पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य के मालदा, मुर्शिदाबाद और नदिया जिलों में गंगा नदी के तटों पर लगातार हो रहे कटाव पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वह संबंधित मंत्रालय को सभी हितधारकों को शामिल करते हुए एक विस्तृत अध्ययन करने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एक एकीकृत योजना तैयार करने की सलाह दें। बनर्जी ने प्रधानमंत्री से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि बाढ़ प्रबंधन और सीमा क्षेत्र कार्यक्रम (एफएमबीएपी) के तहत इसके लिए उपयुक्त बजटीय प्रावधान किये जायें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में इस साल फरवरी में भी पत्र लिखा था। उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘इस संबंध में ठोस कदम उठाये जाने की जरूरत है। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि कृपया संबंधित मंत्रालय (जल शक्ति मंत्रालय) को गंगा बाढ़ नियंत्रण आयोग के तत्वावधान में फरक्का बैराज परियोजना प्राधिकरण और पश्चिम बंगाल तथा बिहार की सरकारों को शामिल करते हुए एक संयुक्त अध्ययन करने की सलाह दें।’’
बनर्जी ने नदी तट को और कटाव से बचाने के लिए फरक्का बैराज परियोजना प्राधिकरण के विस्तारित अधिकार क्षेत्र को वापस लेने के केंद्र के 2017 के फैसले पर पुनर्विचार करने की भी मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री से सभी हितधारकों को शामिल करते हुए एक विस्तृत तकनीकी अध्ययन की व्यवस्था करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘अध्ययन के निष्कर्षों का उपयोग इस क्षेत्र में कटाव से निपटने के लिए एक एकीकृत योजना तैयार करने के लिए किया जा सकता है, जो अब समय की मांग है।
Mamta wrote a letter to the prime minister expressed concern about ganga erosion
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