Makar Sankranti पर गंगा घाटों पर उमड़े श्रद्धालु, जनता के साथ Amit Shah ने पतंगबाजी में आजमाया हाथ
दुनिया को आध्यात्म का पाठ पढ़ाने वाली काशी में मकर संक्रांति को लोगों ने अपने-अपने अंदाज में मनाया। सनातनी परंपरा का निर्वाह करने के लिए बड़ी संख्या में लोग गंगा तटों पर आए। भगवान भास्कर की मौजूदगी में गंगा में डुबकी लगाई और उन्हें अर्घ्य दिया। मकर संक्रांति के अवसर पर वाराणसी के दशाश्वमेध घाट, प्रयागराज के घाट, कोलकाता में गंगा सागर के घाटों पर डुबकी लगाने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
पश्चिम बंगाल में दक्षिण 24 परगना जिले के सागर आइलैंड में ‘मकर संक्रांति’ के अवसर पर गंगासागर में पवित्र स्नान करने के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु उमड़े। गंगासागर मेले पर नजर रखने के लिए 1,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे और 25 ड्रोन तैनात किए गए हैं। हम आपको बता दें कि इस वार्षिक मेले के लिए सागर आइलैंड पर देशभर से लाखों श्रद्धालु उमड़ते हैं और दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन के लिए गंगासागर सुरक्षित पहुंचने के लिए मुरीगंगा नदी को पार करते लोगों की भीड़ को संभालने की चुनौती है। बहरहाल, यहां व्यवस्थाओं से लोग खुश नजर आये।
उधर, गुलाबी नगरी जयपुर का आसमान शनिवार को रंग-बिरंगी पतंगों से ढक गया जहां लोगों ने खिली धूप में मकर संक्रांति का त्योहार उत्साह से मनाया। दिन भर जयपुर के आसमान में नए नए रंगों की पतंगें कुलांचे भरती रहीं और छतों से 'वो काटा वो काटा' का शोर गूंजता रहा। श्रद्धालु मकर संक्रांति पर धर्मावलंबी शहर के गलता तीर्थ के साथ-साथ पड़ोसी जिले अजमेर के पुष्कर पहुंचे व पवित्र सरोवरों में डुबकी लगाई, सूर्य को अर्घ्य दिया और मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की। वहीं युवा व बच्चों ने पतंगबाजी का आनंद लिया। शहर में मकर संक्रांति पतंगबाजी का सबसे बड़ा अवसर माना जाता है और यहां विशेष रूप से परकोटे वाले शहर में इस त्योहार को लेकर जबरदस्त जुनून रहता है।
उधर, गुजरात में उत्तरायण उत्सव के मौके पर पतंग उड़ाने के लिए बड़ी संख्या में लोग अपने घर की छतों और खुले मैदानों में उमड़ पड़े। केंद्रीय मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी अपने परिवार के साथ इस उत्सव में शामिल हुए। इस मौके पर आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से भर गया और लोगों ने संगीत सुनते हुए फाफड़ा-जलेबी, उंधियू और चिक्की जैसे व्यंजनों का आनंद लिया। दो साल कोविड-19 महामारी के कारण उत्सव नहीं मनाया गया था, लेकिन इस बार यह उत्सव कोरोना की वजह से प्रभावित नहीं हुआ है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद के वेजलपुर इलाके में अपने परिवार, मित्रों तथा पार्टी नेताओं के साथ यह त्योहार मनाया। उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। बाद में वह और उनकी पत्नी वेजलपुर की एक आवासीय सोसाइटी गए जहां उन्होंने स्थानीय भाजपा नेताओं और समर्थकों के साथ एक इमारत की छत पर पतंग उड़ायी। मुख्यमंत्री पटेल दरियापुर इलाके में गए और अपने पुराने दोस्तों तथा भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने वहां एक इमारत की छत से पतंग भी उड़ायी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाह, मुख्यमंत्री पटेल और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने लोगों को बधाई दी। मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर गुजराती में कहा, ‘‘आप सभी को शुभकामनाएं। ईश्वर करें पतंग का यह त्योहार आपके जीवन में खुशी और उत्साह लेकर आए, आप सभी के स्वस्थ रहने की कामना करता हूं।’’
Makar sankranti festival celebrated in india