncp leader awhad targets maharashtra government for politics of revenge
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